दरवाजे (Doors) पर यह शुभ चिह्न बनाएंगे, तो घर में होगी धन की बरकत!

NdtvHindu
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दरवाजे (Doors) पर यह शुभ चिह्न बनाएंगे, तो घर में होगी धन की बरकत!

दरवाजे (Doors) पर यह शुभ चिह्न बनाएंगे, तो घर में होगी धन की बरकत!


दरवाजे (Doors) पर कौन सा चिह्न बनाने से धन की बरकत होती है?

हमारा घर न केवल हमारा रहने का स्थान होता है, बल्कि यह हमारे सुख-समृद्धि का भी केंद्र होता है। वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि घर के मुख्य दरवाजे (Doors) पर सही शुभ चिह्न बनाए जाएं, तो इससे धन, सुख-शांति और सौभाग्य की वृद्धि होती है। कई प्राचीन परंपराओं में मुख्य द्वार को विशेष महत्व दिया गया है क्योंकि इसे ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कौन-कौन से चिह्न दरवाजे पर बनाने से धन की बरकत होती है और उनका सही तरीका क्या है।

Contents
दरवाजे (Doors) पर यह शुभ चिह्न बनाएंगे, तो घर में होगी धन की बरकत!दरवाजे (Doors) पर कौन सा चिह्न बनाने से धन की बरकत होती है?1. स्वस्तिक चिह्न से आती है सकारात्मक ऊर्जा2. लक्ष्मी पांव के चिह्न से आती है देवी लक्ष्मी की कृपा3. ॐ का चिह्न देता है शुभ फल4. दरवाजे (Doors) पर तोरण और बंदनवार लगाने का महत्व5. श्रीयंत्र: धन की बरकत के लिए अचूक उपाय6. दरवाजे (Doors) पर गाय के गोबर से प्रतीक बनाना शुभ होता है7. दरवाजे (Doors) पर “शुभ लाभ” लिखने के फायदेदरवाजे (Doors) पर कौन सा चिह्न बनाने से धन की बरकत होती है? (FAQs:)1. दरवाजे (Doors) पर कौन-कौन से शुभ चिह्न बनाए जा सकते हैं?2. घर के मुख्य दरवाजे (Doors) पर स्वस्तिक बनाने से क्या लाभ होता है?3. स्वस्तिक चिह्न किस रंग से बनाना चाहिए?4. लक्ष्मी पांव के निशान दरवाजे पर क्यों बनाए जाते हैं?5. लक्ष्मी पांव के निशान बनाने का सही तरीका क्या है?6. दरवाजे (Doors) पर ॐ बनाने से क्या लाभ होता है?7. क्या दरवाजे (Doors) पर श्रीयंत्र लगाने से धन की बरकत होती है?8. तोरण और बंदनवार लगाने का क्या महत्व है?9. किस तरह का तोरण सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है?10. क्या दरवाजे (Doors) पर गाय के गोबर से चिह्न बनाना शुभ होता है?11. शुभ-लाभ लिखने से क्या फायदा होता है?12. शुभ-लाभ किस रंग से लिखना चाहिए?13. दरवाजे (Doors) पर कौन सा दिन शुभ चिह्न बनाने के लिए सबसे अच्छा होता है?14. क्या हर दिन इन शुभ चिह्नों की देखभाल करनी चाहिए?15. क्या गलत तरीके से बनाए गए चिह्न का नकारात्मक असर हो सकता है?

1. स्वस्तिक चिह्न से आती है सकारात्मक ऊर्जा

स्वस्तिक को हिंदू धर्म में अति शुभ माना गया है। यह चिह्न गणपति जी से जुड़ा हुआ है और इसे सौभाग्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। घर के मुख्य दरवाजे पर स्वस्तिक बनाने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं, और घर में धन का प्रवाह बना रहता है।

कैसे बनाएं स्वस्तिक?

  • स्वस्तिक को लाल सिंदूर या हल्दी से बनाना शुभ माना जाता है।
  • इसे हमेशा शुद्ध हाथों से बनाएं।
  • स्वस्तिक के चारों तरफ शुभ-लाभ और श्री लिखना भी अच्छा माना जाता है।
  • इसे बनाने का सबसे शुभ दिन गुरुवार, शुक्रवार या दिवाली होता है।

स्वस्तिक बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन की वृद्धि होती है।


2. लक्ष्मी पांव के चिह्न से आती है देवी लक्ष्मी की कृपा

देवी लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की देवी माना जाता है। अगर घर के दरवाजे पर लक्ष्मी पांव के निशान बनाए जाएं, तो यह संकेत करता है कि धन की देवी स्वयं घर में प्रवेश कर रही हैं

कैसे बनाएं लक्ष्मी पांव के निशान?

