5 मई (5th May) को ऐसे करें लक्ष्मी पूजा – जानिए शुभ मुहूर्त, आसान विधि और चमत्कारी उपाय!
5 मई (5th May) को लक्ष्मी पूजा का महत्व
5 मई (5th May) का दिन धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन विशेष पंचांग योग और शुभ ग्रह स्थिति के कारण देवी लक्ष्मी की पूजा अत्यधिक फलदायी होती है। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में धन की वृद्धि हो और आर्थिक समस्याएं दूर हों, तो 5 मई को लक्ष्मी पूजन अवश्य करें।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि 5 मई को लक्ष्मी पूजन कैसे करें, कौन-से विधि और उपाय अपनाएं, कौन से मंत्र और सामग्री का उपयोग करें और कैसे करें घर को लक्ष्मीमय। लेख को अंत तक पढ़ें ताकि एक भी जरूरी जानकारी ना छूटे।
🌸 5 मई (5th May) 2025: कौन-सा दिन और योग है?
5 मई 2025, सोमवार के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन:
- पुष्य नक्षत्र रहेगा, जो मां लक्ष्मी को विशेष प्रिय होता है।
- अमृत सिद्धि योग भी इस दिन बन रहा है, जो किसी भी पूजन के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
- चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा, जो धन और भावनाओं को मजबूत करने वाला है।
इन सभी स्थितियों के कारण 5 मई को लक्ष्मी पूजा करना अत्यंत फलदायक सिद्ध हो सकता है। इस दिन किया गया पूजा और उपाय तीव्र गति से फल देते हैं।
🕯️ लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त (5 मई (5th May) को)
5 मई को लक्ष्मी पूजन के लिए निम्नलिखित शुभ मुहूर्त रहेगा:
- प्रदोष काल: शाम 6:50 से रात 8:30 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 से 12:50 तक
- शुभ चौघड़िया: प्रातः 9:00 से 10:30 और शाम 5:00 से 6:30
प्रदोष काल और अभिजीत मुहूर्त में पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। इन समयों में मां लक्ष्मी की पूजा, मंत्र जाप और दीप दान अत्यंत शुभ माने जाते हैं।
🏠 पूजा से पहले क्या तैयारी करें?
लक्ष्मी पूजन से पहले घर की सफाई और शुद्धता बहुत जरूरी होती है। देवी लक्ष्मी स्वच्छता की देवी मानी जाती हैं। पूजन से पहले निम्न कार्य करें:
- पूरे घर में झाड़ू-पोंछा लगाएं।
- दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्निकोण) को साफ और सजाएं।
- घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और दीपक जलाएं।
- पूजा के स्थान को गंगा जल या गुलाब जल से शुद्ध करें।
- लक्ष्मी जी की मूर्ति या चित्र को लाल या पीले कपड़े पर रखें।
घर में अगर गंदगी या अस्त-व्यस्तता हो तो देवी लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलती। इसलिए पहले साफ-सफाई और व्यवस्था का ध्यान रखें।
🪔 5 मई (5th May) को लक्ष्मी पूजन की आसान विधि
इस दिन लक्ष्मी पूजा की सरल विधि निम्नलिखित है:
- पूजा स्थल को शुद्ध करें और एक पीला या लाल कपड़ा बिछाएं।
- उस पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- एक कलश में जल भरकर, आम के पत्ते और नारियल रखें।
- देवी को कुमकुम, हल्दी, चावल, फूल, मिठाई, फल अर्पित करें।
- 11 या 108 बार “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें।
- घी का दीपक जलाएं और धूप-अगरबत्ती दिखाएं।
- अंत में आरती करें – “जय लक्ष्मी माता”।
इस विधि से पूजन करने पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन, सुख और सौभाग्य का वास होता है।
🧾 लक्ष्मी पूजन की सामग्री की लिस्ट
पूजा के लिए नीचे दी गई सामग्री पहले से ही इकट्ठा कर लें:
- मां लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र
- लाल कपड़ा, कलावा
- कुमकुम, हल्दी, अक्षत (चावल)
- फूल (गुलाब, कमल या मोगरा)
- गंगाजल या शुद्ध जल
- दीपक, रुई, घी या तेल
- नारियल, आम के पत्ते, सुपारी
- मिठाई (खीर, लड्डू, पेड़ा)
- पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, शक्कर)
- अगरबत्ती और धूप
इन सामग्रियों का विधिपूर्वक उपयोग कर के आप पूजन को पूर्ण बना सकते हैं।
🔮 5 मई (5th May) को कौन से बीज मंत्र का जाप करें?
इस दिन निम्न लक्ष्मी बीज मंत्रों का जाप करने से धन वृद्धि होती है:
- ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः – यह सबसे प्रभावी और सरल मंत्र है।
- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः – यह त्रिशक्ति मंत्र लक्ष्मी को शीघ्र प्रसन्न करता है।
- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्म्यै नमः – यह मंत्र व्यापार और नौकरी में सफलता देता है।
इन मंत्रों का 108 बार जाप करें। जाप के समय ध्यान एकाग्र रखें और मां लक्ष्मी का ध्यान करें।
🌺 देवी लक्ष्मी को क्या चढ़ाएं इस दिन?
