मई महीने में शुक्रवार को ये एक फूल (Flower) चढ़ा दो, माता लक्ष्मी खुद घर में करेंगी वास!
शुक्रवार की पूजा में कौन सा फूल (Flower) सबसे शुभ है मई में – संपूर्ण जानकारी
शुक्रवार और देवी लक्ष्मी की महिमा
शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। विशेष रूप से मई महीने में जब गर्मी अपने चरम पर होती है, तब पूजा में इस्तेमाल होने वाले फूलों का भी विशेष महत्व होता है। शुभ फूलों (Flower) का चयन सही तरीके से किया जाए तो पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
मई महीने का विशेष महत्व
मई का महीना हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख और ज्येष्ठ मास में आता है। यह समय गर्मी का काल होता है और इस दौरान कुछ फूल आसानी से उपलब्ध होते हैं तो कुछ दुर्लभ हो जाते हैं। यही कारण है कि हमें मौसमी फूलों के बारे में जानना चाहिए ताकि देवी लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सके।
फूलों का देवी लक्ष्मी से संबंध
देवी लक्ष्मी को सौंदर्य, कोमलता और सुगंध अत्यंत प्रिय हैं। फूलों की कोमलता और शुद्धता ही उन्हें देवताओं के प्रिय बनाते हैं। सही फूल का चयन करने से पूजा का फल कई गुना बढ़ता है। फूल न केवल सजावट का माध्यम हैं, बल्कि वे ऊर्जा के वाहक भी माने जाते हैं।
शुक्रवार की पूजा में इस्तेमाल होने वाले मुख्य फूल (Flower)
शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा में आमतौर पर निम्नलिखित फूलों का उपयोग किया जाता है:
- कमल का फूल (Lotus)
- गुलाब (Rose)
- जैस्मिन (चमेली)
- मोगरा
- गेंदे का फूल (Marigold)
इन फूलों में से सबसे शुभ फूल कौन सा है, इसका निर्णय मौसम और देवी की पसंद के आधार पर किया जाता है।
कमल का फूल: लक्ष्मी का प्रियतम
कमल का फूल देवी लक्ष्मी के चरणों में बिछा होता है। यह उनके आसन का भी प्रतीक है। कमल को शुद्धता, सौंदर्य और सतोगुण का प्रतीक माना जाता है। लेकिन मई में कमल का फूल आसानी से नहीं मिलता, क्योंकि यह फूल गर्मियों में कम खिलता है।
यदि कमल का फूल उपलब्ध हो, तो वह सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इसके न मिलने पर वैकल्पिक फूल चढ़ाने चाहिए।
मई में सबसे शुभ फूल: (Flower) गुलाब का फूल
गुलाब का फूल मई महीने के लिए सबसे शुभ और व्यावहारिक विकल्प है। गर्मी में भी गुलाब की ताजगी, सुगंध और रंग बरकरार रहता है। देवी लक्ष्मी को लाल और गुलाबी रंग के गुलाब अति प्रिय होते हैं।
गुलाब को चढ़ाने के लाभ:
- मानसिक शांति और प्रेम की वृद्धि
- घर में सुख-समृद्धि का संचार
- आकर्षण और सौंदर्य में वृद्धि
गुलाब न सिर्फ पूजा के लिए शुभ है, बल्कि यह घर की ऊर्जा को भी सकारात्मक करता है।
गुलाब क्यों है मई में सबसे श्रेष्ठ?
