मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति!

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मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति!


मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति!


मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना कैसे करें?

पूर्णिमा का दिन हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। इस दिन चंद्रमा पूर्ण आकार में होता है और उसकी ऊर्जा सबसे अधिक प्रभावशाली मानी जाती है। मई की पूर्णिमा, (May Ki Purnima) जिसे वैशाख पूर्णिमा भी कहा जाता है, आध्यात्मिक और साधनात्मक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखती है। अगर इस दिन महालक्ष्मी की साधना की जाए, तो इससे धन, वैभव, सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

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मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति!मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना कैसे करें?क्यों खास होती है मई की पूर्णिमा? (May Ki Purnima)लक्ष्मी साधना के लिए तैयारी कैसे करें?लक्ष्मी साधना की सही समय (मुहूर्त)लक्ष्मी साधना की सामग्रीलक्ष्मी साधना की विधिसाधना के लिए मुख्य मंत्रक्या करें साधना के बाद?लक्ष्मी साधना में बरतें ये सावधानियाँकैसे जानें साधना सफल हो रही है?साधना के लाभनियमित करें ये छोटे उपायमई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति! FAQs:1. क्या मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना करना लाभकारी है?2. मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना के लिए कौन-कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है?3. क्या इस दिन कोई विशेष मंत्र जाप करना चाहिए?4. मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना करने का सबसे अच्छा समय क्या है?5. क्या लक्ष्मी साधना में कोई विशेष सावधानियाँ बरतनी चाहिए?6. क्या साधना में किसी विशेष स्थान की आवश्यकता होती है?7. क्या इस दिन घर में कोई विशेष सफाई करनी चाहिए?8. क्या लक्ष्मी साधना के बाद कोई विशेष उपाय करना चाहिए?9. क्या लक्ष्मी साधना में रात्रि जागरण करना आवश्यक है?10. मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना से क्या लाभ होता है?11. क्या साधना के दौरान मांसाहार और शराब से बचना चाहिए?12. क्या लक्ष्मी साधना में कोई विशेष मंत्र जाप की संख्या निर्धारित होती है?13. क्या साधना के बाद घर में कोई विशेष बदलाव महसूस होता है?14. क्या इस दिन किसी प्रकार का दान करना चाहिए?15. क्या साधना के दौरान अन्य व्यक्ति का सहयोग लेना चाहिए?

क्यों खास होती है मई की पूर्णिमा? (May Ki Purnima)

वैशाख मास में की गई साधनाएँ जल्दी फल देने वाली मानी जाती हैं। यह मास गंगा स्नान, दान-पुण्य और मंत्र जाप के लिए श्रेष्ठ होता है। मई की पूर्णिमा पर देवी लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन का आगमन होता है और दरिद्रता दूर होती है।

इस दिन की शुभता इसलिए भी अधिक मानी जाती है क्योंकि यह चंद्रमा की पूर्ण ऊर्जा का दिन होता है। चंद्रमा का सीधा संबंध मन और भावनाओं से होता है, इसलिए साधना का असर गहरा और तेज़ होता है।


लक्ष्मी साधना के लिए तैयारी कैसे करें?

लक्ष्मी साधना के लिए सबसे पहले मन, शरीर और स्थान को शुद्ध करना ज़रूरी होता है। साधना के लिए शांत और स्वच्छ जगह चुनें। आप अपने पूजा स्थल, घर का उत्तर-पूर्व दिशा या किसी पवित्र स्थान का चुनाव कर सकते हैं।

  • साधना से एक दिन पहले घर की सफाई करें।
  • पूजन वाले स्थान को गंगाजल या गुलाबजल से शुद्ध करें।
  • सफेद या पीले वस्त्र पहनें।
  • साधना के समय चुप रहें और अपने मन को शांत रखें।

शुद्धता और नियमों का पालन करने से साधना में सफलता जल्दी मिलती है।


लक्ष्मी साधना की सही समय (मुहूर्त)

मई की पूर्णिमा को रात्रि का समय विशेष फलदायी होता है। चंद्रमा के उदय के समय से लेकर मध्यरात्रि तक का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।

👉 शुभ मुहूर्त:

  • शाम 6:30 बजे से लेकर रात 12 बजे तक।
  • चंद्र दर्शन के बाद पूजा करना विशेष शुभ माना जाता है।

यदि संभव हो तो रात्रि जागरण करें और लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें।


लक्ष्मी साधना की सामग्री

साधना के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:

  • लक्ष्मी जी की तस्वीर या मूर्ति
  • लाल या पीला कपड़ा
  • चांदी या तांबे का कलश
  • गंगाजल और शुद्ध जल
  • कमल का फूल या लाल गुलाब
  • पान के पत्ते
  • बताशे, मिश्री, नारियल
  • धूप, दीपक, कपूर
  • केसर, चंदन, कुंकुम
  • चावल, फल और मिठाई
  • कमलगट्टा माला (मंत्र जाप के लिए)

