नवरात्रि में ये 10 काम करने से मिलेगा देवी (Goddess) का आशीर्वाद, लेकिन इन गलतियों से बचें!

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नवरात्रि में ये 10 काम करने से मिलेगा देवी (Goddess) का आशीर्वाद, लेकिन इन गलतियों से बचें!

नवरात्रि में ये 10 काम करने से मिलेगा देवी (Goddess) का आशीर्वाद, लेकिन इन गलतियों से बचें!

नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें?

नवरात्रि हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है, जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान भक्त उपवास, पूजा-पाठ, और सत्संग करते हैं ताकि वे देवी (Goddess) की कृपा प्राप्त कर सकें। लेकिन इस दौरान कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। अगर हम सही तरीके से नवरात्रि का पालन करें, तो हमें देवी मां का आशीर्वाद मिलता है, लेकिन गलतियां करने पर इसका प्रभाव कम हो सकता है। आइए विस्तार से जानें कि नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें

Contents
नवरात्रि में ये 10 काम करने से मिलेगा देवी (Goddess) का आशीर्वाद, लेकिन इन गलतियों से बचें!नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें?🔹 नवरात्रि में क्या करें?1. मां दुर्गा की विधिवत पूजा करें2. उपवास रखें3. कन्या पूजन करें4. घर की साफ-सफाई करें5. भजन-कीर्तन करें6. दूसरों की मदद करें🔹 नवरात्रि में क्या न करें?1. लहसुन-प्याज और मांसाहार का सेवन न करें2. बाल और नाखून न काटें3. किसी का अपमान न करें4. चमड़े की चीजों का प्रयोग न करें5. अपवित्र स्थानों पर न जाएं6. झूठ और धोखा न दें🔹 नवरात्रि में सही जीवनशैली अपनाएं🔹 नवरात्रि का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व1. वैज्ञानिक दृष्टिकोण2. आध्यात्मिक दृष्टिकोणनवरात्रि से जुड़े महत्वपूर्ण FAQs1. नवरात्रि कितने प्रकार की होती है?2. नवरात्रि में कौन से देवी (Goddess) के रूपों की पूजा की जाती है?3. क्या नवरात्रि में केवल उपवास करने से देवी (Goddess) प्रसन्न होती हैं?4. नवरात्रि में क्या खाना चाहिए?5. क्या नवरात्रि में लहसुन और प्याज खाना वर्जित है?6. नवरात्रि में मांसाहार और शराब पीना क्यों मना होता है?7. नवरात्रि में बाल और नाखून काटना सही है या नहीं?8. क्या नवरात्रि में शादी या शुभ कार्य करना उचित है?9. क्या पुरुष भी नवरात्रि में उपवास रख सकते हैं?10. नवरात्रि में कौन से रंग पहनने चाहिए?11. नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने का क्या महत्व है?12. क्या नवरात्रि में झाड़ू लगाना और पोछा लगाना मना है?13. कन्या पूजन क्यों किया जाता है?14. नवरात्रि में राम नवमी क्यों मनाई जाती है?15. नवरात्रि समाप्त होने के बाद क्या करना चाहिए?

🔹 नवरात्रि में क्या करें?

1. मां दुर्गा की विधिवत पूजा करें

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। सुबह और शाम देवी के मंत्रों का जाप करें, आरती करें और धूप-दीप जलाएं। यदि संभव हो तो अखंड ज्योति जलाएं, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

2. उपवास रखें

नवरात्रि में शुद्ध आहार और उपवास का विशेष महत्व होता है। इससे शरीर और मन दोनों शुद्ध रहते हैं। यदि पूर्ण उपवास संभव न हो तो साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, और फल खाएं। उपवास रखने से मानसिक शांति मिलती है और ध्यान शक्ति बढ़ती है।

3. कन्या पूजन करें

अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन करना अत्यंत शुभ माना जाता है। नौ कन्याओं को भोजन कराएं और उनके पैर धोकर आशीर्वाद लें। इससे देवी मां की कृपा प्राप्त होती है।

4. घर की साफ-सफाई करें

नवरात्रि में घर को शुद्ध और स्वच्छ रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।

5. भजन-कीर्तन करें

नवरात्रि में मां दुर्गा के भजन-कीर्तन करना अत्यंत लाभकारी होता है। इससे घर में आध्यात्मिक माहौल बनता है और मन प्रसन्न रहता है।

6. दूसरों की मदद करें

इस पावन पर्व पर दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है। गरीबों को अन्न, वस्त्र, और धन दान करें। इससे देवी मां की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।


🔹 नवरात्रि में क्या न करें?

1. लहसुन-प्याज और मांसाहार का सेवन न करें

नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन जैसे लहसुन, प्याज, मांस, मछली, और शराब का सेवन वर्जित होता है। ये चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और पूजा का प्रभाव कम कर सकती हैं।

2. बाल और नाखून न काटें

शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि में बाल और नाखून काटना अशुभ माना जाता है। इसे करने से देवी की कृपा कम हो सकती है। इस दौरान शुद्धता बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।

3. किसी का अपमान न करें

नवरात्रि शांति और भक्ति का पर्व है। इस दौरान क्रोध, ईर्ष्या, और अहंकार से बचना चाहिए। दूसरों को अपशब्द न कहें और सभी के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करें।

4. चमड़े की चीजों का प्रयोग न करें

नवरात्रि के दौरान चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे बेल्ट, जूते, पर्स आदि का उपयोग न करें। ये अशुद्ध माने जाते हैं और पूजा के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

5. अपवित्र स्थानों पर न जाएं

इस पावन समय में शुद्धता बनाए रखना आवश्यक है। किसी शवदाह गृह या अन्य अपवित्र स्थानों पर जाने से बचें ताकि आपकी आध्यात्मिक ऊर्जा प्रभावित न हो।

