“हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) भगवान हनुमान की महिमा और शक्ति को समझें”

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"हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) भगवान हनुमान की महिमा और शक्ति को समझें"

“हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) भगवान हनुमान की महिमा और शक्ति को समझें”

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पूजा का हिस्सा है। हनुमान जी की पूजा और आरती से मनुष्य के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। भगवान हनुमान को शक्ति, भक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है। उनकी आरती का गायन न केवल उनकी महिमा का गुणगान है, बल्कि यह हमारे जीवन में संकटों से मुक्ति पाने का मार्ग भी दिखाता है। इस लेख में हम हनुमान जी की आरती, उसके महत्व और कैसे इसे सही तरीके से गाना चाहिए, के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Contents
“हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) भगवान हनुमान की महिमा और शक्ति को समझें”हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का महत्वहनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti)FAQs: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti)1. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) क्या है?2. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का महत्व क्या है?3. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) कब करनी चाहिए?4. हहनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के कौन से प्रमुख शब्द होते हैं?5. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का सही तरीका क्या है?6. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) को कितनी बार गाना चाहिए?7. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) से क्या लाभ होता है?8. क्या हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के दौरान कुछ विशेष चीजें करनी चाहिए?9. क्या हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में कोई विशेष मंत्र होता है?10. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) को गाने के लिए कितने लोग होना चाहिए?11. क्या हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का पाठ पढ़ना जरूरी है?12. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का प्रभाव कब दिखता है?13. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में कौन से शब्द महत्वपूर्ण हैं?14. क्याहनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) से मानसिक शांति मिलती है?15. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) किसे गाना चाहिए?

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का महत्व

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का विशेष महत्व है। यह आरती हमें भगवान हनुमान की शक्ति, भक्ति और दया की याद दिलाती है। हनुमान जी के बारे में कहा जाता है कि वे अपने भक्तों के सभी दुखों और परेशानियों को दूर कर देते हैं। आरती के दौरान उनका ध्यान करते हुए हम अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। हनुमान चालीसा के साथ आरती का पाठ करने से मन की शांति मिलती है और भगवान हनुमान की कृपा बनी रहती है।

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti)

हनुमान जी की आरती:
(Hanuman Ji Ki Aarti)

॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥


मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,
श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥

॥ आरती ॥


आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥
लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥
बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥
कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥
लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

॥ इति संपूर्णंम् ॥

"हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) भगवान हनुमान की महिमा और शक्ति को समझें"
हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) भगवान हनुमान की महिमा और शक्ति को समझें!

आरती का अर्थ और उसका शब्दार्थ

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में कई शक्तिशाली शब्द होते हैं, जो उनकी महिमा को प्रदर्शित करते हैं। जैसे- “जय हनुमान ज्ञान गुण सागर”, इसका अर्थ है कि हनुमान जी ज्ञान और गुणों के सागर हैं। इसके साथ ही “राम दूत अतुलित बल धामा” का अर्थ है कि हनुमान जी राम के दूत हैं और उनका बल असीमित है। इस आरती के माध्यम से हम भगवान हनुमान के अद्वितीय गुणों की सराहना करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti)के प्रमुख पद

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में कई पद होते हैं, जो उनके विभिन्न रूपों और शक्तियों को उजागर करते हैं। पहले पद में हम हनुमान जी को राम के दूत और असीम शक्ति के मालिक के रूप में पहचानते हैं। दूसरे पद में हम उनके साहस और शौर्य की प्रशंसा करते हैं, जो उन्होंने राम की सेवा में किया। तीसरे पद में हम उनके उदात्त चरित्र और भक्ति का गुणगान करते हैं। इन पदों के माध्यम से हनुमान जी के समर्पण और भक्ति की भावना को व्यक्त किया जाता है।

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) कब और कैसे करें?

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को यह आरती अधिक महत्व रखती है। इन दिनों को हनुमान जी के दिन के रूप में माना जाता है। आरती करने के लिए सबसे पहले दीपक जलाना चाहिए और फिर हनुमान चालीसा का पाठ करके आरती का गान करें। यह प्रक्रिया अपने घर में शांति और समृद्धि लाने में सहायक होती है।

आरती करने का सही तरीका

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का सही तरीका जानना बहुत महत्वपूर्ण है। इसे भक्ति भाव से किया जाना चाहिए। पहले हनुमान जी का ध्यान करें और फिर आरती का पाठ शुरू करें। ध्यान रखें कि आरती को ध्यान और श्रद्धा के साथ गाया जाए, ताकि भगवान हनुमान की कृपा बनी रहे। आरती का पाठ करते समय ध्यान रखें कि शब्दों का उच्चारण सही हो और जो भक्त इसे गा रहे हों, वे पारंपरिक भावनाओं के साथ इसे गाएं।

