नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों में 9 रंगों का रहस्य! जानें हर दिन के शुभ रंग और उनका महत्व

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नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों में 9 रंगों का रहस्य! जानें हर दिन के शुभ रंग और उनका महत्व


नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों में 9 रंगों का रहस्य! जानें हर दिन के शुभ रंग और उनका महत्व


नवरात्रि (Navratri) में रंगों का महत्व: प्रत्येक दिन के लिए निर्धारित रंग और उनका महत्व

नवरात्रि (Navratri) भारत के प्रमुख पर्वों में से एक है, जिसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। यह पर्व आध्यात्मिक ऊर्जा, भक्ति और शक्ति का प्रतीक है। नवरात्रि के दौरान हर दिन एक विशेष रंग पहना जाता है, जो माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों और उनकी शक्तियों का प्रतीक होता है। इन रंगों का ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से भी गहरा संबंध है।

Contents
नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों में 9 रंगों का रहस्य! जानें हर दिन के शुभ रंग और उनका महत्वनवरात्रि (Navratri) में रंगों का महत्व: प्रत्येक दिन के लिए निर्धारित रंग और उनका महत्व1. पहला दिन – ग्रे (Grey) रंग का महत्व2. दूसरा दिन – ऑरेंज (Orange) रंग का महत्व3. तीसरा दिन – सफेद (White) रंग का महत्व4. चौथा दिन – लाल (Red) रंग का महत्व5. पांचवां दिन – रॉयल ब्लू (Royal Blue) रंग का महत्व6. छठा दिन – पीला (Yellow) रंग का महत्व7. सातवां दिन – हरा (Green) रंग का महत्व8. आठवां दिन – पर्पल (Purple) रंग का महत्व9. नवां दिन – गुलाबी (Pink) रंग का महत्वनवरात्रि (Navratri) में रंगों का महत्व: सबसे अधिक पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)1. नवरात्रि (Navratri) में रंगों का महत्व क्या है?2. नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों के रंग कौन-कौन से हैं?3. क्या नवरात्रि (Navratri) में सही रंग पहनने से कोई लाभ होता है?4. क्या पुरुष भी नवरात्रि (Navratri) के रंग पहन सकते हैं?5. नवरात्रि (Navratri) के पहले दिन ग्रे रंग क्यों पहना जाता है?6. क्या हम नवरात्रि (Navratri) के हर दिन किसी भी रूप में रंग धारण कर सकते हैं?7. नवरात्रि (Navratri) के तीसरे दिन सफेद रंग क्यों पहना जाता है?8. नवरात्रि (Navratri) के चौथे दिन लाल रंग क्यों महत्वपूर्ण है?9. क्या हम नवरात्रि (Navratri) में अन्य रंग पहन सकते हैं?10. क्या हर साल नवरात्रि (Navratri) के रंग बदलते हैं?11. नवरात्रि (Navratri) के आखिरी दिन गुलाबी रंग क्यों पहना जाता है?12. क्या नवरात्रि (Navratri) में इन रंगों का कोई वैज्ञानिक महत्व भी है?13. क्या इन रंगों को नवरात्रि (Navratri) पूजा के दौरान भी इस्तेमाल किया जाता है?14. क्या छोटे बच्चे भी नवरात्रि (Navratri) के रंग पहन सकते हैं?15. क्या इन रंगों को पहनने से देवी की कृपा मिलती है?

हर दिन एक विशेष रंग पहनने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस लेख में हम जानेंगे नवरात्रि के 9 दिनों के 9 रंग और उनका महत्व।


1. पहला दिन – ग्रे (Grey) रंग का महत्व

नवरात्रि का पहला दिन माँ शैलपुत्री को समर्पित होता है। इस दिन ग्रे रंग पहनने का महत्व है। ग्रे रंग स्थिरता और शक्ति का प्रतीक है। यह रंग नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर मानसिक शांति प्रदान करता है।

माँ शैलपुत्री पर्वत राज हिमालय की पुत्री हैं और उन्हें नवदुर्गाओं में प्रथम स्थान प्राप्त है। ग्रे रंग को पहनकर हम अपने जीवन में संतुलन और आत्म-नियंत्रण बनाए रख सकते हैं।

ग्रे रंग से लाभ:
✔ नकारात्मक विचारों से मुक्ति
✔ धैर्य और आत्म-संयम की वृद्धि
✔ आध्यात्मिक जागरूकता में वृद्धि


2. दूसरा दिन – ऑरेंज (Orange) रंग का महत्व

नवरात्रि का दूसरा दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा के लिए होता है। इस दिन ऑरेंज रंग पहनना शुभ माना जाता है। यह रंग उत्साह, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है।

माँ ब्रह्मचारिणी ज्ञान, तपस्या और आत्म-संयम की देवी हैं। ऑरेंज रंग पहनकर हम अपने जीवन में आत्मविश्वास और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं।