  • गेरू, हल्दी, चावल का आटा या लाल रंग से बनाना शुभ होता है।
  • दरवाजे के अंदर की ओर पैरों की दिशा इस तरह होनी चाहिए कि ऐसा लगे कि लक्ष्मी माता घर में प्रवेश कर रही हैं
  • इन्हें बनाने का शुभ दिन दिवाली, पूर्णिमा या शुक्रवार होता है।

इस चिह्न को बनाने से घर में धन और समृद्धि का वास होता है और पैसों की तंगी दूर होती है।


3. ॐ का चिह्न देता है शुभ फल

को शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इस चिह्न को घर के मुख्य द्वार पर लगाने से न केवल धार्मिक वातावरण बनता है, बल्कि घर में धन, सुख और शांति का भी वास होता है।

कैसे बनाएं ॐ का चिह्न?

  • इसे दरवाजे के ऊपरी भाग पर लाल रंग या हल्दी से बनाएं।
  • इसे साफ-सुथरे स्थान पर ही लगाएं।
  • रोज सुबह इस चिह्न पर गंगाजल या जल छिड़कने से शुभ फल मिलता है।

ॐ का चिह्न घर में सकारात्मकता लाने के साथ-साथ धन की बरकत भी बढ़ाता है।


4. दरवाजे (Doors) पर तोरण और बंदनवार लगाने का महत्व

भारतीय परंपरा में घर के मुख्य द्वार पर तोरण और बंदनवार लगाने की परंपरा है। इसे लगाने से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती और घर में धन, सुख और शांति बनी रहती है।

किस तरह का तोरण शुभ होता है?

  • आम, पीपल या अशोक के पत्तों से बना तोरण बहुत शुभ माना जाता है।
  • तोरण में मौली (कलावा) और फूलों का प्रयोग भी किया जाता है।
  • इसे मुख्य द्वार पर गुरुवार या शुक्रवार को लगाने से धन की बरकत होती है।

तोरण और बंदनवार लगाने से घर में खुशहाली और धन की वृद्धि होती है।


5. श्रीयंत्र: धन की बरकत के लिए अचूक उपाय

श्रीयंत्र को धन और समृद्धि का सबसे प्रभावी यंत्र माना गया है। इसे घर के दरवाजे पर लगाने से धन आगमन के नए द्वार खुलते हैं और पैसों की समस्या दूर होती है।

कैसे करें श्रीयंत्र की स्थापना?

  • इसे सोने, तांबे या चांदी पर अंकित करवाना शुभ माना जाता है।
  • इसे मुख्य द्वार के ऊपर या अंदर स्थापित करें।
  • प्रतिदिन इसकी पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।

श्रीयंत्र घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने और धन की बरकत बढ़ाने में मदद करता है।


6. दरवाजे (Doors) पर गाय के गोबर से प्रतीक बनाना शुभ होता है

गाय का गोबर पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। पुराने समय में लोग इसे घर के मुख्य दरवाजे पर लगाकर शुभ चिह्न बनाते थे, जिससे घर में धन और समृद्धि बनी रहती थी।

कैसे करें प्रयोग?

  • गाय के गोबर से स्वस्तिक, ॐ या लक्ष्मी पांव बनाना बहुत शुभ होता है।
  • इसे अमावस्या, पूर्णिमा या विशेष पर्वों पर बनाना अधिक प्रभावी होता है।

यह उपाय घर में शुद्धता, सकारात्मक ऊर्जा और धन की बरकत को बढ़ाता है।


7. दरवाजे (Doors) पर “शुभ लाभ” लिखने के फायदे

“शुभ लाभ” शब्द अपने आप में ही धन और समृद्धि का प्रतीक है। इसे मुख्य द्वार पर लिखने से व्यवसाय और घर दोनों में ही आर्थिक उन्नति होती है

कैसे लिखें?

  • इसे लाल रंग, सिंदूर या हल्दी से लिखना शुभ होता है।
  • इसे दरवाजे के ऊपर या दोनों किनारों पर लिखा जाता है।
दरवाजे (Doors) पर यह शुभ चिह्न बनाएंगे, तो घर में होगी धन की बरकत!
दरवाजे (Doors) पर यह शुभ चिह्न बनाएंगे, तो घर में होगी धन की बरकत!

