घर के मंदिर (Home Temple) में ये मूर्तियाँ भूलकर भी ना रखें! वरना बढ़ेंगी परेशानियाँ!
घर के मंदिर (Home Temple) में कौन सी मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए? पूरी जानकारी!
घर का मंदिर (Home Temple) और मूर्तियों का महत्व
हिंदू धर्म में घर का मंदिर (Home Temple) बेहद पवित्र स्थान माना जाता है। यह सिर्फ पूजा करने की जगह नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र होता है। सही मूर्तियाँ रखने से शांति, सुख और समृद्धि आती है, जबकि गलत मूर्तियाँ रखने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कई बार हम अनजाने में वास्तु और धार्मिक नियमों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे जीवन में बाधाएँ और परेशानियाँ बढ़ने लगती हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि घर के मंदिर में किन मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए।
1. टूटी-फूटी मूर्तियाँ
अगर आपके घर के मंदिर में किसी देवी-देवता की मूर्ति टूट गई है, तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए। शास्त्रों और वास्तु शास्त्र के अनुसार, टूटी हुई मूर्तियाँ रखना अशुभ माना जाता है। ऐसी मूर्तियों से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है और घर में क्लेश, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव बढ़ता है। अगर कोई मूर्ति टूट जाए, तो उसे बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए या किसी पीपल के पेड़ के नीचे सम्मानपूर्वक रख देना चाहिए।
2. बहुत बड़ी मूर्तियाँ
घर के मंदिर (Home Temple) में बहुत बड़ी मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए। हिंदू धर्म के अनुसार, मंदिर का आकार छोटा और पवित्र होना चाहिए, इसलिए छोटी और उचित आकार की मूर्तियाँ ही उचित होती हैं। विशाल मूर्तियाँ मंदिर में रखने से पूजा में बाधा आती है और घर के वातावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसी मूर्तियाँ रखने से ऊर्जा असंतुलित हो सकती है और परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव महसूस हो सकता है।
3. एक से अधिक गणेश मूर्तियाँ
घर में एक से अधिक भगवान गणेश की मूर्तियाँ या चित्र नहीं रखने चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अधिक गणेश मूर्तियाँ घर में विघ्न और बाधाएँ ला सकती हैं। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है, लेकिन यदि उनकी कई मूर्तियाँ एक ही स्थान पर रख दी जाएँ, तो वे विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं। इसलिए घर के मंदिर में केवल एक गणेश जी की मूर्ति रखें और बाकी मूर्तियों को सम्मानपूर्वक किसी अन्य स्थान पर रख दें।
4. महिषासुर मर्दिनी और उग्र रूप वाली मूर्तियाँ
घर के मंदिर (Home Temple) में माँ दुर्गा, काली माता या किसी अन्य देवी-देवता की उग्र रूप वाली मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए। ये मूर्तियाँ युद्ध और संहार का प्रतीक होती हैं और घर में शांति और स्थिरता के लिए बाधक हो सकती हैं। घर के मंदिर में हमेशा शांत मुद्रा वाली देवी-देवताओं की मूर्तियाँ रखनी चाहिए, ताकि परिवार में सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनी रहे।
5. शिवलिंग का बहुत बड़ा आकार
घर में शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है, लेकिन इसका आकार बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए। मंदिरों में बड़े शिवलिंग की पूजा की जाती है, लेकिन घर में इसे अंगूठे के आकार का या अधिकतम 6 इंच का ही रखना चाहिए। बहुत बड़े शिवलिंग से ऊर्जा असंतुलित हो सकती है और यह परिवार के लिए समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है।
6. राधा-कृष्ण की अधूरी मूर्तियाँ
अगर आपके घर में श्रीकृष्ण की मूर्ति बिना राधा जी के है, तो इसे पूर्ण नहीं माना जाता। घर के मंदिर में हमेशा राधा-कृष्ण की साथ में मूर्ति रखनी चाहिए। अधूरी मूर्तियाँ घर में अशांति, वैवाहिक जीवन में तनाव और रिश्तों में दरार ला सकती हैं। इसी तरह, श्रीराम की मूर्ति बिना माता सीता और लक्ष्मण के नहीं रखनी चाहिए।
7. शयन मुद्रा वाली मूर्तियाँ
घर के मंदिर (Home Temple) में सोती हुई या लेटी हुई भगवान की मूर्तियाँ रखना उचित नहीं होता। यह संकेत करता है कि घर में स्थिरता और ऊर्जा का प्रवाह नहीं हो रहा। खासकर श्रीकृष्ण और भगवान विष्णु की शेषनाग पर लेटी हुई मूर्ति मंदिरों में तो ठीक होती है, लेकिन घर में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
8. तांत्रिक और रहस्यमयी मूर्तियाँ
कई लोग विशेष प्रभाव के लिए तांत्रिक मूर्तियाँ या रहस्यमयी आकृतियाँ घर में रख लेते हैं। लेकिन यह ऊर्जा को प्रभावित कर सकता है और घर में अशांति और मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है। घर के मंदिर में हमेशा सरल, सुंदर और सकारात्मक ऊर्जा वाली मूर्तियाँ ही रखनी चाहिए।
9. क्रोधित या युद्ध मुद्रा वाली मूर्तियाँ
घर के मंदिर (Home Temple) में क्रोधित मुद्रा में देवी-देवताओं की मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए। यह परिवार में झगड़े, मनमुटाव और अशांति ला सकती हैं। हमेशा मंदिर में शांति, प्रेम और आशीर्वाद देने वाली मूर्तियाँ ही रखें, ताकि घर में सकारात्मकता बनी रहे।
10. अपशकुन वाली मूर्तियाँ
कुछ लोग अज्ञात मूर्तियाँ या दुर्लभ आकृतियाँ घर में रख लेते हैं, लेकिन यह वास्तु शास्त्र के अनुसार उचित नहीं है। यदि मूर्ति का कोई धार्मिक या शुभ महत्व नहीं है, तो इसे घर में रखने से बचना चाहिए। ऐसी मूर्तियाँ भ्रम और नकारात्मकता पैदा कर सकती हैं।
सही मूर्तियाँ रखने के नियम
✔️ घर के मंदिर में हमेशा शांत और मधुर भाव वाली मूर्तियाँ रखें।
✔️ मूर्तियों का आकार अधिकतम 6-9 इंच तक होना चाहिए।
✔️ टूटी-फूटी मूर्तियाँ तुरंत हटा दें और उनका सही निष्कासन करें।
✔️ घर के मंदिर को हमेशा स्वच्छ और सुगंधित बनाए रखें।
✔️ देवी-देवताओं की मूर्तियों का सही दिशा में स्थापना करें।
घर का मंदिर सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति का केंद्र होता है। यदि मूर्तियों को धार्मिक और वास्तु नियमों के अनुसार रखा जाए, तो यह सुख-समृद्धि और खुशहाली लाता है। लेकिन अगर गलत मूर्तियाँ रखी जाएँ, तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। इसलिए हमेशा सही मूर्तियों का चयन करें और घर के मंदिर को सकारात्मकता और शांति से भरपूर बनाए रखें।
घर के मंदिर (Home Temple) में मूर्तियों से जुड़े ज़रूरी सवाल-जवाब
1. क्या घर के मंदिर (Home Temple) में टूटी हुई मूर्तियाँ रखनी चाहिए?
