नवरात्रि में इन रत्नों (Ratna) से करें मां दुर्गा को प्रसन्न, मिलेगा चमत्कारी लाभ!
नवरात्रि में मां दुर्गा के प्रिय रत्न और उनका महत्व
नवरात्रि का पर्व शक्ति साधना और मां दुर्गा की उपासना के लिए विशेष माना जाता है। इस दौरान भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उपवास, पूजन और विभिन्न उपाय करते हैं। रत्नों का महत्व धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यधिक होता है। प्रत्येक देवी के साथ कुछ विशेष रत्न जुड़े होते हैं, जिनका प्रयोग करने से देवी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। इस लेख में हम जानेंगे मां दुर्गा के प्रिय रत्नों (Ratna) और उनके महत्व के बारे में।
1. मां शैलपुत्री का प्रिय रत्न – मोती (Moti – Pearl)
नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित होता है। मां शैलपुत्री पर्वतों की पुत्री मानी जाती हैं और ये चंद्रमा से संबंध रखती हैं। इनका प्रिय रत्न मोती (Pearl) होता है।
🔹 मोती पहनने के लाभ:
- चंद्र दोष को दूर करता है।
- मानसिक शांति प्रदान करता है।
- धन और समृद्धि बढ़ाता है।
- भावनात्मक स्थिरता लाता है।
यदि आप मां शैलपुत्री की कृपा पाना चाहते हैं, तो नवरात्रि के पहले दिन चांदी में जड़ा मोती धारण करें। इससे शुभ फल प्राप्त होते हैं।
2. मां ब्रह्मचारिणी का प्रिय रत्न – पन्ना (Panna – Emerald)
दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। यह ज्ञान और तपस्या की देवी हैं। इनका प्रिय रत्न पन्ना (Emerald) है।
🔹 पन्ना पहनने के लाभ:
- बुद्धि और एकाग्रता बढ़ाता है।
- विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए लाभकारी।
- मस्तिष्क और वाणी को प्रभावशाली बनाता है।
- मां सरस्वती की कृपा पाने में सहायक।
नवरात्रि के दूसरे दिन सोने या पंचधातु की अंगूठी में पन्ना धारण करना शुभ होता है। इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
3. मां चंद्रघंटा का प्रिय रत्न – गोमेद (Gomed – Hessonite Garnet)
मां चंद्रघंटा नवरात्रि के तीसरे दिन पूजी जाती हैं। ये शत्रु नाशिनी और साहस की देवी मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न गोमेद (Hessonite Garnet) है।
🔹 गोमेद पहनने के लाभ:
- राहु दोष को समाप्त करता है।
- शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
- मानसिक तनाव और भय को दूर करता है।
- व्यवसाय और करियर में उन्नति करता है।
मां चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए चांदी में जड़ा गोमेद धारण करना उत्तम होता है। इससे नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।
4. मां कूष्मांडा का प्रिय रत्न – माणिक्य (Manikya – Ruby)
चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। ये सूर्य के समान तेजस्वी मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न माणिक्य (Ruby) है।
🔹 माणिक्य पहनने के लाभ:
- सूर्य की ऊर्जा को बढ़ाता है।
- मान-सम्मान में वृद्धि करता है।
- आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ाता है।
- रक्त संबंधी रोगों में लाभकारी।
नवरात्रि के चौथे दिन सोने में जड़ा माणिक्य धारण करना अत्यंत शुभ होता है। यह धन, शक्ति और सौभाग्य को बढ़ाने में सहायक होता है।
5. मां स्कंदमाता का प्रिय रत्न – पुखराज (Pukhraj – Yellow Sapphire)
पांचवें दिन मां स्कंदमाता की आराधना की जाती है। ये ज्ञान, समृद्धि और शुभता की देवी मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न पुखराज (Yellow Sapphire) है।
🔹 पुखराज पहनने के लाभ:
- बृहस्पति दोष को दूर करता है।
- आर्थिक उन्नति और समृद्धि प्रदान करता है।
- वैवाहिक जीवन में प्रेम और शांति लाता है।
- नौकरी और व्यवसाय में सफलता देता है।
यदि आप मां स्कंदमाता की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो नवरात्रि के पांचवें दिन सोने में जड़ा पुखराज धारण करें।
6. मां कात्यायनी का प्रिय रत्न – हीरा (Heera – Diamond)
छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है। ये शक्ति और प्रेम की देवी मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न हीरा (Diamond) है।
🔹 हीरा पहनने के लाभ:
- शुक्र ग्रह को मजबूत करता है।
- आकर्षण शक्ति और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
- वैवाहिक जीवन में प्रेम बनाए रखता है।
- धन और ऐश्वर्य में वृद्धि करता है।
मां कात्यायनी को प्रसन्न करने के लिए प्लैटिनम या चांदी में जड़ा हीरा धारण करना लाभकारी होता है।
7. मां कालरात्रि का प्रिय रत्न – नीलम (Neelam – Blue Sapphire)
सातवें दिन मां कालरात्रि की आराधना की जाती है। ये भय नाशिनी और तंत्र विद्या की देवी मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न नीलम (Blue Sapphire) है।
🔹 नीलम पहनने के लाभ:
- शनि दोष से मुक्ति दिलाता है।
- व्यापार और करियर में तेजी से उन्नति करता है।
- शत्रुओं और बाधाओं से रक्षा करता है।
- गंभीर बीमारियों में लाभकारी होता है।
नीलम धारण करने से पहले ज्योतिषीय परामर्श लेना आवश्यक होता है।
8. मां महागौरी का प्रिय रत्न – ओपल (Opal – Opal Stone)
आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। ये सौंदर्य, सुख और ऐश्वर्य की देवी मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न ओपल (Opal) है।
🔹 ओपल पहनने के लाभ:
- शुक्र ग्रह को मजबूत करता है।
- सौंदर्य, प्रेम और वैवाहिक सुख बढ़ाता है।
- कला और रचनात्मकता में वृद्धि करता है।
- धन और ऐश्वर्य प्राप्त करने में सहायक होता है।
ओपल धारण करने से मां महागौरी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
9. मां सिद्धिदात्री का प्रिय रत्न – गार्नेट (Garnet – Tamra Mani)
नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है। ये सभी सिद्धियों की दात्री मानी जाती हैं। इनका प्रिय रत्न गार्नेट (Garnet) है।
🔹 गार्नेट पहनने के लाभ:
- शक्तिशाली ऊर्जा प्रदान करता है।
- नेतृत्व क्षमता और सफलता दिलाता है।
- रक्तचाप और हृदय रोगों में लाभकारी।
- नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा करता है।
नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री का प्रिय रत्न धारण करने से सर्व सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
नवरात्रि में मां दुर्गा के प्रिय रत्नों का सही ढंग से उपयोग करने से अद्भुत लाभ प्राप्त हो सकते हैं। यदि आप आध्यात्मिक उन्नति, स्वास्थ्य, धन और सफलता चाहते हैं, तो इन शुभ रत्नों को अपने जीवन में शामिल करें और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करें!