मई की गर्मी में कमल और चमेली की तुलना में गुलाब अधिक टिकाऊ और उपलब्ध रहता है। यह फूल न तो जल्दी मुरझाता है और न ही अपनी सुगंध खोता है। पूजा में उपयोग के लिए यह फूल आदर्श है।
लाल गुलाब धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करता है और गुलाबी गुलाब शांति व सौहार्द बढ़ाता है। सफेद गुलाब भी पूजा में चढ़ाया जा सकता है, लेकिन शुक्रवार को लाल गुलाब सबसे शुभ माना गया है।
गुलाब चढ़ाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- गुलाब ताजा और सुगंधित हो।
- फूल पर कीड़े या धब्बे न हों।
- फूल को तोड़ने से पहले गंगाजल से शुद्ध करें।
- फूल को देवी लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें, सिर पर न चढ़ाएं।
- मंत्रों के साथ फूल अर्पण करें – “ॐ श्रीं श्रीये नमः”।
इन बातों का ध्यान रखकर आप अपनी पूजा को अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं।
शुक्रवार की पूजा विधि गुलाब के फूल (Flower) के साथ
- सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- घर के मंदिर को साफ करें।
- देवी लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
- गुलाब के फूलों की माला बनाकर चढ़ाएं।
- लक्ष्मी चालीसा या लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें।
- अंत में गुलाब जल से देवी को स्नान कराएं (यदि संभव हो)।
इस विधि से पूजा करने पर देवी लक्ष्मी की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
अन्य फूलों का भी महत्व
यदि गुलाब उपलब्ध न हो, तो आप निम्न फूल भी चढ़ा सकते हैं:
- चमेली (Jasmine) – शीतलता और भक्ति का प्रतीक
- गेंदे का फूल (Marigold) – पवित्रता और शक्ति का प्रतीक
- मोगरा – आकर्षण और सुख-संपन्नता का सूचक
इन फूलों का उपयोग भी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने में सहायक होता है।
फूल (Flower) चढ़ाते समय क्या न करें
- कृत्रिम फूल कभी न चढ़ाएं
- मुरझाए या गंदे फूल अर्पित न करें
- रात में तोड़े हुए फूल न चढ़ाएं
- पूजा के बाद फेंके हुए फूलों का अपमान न करें
फूलों को सम्मानपूर्वक प्रयोग करना चाहिए, तभी वे फलदायी होते हैं।
गुलाब के साथ दीपक और कपूर का महत्व
गुलाब के फूल के साथ यदि घी का दीपक और कपूर जलाया जाए, तो पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। गुलाब की सुगंध और शुद्धता, घी की पवित्रता और कपूर की नकारात्मक ऊर्जा नाशक शक्ति मिलकर अद्भुत आध्यात्मिक ऊर्जा का निर्माण करते हैं।
गुलाब जल का उपयोग पूजा में कैसे करें?
- देवी लक्ष्मी के अभिषेक में
- पूजा स्थान की सफाई में
- वातावरण को शुद्ध करने में
- दीपक और हवन में
गुलाब जल घर के वातावरण को शुद्ध, सुगंधित और शांत बनाता है।
गुलाब के फूल (Flower) से बने उपाय शुक्रवार के लिए
- लाल गुलाब का एक फूल लक्ष्मी जी के चरणों में रखें और शुक्रवार की रात उसे तिजोरी में रख दें।
- गुलाब की माला बना कर लक्ष्मी जी को पहनाएं और मंत्रों से अभिमंत्रित करें।
- गुलाब की 11 पंखुड़ियों पर “ॐ श्रीं श्रीये नमः” लिखकर उसे पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रखें।
इन उपायों से धन वृद्धि और शुभता प्राप्त होती है।
गुलाब का पौधा घर में लगाएं
शुक्रवार के दिन गुलाब का पौधा घर के उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना अत्यंत शुभ माना गया है। यह न केवल वातावरण को सुंदर बनाता है, बल्कि लक्ष्मी का वास भी सुनिश्चित करता है।
पौराणिक कथाओं में गुलाब का उल्लेख
प्राचीन कथाओं में भी गुलाब के फूल को प्रेम, सौंदर्य और समर्पण का प्रतीक माना गया है। कहा जाता है कि देवगुरु बृहस्पति ने भी शुक्रवार को लक्ष्मी पूजन में गुलाब चढ़ाकर उन्हें प्रसन्न किया था।
गुलाब है मई महीने का पूज्य पुष्प
मई महीने की गर्मी में जब अन्य फूल जल्दी मुरझा जाते हैं, तब भी गुलाब का फूल ताजगी और सुगंध बनाए रखता है। यही कारण है कि गुलाब का फूल मई में शुक्रवार की पूजा के लिए सबसे शुभ माना गया है। इसका सही ढंग से उपयोग करके आप देवी लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं और अपने घर में धन, ऐश्वर्य और सुख-शांति को स्थायी रूप से आमंत्रित कर सकते हैं।
शुक्रवार की पूजा में कौन सा फूल (Flower) सबसे शुभ है मई में? FAQs:
1. शुक्रवार की पूजा में कौन सा फूल (Flower) सबसे शुभ होता है?