सभी सामग्री को अच्छे से व्यवस्थित कर लें और पूरी श्रद्धा से पूजा करें।


लक्ष्मी साधना की विधि

  1. सबसे पहले आसन बिछाकर उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें।
  2. हाथ में जल लेकर संकल्प लें: “मां लक्ष्मी की कृपा से मेरे जीवन में समृद्धि, सुख और शांति आए।”
  3. फिर दीपक जलाएं और धूप दिखाएं।
  4. लक्ष्मी जी की मूर्ति या चित्र को जल से शुद्ध करें और वस्त्र पहनाएं।
  5. चंदन, केसर, कुंकुम आदि से तिलक करें।
  6. फूल, माला, मिठाई, फल अर्पण करें।
  7. अब लक्ष्मी मंत्र का जाप करें (कम से कम 108 बार)।

साधना के लिए मुख्य मंत्र

आप नीचे दिए गए किसी भी लक्ष्मी मंत्र का जाप कर सकते हैं:

1. लक्ष्मी बीज मंत्र:
🔸 “ॐ श्रीं श्रीये नमः”

2. लक्ष्मी ध्यान मंत्र:
🔸 “ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे, विष्णुपत्नी च धीमहि, तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्।”

3. कनकधारा स्तोत्र (यदि समय हो तो पूरा पढ़ें)।

इन मंत्रों का जाप कमलगट्टे की माला से करें। अगर माला न हो, तो मन में श्रद्धा से भी जाप किया जा सकता है।


क्या करें साधना के बाद?

साधना पूर्ण होने पर:

  • देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करें कि वह आपके जीवन में स्थायी रूप से वास करें।
  • प्रसाद को सभी घर के सदस्यों में बांटें।
  • धूप-दीप को पूरे घर में घुमाएं।
  • यदि संभव हो तो कुछ धन का दान करें – जैसे अन्न, वस्त्र या पैसे किसी ज़रूरतमंद को दें।

दान करने से साधना का फल दुगुना हो जाता है।


लक्ष्मी साधना में बरतें ये सावधानियाँ

  • साधना के समय किसी भी प्रकार का नकारात्मक विचार न लाएं।
  • शराब, मांसाहार से परहेज़ करें।
  • किसी को धोखा देना, झूठ बोलना जैसे कर्म से बचें।
  • साधना के समय मोबाइल फोन बंद रखें, और मन को एकाग्र करें।
  • सफाई का विशेष ध्यान रखें।

अगर आप इन बातों का ध्यान रखते हैं, तो लक्ष्मी साधना का असर जल्द ही जीवन में दिखाई देने लगता है।


कैसे जानें साधना सफल हो रही है?

यदि आपकी साधना सही तरीके से हो रही है, तो आप कुछ सकारात्मक संकेत अनुभव करने लगेंगे:

  • घर में अचानक से धन का आगमन शुरू होगा।
  • मन शांत और प्रसन्न रहेगा।
  • नकारात्मकता कम होगी, सपनों में लक्ष्मी जी के दर्शन हो सकते हैं।
  • रुके हुए कार्य बनने लगेंगे।
  • घर में मांगलिक ऊर्जा का संचार होगा।

साधना के लाभ

आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
कर्ज़ और दरिद्रता दूर होती है।
घर में सुख-शांति बढ़ती है।
आकस्मिक धन लाभ होता है।
व्यवसाय और नौकरी में उन्नति होती है।
लक्ष्मी जी का स्थायी वास होता है।

मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति!
मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति!

मई की पूर्णिमा पर की गई साधना बहुत प्रभावशाली होती है, इसलिए इस अवसर को खोना नहीं चाहिए।


नियमित करें ये छोटे उपाय

अगर आप चाहते हैं कि महालक्ष्मी जी हमेशा प्रसन्न रहें, तो इन उपायों को भी अपनाएं:

  • हर शुक्रवार श्रीसूक्त या लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।
  • घर के मुख्य द्वार को स्वच्छ और सजाया हुआ रखें।
  • रोज़ाना शाम को दीपक जलाकर तुलसी या मुख्य द्वार पर रखें।
  • किचन को साफ़ रखें और बचे हुए भोजन को फेंकें नहीं।
  • घर में शंख और घंटी बजाएं जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर हो।

मई की पूर्णिमा,(May Ki Purnima) विशेषकर वैशाख पूर्णिमा, पर लक्ष्मी साधना करना अत्यंत लाभकारी और चमत्कारी माना गया है। इस दिन की गई साधना जल्दी फल देती है और जीवन में धन, वैभव, सुख और समृद्धि का द्वार खोलती है। अगर आपने आज तक कभी लक्ष्मी साधना नहीं की है, तो इस मई पूर्णिमा को जरूर करें। श्रद्धा, नियम और शुद्धता से की गई साधना जीवन में अचूक चमत्कार ला सकती है।

मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर करें ये लक्ष्मी साधना, मिलेगा अद्भुत धन लाभ और सुख-शांति! FAQs:

1. क्या मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना करना लाभकारी है?