1. नवरात्रि में रत्न पहनने का क्या महत्व है?
नवरात्रि में मां दुर्गा के प्रिय रत्न धारण करने से उनकी कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। यह रत्न धन, स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और सौभाग्य बढ़ाने में सहायक होते हैं।
2. क्या सभी लोग नवरात्रि में रत्न पहन सकते हैं?
हाँ, लेकिन ज्योतिषीय सलाह लेकर ही कोई रत्न धारण करना चाहिए, क्योंकि कुछ रत्न विशेष राशियों और ग्रहों से जुड़े होते हैं।
3. क्या नवरात्रि में पहने गए रत्नों से तुरंत लाभ मिलता है?
रत्नों का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली, ग्रह दशा और नीयत पर निर्भर करता है। सही रत्न पहनने से धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं।
4. मां शैलपुत्री का प्रिय रत्न कौन सा है?
मां शैलपुत्री का प्रिय रत्न मोती (Pearl) है, जो चंद्र दोष को दूर कर शांति और समृद्धि देता है।
5. मां ब्रह्मचारिणी का प्रिय रत्न क्या है?
मां ब्रह्मचारिणी का प्रिय रत्न पन्ना (Emerald) है, जो बुद्धि और एकाग्रता बढ़ाता है।
6. मां चंद्रघंटा के प्रिय रत्न से क्या लाभ होता है?
मां चंद्रघंटा का प्रिय रत्न गोमेद (Hessonite Garnet) है, जो राहु दोष को शांत कर शत्रुओं से रक्षा करता है।
7. मां कूष्मांडा का प्रिय रत्न कौन सा है?
मां कूष्मांडा का प्रिय रत्न माणिक्य (Ruby) है, जो सूर्य की ऊर्जा बढ़ाता है और आत्मविश्वास देता है।
8. मां स्कंदमाता का प्रिय रत्न कौन सा है?
मां स्कंदमाता का प्रिय रत्न पुखराज (Yellow Sapphire) है, जो बृहस्पति की कृपा दिलाकर धन और समृद्धि बढ़ाता है।
9. मां कात्यायनी के प्रिय रत्न का क्या लाभ है?
मां कात्यायनी का प्रिय रत्न हीरा (Diamond) है, जो आकर्षण, वैवाहिक सुख और ऐश्वर्य प्रदान करता है।
10. मां कालरात्रि के प्रिय रत्न से कौन सा ग्रह प्रभावित होता है?
मां कालरात्रि का प्रिय रत्न नीलम (Blue Sapphire) है, जो शनि दोष को शांत करता है और व्यापार, करियर में सफलता दिलाता है।
11. मां महागौरी का प्रिय रत्न क्या है और इसका लाभ क्या है?
मां महागौरी का प्रिय रत्न ओपल (Opal) है, जो सौंदर्य, प्रेम और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।
12. मां सिद्धिदात्री के प्रिय रत्न का क्या महत्व है?
मां सिद्धिदात्री का प्रिय रत्न गार्नेट (Tamra Mani) है, जो सफलता, शक्ति और नेतृत्व क्षमता बढ़ाता है।
13. क्या नवरात्रि के दौरान किसी विशेष धातु में रत्न पहनना चाहिए?
हाँ, रत्न की शक्ति बढ़ाने के लिए इसे सही धातु में धारण करना चाहिए, जैसे मोती चांदी में, पुखराज सोने में, नीलम लोहे या चांदी में पहनना शुभ होता है।
14. क्या बिना ज्योतिषीय सलाह के रत्न पहनना सही है?
नहीं, बिना सलाह के कोई भी रत्न पहनना हानिकारक हो सकता है। कुछ रत्न गलत ग्रहों को सक्रिय कर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
15. क्या नवरात्रि में रत्न पहनने से इच्छाओं की पूर्ति होती है?
हाँ, यदि सही विधि से मां दुर्गा के प्रिय रत्न धारण किए जाएं, तो सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और इच्छाओं की पूर्ति होती है।