नहीं, टूटी हुई मूर्तियाँ रखना अशुभ माना जाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में क्लेश और परेशानियाँ आ सकती हैं।
2. घर में कितनी गणेश जी की मूर्तियाँ रखनी चाहिए?
घर के मंदिर में केवल एक गणेश जी की मूर्ति होनी चाहिए। एक से अधिक गणेश मूर्तियाँ विघ्न और बाधाओं का कारण बन सकती हैं।
3. क्या घर में बड़ी मूर्तियाँ रखना सही है?
नहीं, घर में बहुत बड़ी मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए। मंदिर में छोटी और उचित आकार की मूर्तियाँ ही शुभ होती हैं।
4. घर के मंदिर (Home Temple) में शिवलिंग कितना बड़ा होना चाहिए?
घर में शिवलिंग का आकार अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए। अधिकतम 6 इंच का शिवलिंग शुभ माना जाता है।
5. क्या घर के मंदिर (Home Temple) में उग्र रूप वाली देवी-देवताओं की मूर्तियाँ रखनी चाहिए?
नहीं, उग्र रूप वाली मूर्तियाँ जैसे काली माता, महिषासुर मर्दिनी, नृसिंह अवतार घर में रखने से अशांति आ सकती है।
6. क्या सोती हुई या लेटी हुई भगवान की मूर्ति घर में रख सकते हैं?
नहीं, शयन मुद्रा वाली मूर्तियाँ नकारात्मक ऊर्जा लाती हैं। हमेशा बैठी या खड़ी मुद्रा वाली मूर्तियाँ रखें।
7. क्या राधा-कृष्ण की अधूरी मूर्ति रखना सही है?
नहीं, कृष्ण जी की मूर्ति राधा जी के बिना अधूरी मानी जाती है। इससे वैवाहिक जीवन में तनाव आ सकता है।
8. घर के मंदिर (Home Temple) में भगवान विष्णु की शेषनाग पर लेटी हुई मूर्ति रख सकते हैं?
नहीं, यह मुद्रा मंदिरों के लिए होती है। घर में केवल बैठी या खड़ी मुद्रा में विष्णु जी की मूर्ति रखनी चाहिए।
9. क्या घर में रहस्यमयी या तांत्रिक मूर्तियाँ रखनी चाहिए?
नहीं, ऐसी मूर्तियाँ नकारात्मक ऊर्जा बढ़ा सकती हैं और मानसिक अशांति ला सकती हैं।
10. क्या घर में अपशकुन वाली मूर्तियाँ रखना सही है?
नहीं, अगर किसी मूर्ति का कोई धार्मिक महत्व नहीं है, तो उसे घर में नहीं रखना चाहिए।
11. घर के मंदिर (Home Temple) में मूर्तियों की स्थापना किस दिशा में करनी चाहिए?
पूजा स्थान उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में होना चाहिए। मूर्तियों को इस दिशा में स्थापित करना शुभ होता है।
12. क्या घर के मंदिर (Home Temple) में महाभारत से जुड़े पात्रों की मूर्तियाँ रख सकते हैं?
नहीं, महाभारत युद्ध का प्रतीक है, इसलिए इससे जुड़े पात्रों की मूर्तियाँ घर में तनाव और झगड़े बढ़ा सकती हैं।
13. क्या एक ही मंदिर में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियाँ रख सकते हैं?
सभी मूर्तियाँ रखने की बजाय मुख्य देवी-देवताओं की सीमित संख्या में मूर्तियाँ रखें ताकि ऊर्जा संतुलित रहे।
14. क्या मंदिर में नटराज की मूर्ति रखना शुभ होता है?
नहीं, भगवान शिव का नटराज रूप तांडव और विनाश का प्रतीक है, इसलिए इसे घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए।
15. घर के मंदिर (Home Temple) में मूर्तियों को कितने समय में बदलना चाहिए?
अगर कोई मूर्ति पुरानी, धुंधली या खंडित हो जाए, तो उसे सम्मानपूर्वक हटाकर नई मूर्ति स्थापित करनी चाहिए।