हां, मई की पूर्णिमा पर लक्ष्मी साधना करना अत्यंत लाभकारी होता है। इस दिन की चंद्रमा की पूर्ण ऊर्जा के कारण साधना का फल शीघ्र और प्रभावी रूप से मिलता है।

2. मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना के लिए कौन-कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है?

लक्ष्मी साधना के लिए आपको लक्ष्मी जी की मूर्ति या चित्र, चांदी या तांबे का कलश, कमल का फूल, धूप, दीपक, गंगाजल, चावल, फल, मिठाई आदि की आवश्यकता होती है।

3. क्या इस दिन कोई विशेष मंत्र जाप करना चाहिए?

जी हां, इस दिन आप लक्ष्मी बीज मंत्र (ॐ श्रीं श्रीये नमः) और लक्ष्मी ध्यान मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह मंत्र 108 बार जाप करने से विशेष लाभ होता है।

4. मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना करने का सबसे अच्छा समय क्या है?

लक्ष्मी साधना के लिए रात्रि का समय विशेष शुभ माना जाता है। चंद्रमा के उदय से लेकर मध्यरात्रि तक का समय सर्वोत्तम होता है।

5. क्या लक्ष्मी साधना में कोई विशेष सावधानियाँ बरतनी चाहिए?

जी हां, साधना के दौरान नकारात्मक विचारों से बचें, ध्यान केंद्रित रखें और साधना के समय नकारात्मक कर्मों जैसे झूठ बोलना, चोरी करना, या किसी को धोखा देना से दूर रहें।

6. क्या साधना में किसी विशेष स्थान की आवश्यकता होती है?

साधना के लिए शांत और स्वच्छ स्थान का चयन करें। आप घर के पूजा स्थल, उत्तर-पूर्व दिशा या किसी पवित्र स्थान का चयन कर सकते हैं।

7. क्या इस दिन घर में कोई विशेष सफाई करनी चाहिए?

जी हां, साधना से पहले घर की सफाई करें और पूजा स्थल को शुद्ध करें। गंगाजल या गुलाबजल से शुद्धता का ध्यान रखें।

8. क्या लक्ष्मी साधना के बाद कोई विशेष उपाय करना चाहिए?

साधना के बाद प्रसाद का वितरण, घर में धूप-दीप जलाना, और कुछ धन दान करने से साधना का फल और भी बढ़ जाता है।

9. क्या लक्ष्मी साधना में रात्रि जागरण करना आवश्यक है?

रात्रि जागरण करने से साधना की शक्ति बढ़ती है, लेकिन यह आवश्यक नहीं है। अगर संभव हो, तो चंद्रमा के उदय से लेकर मध्यरात्रि तक पूजा करें।

10. मई की पूर्णिमा (May Ki Purnima) पर लक्ष्मी साधना से क्या लाभ होता है?

इस साधना से धन, सुख, समृद्धि, और वृद्धि के रास्ते खुलते हैं। घर में शांति और समृद्धि आती है और दरिद्रता दूर होती है।

11. क्या साधना के दौरान मांसाहार और शराब से बचना चाहिए?

हां, साधना के दौरान मांसाहार, शराब, और अन्य नकारात्मक चीजों से परहेज़ करना चाहिए ताकि साधना का फल अच्छा मिले।

12. क्या लक्ष्मी साधना में कोई विशेष मंत्र जाप की संख्या निर्धारित होती है?

हाँ, लक्ष्मी मंत्र का जाप कम से कम 108 बार किया जाना चाहिए। इसे कमलगट्टे की माला से किया जा सकता है।

13. क्या साधना के बाद घर में कोई विशेष बदलाव महसूस होता है?

साधना के बाद घर में सुख-शांति, धन का आगमन, और नकारात्मकता का नाश होता है। सपनों में भी लक्ष्मी जी के दर्शन हो सकते हैं।

14. क्या इस दिन किसी प्रकार का दान करना चाहिए?

जी हां, इस दिन दान करना विशेष रूप से शुभ होता है। अनाज, पंखा, वस्त्र, या धन का दान करने से लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है।

15. क्या साधना के दौरान अन्य व्यक्ति का सहयोग लेना चाहिए?

साधना व्यक्तिगत होती है, लेकिन अगर आप चाहें, तो परिवार के अन्य सदस्य भी इस साधना में भाग ले सकते हैं। साथ में साधना करने से सामूहिक ऊर्जा बढ़ती है।

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