लाल गुलाब का फूल शुक्रवार की पूजा में सबसे शुभ माना जाता है, विशेष रूप से मई महीने में।
2. क्या देवी लक्ष्मी को गुलाब का फूल (Flower) पसंद है?
हाँ, देवी लक्ष्मी को लाल और गुलाबी रंग के गुलाब अत्यंत प्रिय होते हैं।
3. मई महीने में कमल का फूल (Flower) क्यों नहीं मिलता?
कमल का फूल गर्मियों में कम खिलता है और इसकी उपलब्धता मई में बहुत सीमित हो जाती है।
4. गुलाब के अलावा और कौन से फूल (Flower) चढ़ा सकते हैं?
आप चमेली, मोगरा और गेंदे के फूल भी चढ़ा सकते हैं यदि गुलाब उपलब्ध न हो।
5. गुलाब के किस रंग का फूल (Flower) सबसे शुभ माना गया है?
लाल गुलाब शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा में सबसे शुभ माना गया है।
6. क्या पूजा में कृत्रिम फूल (Flower) चढ़ाना उचित है?
नहीं, कृत्रिम फूल चढ़ाना पूजा में अनुचित माना जाता है। केवल प्राकृतिक फूलों का ही प्रयोग करें।
7. क्या शुक्रवार को गुलाब का पौधा लगाना शुभ होता है?
हाँ, शुक्रवार को गुलाब का पौधा घर के उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना बहुत शुभ माना जाता है।
8. क्या गुलाब जल भी पूजा में प्रयोग होता है?
हाँ, गुलाब जल से मूर्ति का अभिषेक, वातावरण की शुद्धि और पूजा स्थल की सफाई की जाती है।
9. पूजा में चढ़ाए गए फूलों का क्या करें?
पूजा के बाद फूलों को पेड़ के नीचे या गमले में respectfully रखें, उन्हें कचरे में ना फेंकें।
10. फूल (Flower) चढ़ाते समय कौन से मंत्र का जाप करें?
“ॐ श्रीं श्रीये नमः” मंत्र का जाप करते हुए फूल अर्पित करें।
11. क्या रात में तोड़े गए फूल चढ़ाए जा सकते हैं?
नहीं, रात में तोड़े गए फूल अशुद्ध माने जाते हैं और देवी को नहीं चढ़ाने चाहिए।
12. क्या मुरझाए फूल चल सकते हैं पूजा में?
नहीं, मुरझाए फूल पूजा में अर्पण नहीं करने चाहिए। केवल ताजे और सुगंधित फूल ही चढ़ाएं।
13. गुलाब के फूल से कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं?
लाल गुलाब को लक्ष्मी जी के चरणों में रखकर तिजोरी में रखना, या गुलाब की माला चढ़ाना धनवृद्धि में सहायक होता है।
14. गुलाब की माला बनाकर चढ़ाना शुभ है क्या?
जी हाँ, गुलाब की माला बनाकर देवी लक्ष्मी को पहनाना शुभ और फलदायक होता है।
15. क्या मई में गुलाब का फूल आसानी से मिलता है?
हाँ, मई महीने में गुलाब के फूल अन्य फूलों की तुलना में अधिक उपलब्ध और टिकाऊ होते हैं।