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के लाभ

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के कई लाभ होते हैं। इससे मानसिक शांति मिलती है और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। साथ ही, यह आरती हमें भगवान हनुमान के साहस और शक्ति की प्रेरणा देती है। यदि हम किसी कठिन परिस्थिति में फंसे हों, तो हनुमान जी की आरती हमें उस संकट से उबार सकती है। यह आरती बुरे समय में हिम्मत और साहस प्रदान करती है।

हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह हमारे जीवन में एक मनोबल और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी करती है। हनुमान जी की पूजा से हम न केवल उनके आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं, बल्कि जीवन में सुख-शांति और सफलता की दिशा में भी अग्रसर होते हैं। हमें चाहिए कि हम अपनी दैनिक दिनचर्या में हनुमान जी की आरती को शामिल करें और उनके चरणों में अपने जीवन के सारे कष्टों को अर्पित कर दें।

FAQs: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti)

1. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) क्या है?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) एक धार्मिक गीत है, जिसे भगवान हनुमान की पूजा और महिमा के लिए गाया जाता है। यह आरती भगवान की शक्ति, साहस और भक्ति को दर्शाती है।

2. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का महत्व क्या है?

उत्तर:हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का महत्व है कि यह हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और भगवान हनुमान की कृपा को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करती है।

3. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) कब करनी चाहिए?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) खासतौर पर मंगलवार और शनिवार को करनी चाहिए। इन दिनों को हनुमान जी का दिन माना जाता है।

4. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के कौन से प्रमुख शब्द होते हैं?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में प्रमुख शब्द हैं जैसे “जय हनुमान ज्ञान गुण सागर” और “राम दूत अतुलित बल धामा”, जो उनके अद्वितीय गुणों का बखान करते हैं।

5. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का सही तरीका क्या है?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) को श्रद्धा और ध्यान से गाना चाहिए। पहले दीपक जलाएं, फिर आरती का पाठ करें और ध्यान रखें कि शब्दों का उच्चारण सही हो।

6. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) को कितनी बार गाना चाहिए?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) को जितना हो सके नियमित रूप से गाना चाहिए, लेकिन विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को गाना अधिक प्रभावी होता है।

7. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) से क्या लाभ होता है?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) से मानसिक शांति, आत्मविश्वास में वृद्धि, और कठिन परिस्थितियों से उबरने की शक्ति मिलती है। यह आरती बुरे समय में साहस देती है।

8. क्या हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के दौरान कुछ विशेष चीजें करनी चाहिए?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) के दौरान ध्यान और पारंपरिक भावनाओं के साथ आरती गानी चाहिए। दीपक जलाना और तुलसी के पत्ते चढ़ाना भी शुभ माना जाता है।

9. क्या हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में कोई विशेष मंत्र होता है?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में विशेष रूप से उनके गुणों और शक्तियों का बखान करने वाले मंत्र होते हैं, जैसे “राम दूत अतुलित बल धामा” और “संजिवन शक्ति देत राम के प्यारे।”

10. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) को गाने के लिए कितने लोग होना चाहिए?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti)को अकेले भी गाया जा सकता है, लेकिन सामूहिक रूप से गाने से अधिक लाभ मिलता है। कई लोग मिलकर गाने से वातावरण में सकारात्मकता बढ़ती है।

11. क्या हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का पाठ पढ़ना जरूरी है?

उत्तर: हां, हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का पाठ पढ़ने से उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह मानसिक शांति और मनोबल को बढ़ाता है।

12. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का प्रभाव कब दिखता है?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) का प्रभाव जल्दी दिखता है यदि इसे श्रद्धा और ध्यान से किया जाए। यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।

13. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) में कौन से शब्द महत्वपूर्ण हैं?

उत्तर: आरती में शब्द जैसे “जय हनुमान ज्ञान गुण सागर” और “राम दूत अतुलित बल धामा” हनुमान जी के अद्वितीय गुणों और शक्तियों को प्रदर्शित करते हैं।

14. क्याहनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) से मानसिक शांति मिलती है?

उत्तर: हां, हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) से मानसिक शांति मिलती है और व्यक्ति को मानसिक तनाव से राहत मिलती है। यह आत्मविश्वास बढ़ाने में भी मदद करती है।

15. हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) किसे गाना चाहिए?

उत्तर: हनुमान जी की आरती: (Hanuman Ji Ki Aarti) कोई भी भक्त गा सकता है, खासकर वे लोग जो भगवान हनुमान से आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं या जो किसी मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं।

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