6. झूठ और धोखा न दें

नवरात्रि के दौरान किसी को धोखा देना, झूठ बोलना, या छल-कपट करना बहुत ही अशुभ माना जाता है। इससे आपके पुण्य नष्ट हो सकते हैं और देवी मां नाराज हो सकती हैं।


🔹 नवरात्रि में सही जीवनशैली अपनाएं

नवरात्रि केवल पूजा-पाठ और उपवास का समय नहीं है, बल्कि यह आत्मशुद्धि और सही जीवनशैली अपनाने का अवसर भी है। इस दौरान ध्यान, योग, और संयम का पालन करें। दिनचर्या को अनुशासित करें और अपने विचारों को शुद्ध रखें।


🔹 नवरात्रि का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व

1. वैज्ञानिक दृष्टिकोण

  • नवरात्रि के दौरान उपवास रखने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और शरीर डिटॉक्स होता है।
  • इस समय मौसम बदलता है, जिससे बीमारियां फैलने की संभावना होती है। उपवास और सात्त्विक भोजन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  • भजन-कीर्तन और मंत्र जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है।

2. आध्यात्मिक दृष्टिकोण

  • नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करके हम अपने अंदर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकते हैं।
  • यह समय आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक उत्थान का होता है, जिससे जीवन में सकारात्मकता आती है।
  • नवरात्रि के दौरान किए गए सत्कर्मों का पुण्य बहुत अधिक माना जाता है और इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
नवरात्रि में ये 10 काम करने से मिलेगा देवी (Goddess) का आशीर्वाद, लेकिन इन गलतियों से बचें!
नवरात्रि में ये 10 काम करने से मिलेगा देवी (Goddess) का आशीर्वाद, लेकिन इन गलतियों से बचें!

नवरात्रि केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक और वैज्ञानिक प्रक्रिया भी है। इस दौरान यदि हम सही नियमों का पालन करें और गलतियों से बचें, तो हमें मां दुर्गा की कृपा अवश्य प्राप्त होगी। उपवास, पूजा-पाठ, और सात्त्विक जीवनशैली अपनाने से मन और शरीर दोनों शुद्ध होते हैं। इसलिए, नवरात्रि के संस्कारों और परंपराओं को पूरी श्रद्धा से निभाएं और देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त करें।


नवरात्रि से जुड़े महत्वपूर्ण FAQs

1. नवरात्रि कितने प्रकार की होती है?

नवरात्रि मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है – चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि, गुप्त नवरात्रि, और आषाढ़ नवरात्रि। इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि का सबसे अधिक महत्व है।

2. नवरात्रि में कौन से देवी (Goddess) के रूपों की पूजा की जाती है?

नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है – शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री

3. क्या नवरात्रि में केवल उपवास करने से देवी (Goddess) प्रसन्न होती हैं?

नहीं, उपवास के साथ-साथ सच्ची श्रद्धा, भक्ति, और अच्छे कर्म करना भी आवश्यक होता है। मन और विचारों की शुद्धता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।

4. नवरात्रि में क्या खाना चाहिए?

सात्त्विक भोजन करें, जिसमें फल, दूध, साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, मूंगफली, मखाना, आदि शामिल हों।

5. क्या नवरात्रि में लहसुन और प्याज खाना वर्जित है?

हाँ, नवरात्रि में लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन माना जाता है, इसलिए इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

6. नवरात्रि में मांसाहार और शराब पीना क्यों मना होता है?

नवरात्रि में शुद्धता और संयम का पालन करना आवश्यक होता है। मांसाहार और शराब से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जिससे पूजा का प्रभाव कम हो सकता है।

7. नवरात्रि में बाल और नाखून काटना सही है या नहीं?

शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि में बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।

8. क्या नवरात्रि में शादी या शुभ कार्य करना उचित है?

नहीं, नवरात्रि तप और भक्ति का समय होता है, इसलिए इस दौरान शादी, गृह प्रवेश, और अन्य शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।

9. क्या पुरुष भी नवरात्रि में उपवास रख सकते हैं?

हाँ, नवरात्रि का उपवास केवल महिलाओं के लिए नहीं, बल्कि पुरुषों के लिए भी उतना ही लाभकारी और शुभ होता है।

10. नवरात्रि में कौन से रंग पहनने चाहिए?

हर दिन एक विशेष रंग का महत्व होता है। उदाहरण के लिए, पहले दिन पीला, दूसरे दिन हरा, तीसरे दिन ग्रे, चौथे दिन नारंगी, पाँचवें दिन सफेद, छठे दिन लाल, सातवें दिन नीला, आठवें दिन गुलाबी, और नवमी के दिन बैंगनी रंग पहनना शुभ माना जाता है।

11. नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने का क्या महत्व है?

अखंड ज्योति जलाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, घर में सुख-समृद्धि आती है, और मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है।

12. क्या नवरात्रि में झाड़ू लगाना और पोछा लगाना मना है?

नहीं, बल्कि नवरात्रि में घर की सफाई करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और देवी मां का वास होता है।

13. कन्या पूजन क्यों किया जाता है?

कन्या पूजन अष्टमी और नवमी के दिन किया जाता है। इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं, क्योंकि छोटी कन्याओं को देवी का स्वरूप माना जाता है।

14. नवरात्रि में राम नवमी क्यों मनाई जाती है?

चैत्र नवरात्रि के नवें दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, इसलिए इसे राम नवमी के रूप में मनाया जाता है।

15. नवरात्रि समाप्त होने के बाद क्या करना चाहिए?

नवरात्रि समाप्त होने पर कलश विसर्जन करें, व्रत तोड़ने के लिए सात्त्विक भोजन करें, और जरूरतमंदों को भोजन या दान करें।


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