ऑरेंज रंग से लाभ:
✔ नई ऊर्जा और उत्साह प्राप्त होता है
✔ आत्म-विश्वास और आध्यात्मिकता में वृद्धि होती है
✔ मन में सकारात्मक विचार आते हैं


3. तीसरा दिन – सफेद (White) रंग का महत्व

तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इस दिन सफेद रंग पहनना शुभ होता है। सफेद रंग शांति, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।

माँ चंद्रघंटा का स्वरूप बहुत ही शांत और सौम्य होता है, लेकिन जब भक्तों पर संकट आता है, तब वे रौद्र रूप धारण कर लेती हैं। इस दिन सफेद रंग पहनकर हम आंतरिक शांति और मानसिक स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं।

सफेद रंग से लाभ:
✔ मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है
✔ नकारात्मकता दूर होती है
✔ जीवन में सच्चाई और पवित्रता आती है


4. चौथा दिन – लाल (Red) रंग का महत्व

नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा की जाती है। इस दिन लाल रंग पहनने का विशेष महत्व है। लाल रंग शक्ति, साहस और ऊर्जा का प्रतीक है।

माँ कूष्मांडा को ब्रह्मांड की रचनाकार माना जाता है। उनका नाम कूष्मांडा इसलिए पड़ा क्योंकि उन्होंने अपनी मंद मुस्कान से सृष्टि की रचना की थी। लाल रंग पहनकर हम अपने अंदर साहस और आत्म-विश्वास को बढ़ा सकते हैं।

लाल रंग से लाभ:
✔ आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है
✔ सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है
✔ मनोबल और साहस बढ़ता है


5. पांचवां दिन – रॉयल ब्लू (Royal Blue) रंग का महत्व

पांचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा होती है। इस दिन रॉयल ब्लू रंग पहनना शुभ होता है। यह रंग स्थिरता, आत्म-नियंत्रण और गहराई का प्रतीक है।

माँ स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय की माता हैं और वे ममता और करुणा का प्रतीक हैं। रॉयल ब्लू रंग पहनकर हम अपने जीवन में संतुलन और स्पष्टता ला सकते हैं।

रॉयल ब्लू रंग से लाभ:
✔ आत्म-नियंत्रण और धैर्य बढ़ता है
✔ मन शांत और संतुलित रहता है
✔ मानसिक स्पष्टता आती है


6. छठा दिन – पीला (Yellow) रंग का महत्व

छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है। इस दिन पीला रंग पहनना बहुत शुभ माना जाता है। पीला रंग ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि का प्रतीक है।

माँ कात्यायनी को अत्यंत शक्तिशाली देवी माना जाता है। वे राक्षस महिषासुर का वध करने वाली देवी हैं। इस दिन पीला रंग पहनकर हम अपने जीवन में सकारात्मकता और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।

पीले रंग से लाभ:
✔ बुद्धि और ज्ञान की वृद्धि होती है
✔ सकारात्मकता और आत्मविश्वास बढ़ता है
✔ सौभाग्य और समृद्धि आती है


7. सातवां दिन – हरा (Green) रंग का महत्व

सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा की जाती है। इस दिन हरा रंग पहनना शुभ माना जाता है। हरा रंग प्रकृति, जीवन और समृद्धि का प्रतीक है।

माँ कालरात्रि नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने वाली देवी हैं। हरा रंग पहनकर हम अपने जीवन में नए अवसरों और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं।

हरे रंग से लाभ:
✔ जीवन में नई ऊर्जा आती है
✔ समृद्धि और सौभाग्य बढ़ता है
✔ मन शांत और स्थिर रहता है


8. आठवां दिन – पर्पल (Purple) रंग का महत्व

आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन पर्पल रंग पहनना शुभ होता है। पर्पल रंग रहस्य, शक्ति और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है।

माँ महागौरी अत्यंत कोमल और सुंदर स्वरूप वाली देवी हैं। वे भक्तों को शुद्धता और शांति का आशीर्वाद देती हैं। पर्पल रंग पहनकर हम अपने जीवन में आध्यात्मिक उन्नति और स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं।

पर्पल रंग से लाभ:
✔ आध्यात्मिक विकास होता है
✔ आत्मविश्वास बढ़ता है
✔ मानसिक स्थिरता मिलती है


9. नवां दिन – गुलाबी (Pink) रंग का महत्व

नौवें दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा होती है। इस दिन गुलाबी रंग पहनना शुभ माना जाता है। गुलाबी रंग प्रेम, करुणा और सुख-समृद्धि का प्रतीक है।

माँ सिद्धिदात्री आध्यात्मिक सिद्धियाँ प्रदान करने वाली देवी हैं। गुलाबी रंग पहनकर हम अपने जीवन में प्रेम, शांति और सौभाग्य को आकर्षित कर सकते हैं।

नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों में 9 रंगों का रहस्य! जानें हर दिन के शुभ रंग और उनका महत्व
नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों में 9 रंगों का रहस्य! जानें हर दिन के शुभ रंग और उनका महत्व!