5 मई को मां लक्ष्मी को विशेष रूप से प्रिय वस्तुएं चढ़ाना चाहिए:
- कमल का फूल
- सफेद मिठाई (खीर, रसगुल्ला)
- केसर मिला हुआ चावल
- बासमती चावल
- सिंदूर और चंदन
इसके अलावा पंचामृत से स्नान कराना और सोने-चांदी के सिक्के अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है।
🪙 5 आसान उपाय 5 मई को लक्ष्मी को प्रसन्न करने के
- मुख्य द्वार पर स्वास्तिक और ॐ बनाएं – यह मां लक्ष्मी को घर आमंत्रित करता है।
- तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं – लक्ष्मी और विष्णु दोनों की कृपा मिलती है।
- चांदी का सिक्का देवी के चरणों में रखें – फिर उसे तिजोरी में रखें।
- गरीबों को सफेद वस्त्र और मिठाई दान करें – पुण्य और लक्ष्मी कृपा दोनों मिलती है।
- श्रीयंत्र का पूजन करें – इसे घर के उत्तर-पूर्व कोने में रखें।
🧘♀️ पूजा के बाद क्या करें?
पूजा के बाद निम्न बातों का विशेष ध्यान रखें:
- घर में सात्विक माहौल बनाए रखें।
- पूरे दिन लक्ष्मी मंत्रों का जप करें।
- किसी से भी विवाद या अपशब्द न कहें।
- दान-पुण्य अवश्य करें, विशेषकर गरीब कन्याओं को वस्त्र या भोजन दें।
- घर में शंख और घंटी की ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा हटाएं।
यह सब करने से लक्ष्मी माता की कृपा लंबे समय तक बनी रहती है।
📿 अगर 5 मई (5th May) को लक्ष्मी पूजा न कर पाएं तो क्या करें?
अगर किसी कारणवश 5 मई को पूर्ण पूजन न कर पाएं, तो कम से कम ये काम जरूर करें:
- लक्ष्मी मंत्र का जप करें।
- दीपक जलाकर देवी को प्रणाम करें।
- पवित्र भाव से मानसिक पूजा करें।
- किसी गरीब को अन्न या वस्त्र दान करें।
मां लक्ष्मी भावनाओं से प्रसन्न होती हैं। सच्चे मन से किया गया छोटा सा प्रयास भी बड़ा फल देता है।
5 मई (5th May) को क्यों करें लक्ष्मी पूजा?
5 मई 2025 को बन रहे विशेष योग और शुभ तिथि को देखते हुए यह दिन लक्ष्मी साधना के लिए अत्यंत शुभ है। इस दिन अगर आप पूरे श्रद्धा और विधिपूर्वक लक्ष्मी पूजन करते हैं, तो आपके घर में:
- धन आगमन होगा,
- कर्ज़ से मुक्ति मिलेगी,
- और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
5 मई (5th May) को लक्ष्मी पूजन से संबंधित महत्वपूर्ण FAQs
1. 5 मई (5th May) को लक्ष्मी पूजा क्यों करें?
5 मई को पुष्य नक्षत्र और अमृत सिद्धि योग होने के कारण यह दिन लक्ष्मी पूजन के लिए अत्यंत शुभ है।
2. 5 मई (5th May) को लक्ष्मी पूजन का सबसे अच्छा मुहूर्त क्या है?
शाम 6:50 से रात 8:30 (प्रदोष काल) और दोपहर 12:00 से 12:50 (अभिजीत मुहूर्त) में पूजा करना शुभ है।
3. लक्ष्मी जी को कौन-से फूल चढ़ाने चाहिए?
कमल, गुलाब, मोगरा और पीले फूल देवी लक्ष्मी को अति प्रिय हैं।
4. पूजा के लिए कौन-से मंत्र का जाप करें?
“ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” और “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें।
5. क्या केवल दीपक जलाकर भी लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सकता है?
हाँ, श्रद्धा से दीपक जलाकर मां लक्ष्मी को प्रणाम करने से भी कृपा प्राप्त होती है।
6. क्या लक्ष्मी पूजा में तिजोरी की पूजा करनी चाहिए?
हाँ, तिजोरी को शुद्ध कर उसमें दीपक और चावल रखकर पूजा करें, यह धनवृद्धि में सहायक होता है।
7. अगर पूजा का समय निकल जाए तो क्या करें?
मानसिक रूप से मंत्र जाप करें, दीप जलाएं और सच्चे मन से प्रार्थना करें।
8. क्या घर के सभी सदस्य पूजा में शामिल हो सकते हैं?
हाँ, पूरे परिवार का साथ देना पूजा को और भी अधिक फलदायी बनाता है।
9. क्या इस दिन दान-पुण्य का महत्व है?
जी हाँ, 5 मई को किए गए दान को विशेष पुण्यदायी माना गया है, विशेषकर अन्न, वस्त्र और धन का दान।
10. क्या लक्ष्मी जी को भोग लगाना आवश्यक है?
हाँ, खीर, लड्डू, पेड़ा जैसे सफेद और मीठे भोग अर्पित करें।
11. क्या श्रीयंत्र की स्थापना इस दिन की जा सकती है?
बिलकुल, 5 मई जैसे शुभ दिन पर श्रीयंत्र की स्थापना और पूजन अति फलदायी है।
12. क्या 5 मई को व्रत रखना चाहिए?
अगर संभव हो तो उपवास या फलाहार रखकर पूजा करना श्रेष्ठ रहता है।
13. पूजा के बाद दीपक कितनी देर जलाना चाहिए?
कम से कम 1 घंटे तक दीपक जलता रहना चाहिए; संध्या के समय तो अवश्य।
14. पूजा के बाद क्या मंत्र जपते रहें?
पूजा के बाद भी “श्रीं” बीज मंत्र का जाप करते रहें — यह धनागमन को बढ़ाता है।
15. अगर मूर्ति न हो तो क्या फोटो से पूजा कर सकते हैं?
हाँ, श्रद्धा से फोटो को ही मूर्ति मानकर पूजन किया जा सकता है।