गुलाबी रंग से लाभ:
✔ प्रेम और सौहार्द बढ़ता है
✔ मानसिक शांति मिलती है
✔ सौभाग्य और समृद्धि आती है


नवरात्रि में रंगों का विशेष महत्व होता है। हर दिन का रंग हमें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है और हमें देवी की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। इस नवरात्रि में हर दिन के शुभ रंग को अपनाएं और अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर दें। जय माता दी!

नवरात्रि (Navratri) में रंगों का महत्व: सबसे अधिक पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

1. नवरात्रि (Navratri) में रंगों का महत्व क्या है?

नवरात्रि में हर दिन एक विशेष रंग पहनने का प्रचलन है, जो देवी दुर्गा के अलग-अलग रूपों और उनकी शक्तियों को दर्शाता है। यह रंग सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करते हैं।

2. नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों के रंग कौन-कौन से हैं?

  • पहला दिन – ग्रे (Grey)
  • दूसरा दिन – ऑरेंज (Orange)
  • तीसरा दिन – सफेद (White)
  • चौथा दिन – लाल (Red)
  • पांचवां दिन – रॉयल ब्लू (Royal Blue)
  • छठा दिन – पीला (Yellow)
  • सातवां दिन – हरा (Green)
  • आठवां दिन – पर्पल (Purple)
  • नौवां दिन – गुलाबी (Pink)

3. क्या नवरात्रि (Navratri) में सही रंग पहनने से कोई लाभ होता है?

हाँ, हर दिन का विशेष रंग पहनने से सकारात्मक ऊर्जा, मन की शांति, और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है।

4. क्या पुरुष भी नवरात्रि (Navratri) के रंग पहन सकते हैं?

हाँ, नवरात्रि के दौरान पुरुष और महिलाएं दोनों ही इन शुभ रंगों को पहन सकते हैं।

5. नवरात्रि (Navratri) के पहले दिन ग्रे रंग क्यों पहना जाता है?

ग्रे रंग स्थिरता, शक्ति और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक है, जो माँ शैलपुत्री की पूजा के लिए उपयुक्त माना जाता है।

6. क्या हम नवरात्रि (Navratri) के हर दिन किसी भी रूप में रंग धारण कर सकते हैं?

हाँ, आप कपड़ों, दुपट्टा, साड़ी, कुर्ता, रूमाल या आभूषण के रूप में इन रंगों को धारण कर सकते हैं।

7. नवरात्रि (Navratri) के तीसरे दिन सफेद रंग क्यों पहना जाता है?

सफेद रंग शांति, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है, जो माँ चंद्रघंटा की पूजा के लिए शुभ माना जाता है।

8. नवरात्रि (Navratri) के चौथे दिन लाल रंग क्यों महत्वपूर्ण है?

लाल रंग शक्ति, साहस और ऊर्जा का प्रतीक है, जो माँ कूष्मांडा की आराधना के लिए महत्वपूर्ण होता है।

9. क्या हम नवरात्रि (Navratri) में अन्य रंग पहन सकते हैं?

हालाँकि विशेष रंग पहनना शुभ माना जाता है, लेकिन यदि संभव न हो तो आप कोई भी शुभ रंग पहन सकते हैं।

10. क्या हर साल नवरात्रि (Navratri) के रंग बदलते हैं?

नहीं, आमतौर पर हर साल नवरात्रि के रंग एक जैसे ही रहते हैं, लेकिन कभी-कभी पंचांग के अनुसार हल्का परिवर्तन हो सकता है।

11. नवरात्रि (Navratri) के आखिरी दिन गुलाबी रंग क्यों पहना जाता है?

गुलाबी रंग प्रेम, सौहार्द और समृद्धि का प्रतीक है, जो माँ सिद्धिदात्री की पूजा के लिए शुभ माना जाता है।

12. क्या नवरात्रि (Navratri) में इन रंगों का कोई वैज्ञानिक महत्व भी है?

हाँ, रंगों का प्रभाव हमारी मनोदशा और ऊर्जा स्तर पर पड़ता है, जिससे सकारात्मकता बढ़ती है और नकारात्मकता दूर होती है।

13. क्या इन रंगों को नवरात्रि (Navratri) पूजा के दौरान भी इस्तेमाल किया जाता है?

हाँ, पूजा की सजावट, फूल, वस्त्र और ध्वज में भी इन रंगों का प्रयोग किया जाता है।

14. क्या छोटे बच्चे भी नवरात्रि (Navratri) के रंग पहन सकते हैं?

हाँ, छोटे बच्चों को भी ये रंग पहनाए जा सकते हैं ताकि वे सकारात्मक ऊर्जा से लाभान्वित हो सकें।

15. क्या इन रंगों को पहनने से देवी की कृपा मिलती है?

यह पूरी तरह से श्रद्धा और आस्था पर निर्भर करता है, लेकिन सही रंग धारण करने से मन की शांति और आध्यात्मिकता बढ़ती है।

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