इस चिह्न से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।


घर के मुख्य दरवाजे (Doors) पर सही शुभ चिह्न बनाने से धन की बरकत और समृद्धि बढ़ती है। स्वस्तिक, लक्ष्मी पांव, ॐ, श्रीयंत्र, तोरण और शुभ-लाभ जैसे चिह्न न केवल धन का आगमन कराते हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी बनाए रखते हैं। अगर आप भी अपने घर में खुशहाली और आर्थिक संपन्नता चाहते हैं, तो इन उपायों को जरूर अपनाएं।

दरवाजे (Doors) पर कौन सा चिह्न बनाने से धन की बरकत होती है? (FAQs:)

1. दरवाजे (Doors) पर कौन-कौन से शुभ चिह्न बनाए जा सकते हैं?

स्वस्तिक, ॐ, लक्ष्मी पांव, श्रीयंत्र, शुभ-लाभ, तोरण, गाय के गोबर के चिह्न और मांगलिक कलश दरवाजे पर बनाए जा सकते हैं।

2. घर के मुख्य दरवाजे (Doors) पर स्वस्तिक बनाने से क्या लाभ होता है?

स्वस्तिक सकारात्मक ऊर्जा, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है। इसे बनाने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं और घर में धन का प्रवाह बना रहता है।

3. स्वस्तिक चिह्न किस रंग से बनाना चाहिए?

लाल सिंदूर, हल्दी या कुमकुम से स्वस्तिक बनाना शुभ होता है। इसे शुद्ध हाथों से बनाना चाहिए।

4. लक्ष्मी पांव के निशान दरवाजे पर क्यों बनाए जाते हैं?

लक्ष्मी पांव के निशान बनाने से धन की देवी लक्ष्मी का घर में आगमन होता है और आर्थिक समृद्धि बढ़ती है।

5. लक्ष्मी पांव के निशान बनाने का सही तरीका क्या है?

पैरों की दिशा घर के अंदर की ओर होनी चाहिए, ताकि ऐसा लगे कि मां लक्ष्मी घर में प्रवेश कर रही हैं

6. दरवाजे (Doors) पर बनाने से क्या लाभ होता है?

शक्ति, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। इसे दरवाजे पर लगाने से धन, सुख और समृद्धि बढ़ती है।

7. क्या दरवाजे (Doors) पर श्रीयंत्र लगाने से धन की बरकत होती है?

हाँ, श्रीयंत्र धन, सफलता और समृद्धि का प्रतीक है। इसे घर के मुख्य द्वार पर स्थापित करने से आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं

8. तोरण और बंदनवार लगाने का क्या महत्व है?

तोरण और बंदनवार लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती और घर में धन और सुख-शांति बनी रहती है।

9. किस तरह का तोरण सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है?

आम, पीपल या अशोक के पत्तों से बना तोरण सबसे शुभ माना जाता है। इसे दरवाजे पर लगाने से घर में शुभ ऊर्जा बनी रहती है।

10. क्या दरवाजे (Doors) पर गाय के गोबर से चिह्न बनाना शुभ होता है?

हाँ, गाय के गोबर से स्वस्तिक, ॐ या लक्ष्मी पांव बनाने से घर में शुद्धता और धन की वृद्धि होती है।

11. शुभ-लाभ लिखने से क्या फायदा होता है?

शुभ लाभ” लिखने से घर में धन की बरकत होती है और व्यवसाय में उन्नति मिलती है।

12. शुभ-लाभ किस रंग से लिखना चाहिए?

इसे लाल रंग, सिंदूर या हल्दी से लिखना शुभ होता है।

13. दरवाजे (Doors) पर कौन सा दिन शुभ चिह्न बनाने के लिए सबसे अच्छा होता है?

गुरुवार, शुक्रवार, दिवाली और अक्षय तृतीया के दिन शुभ चिह्न बनाने से अधिक लाभ मिलता है।

14. क्या हर दिन इन शुभ चिह्नों की देखभाल करनी चाहिए?

हाँ, इन चिह्नों पर गंगाजल या शुद्ध जल छिड़कना चाहिए, ताकि उनकी शुद्धता और प्रभाव बना रहे

15. क्या गलत तरीके से बनाए गए चिह्न का नकारात्मक असर हो सकता है?

हाँ, गलत दिशा या गलत रंग से बनाए गए चिह्न नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए इन्हें सही तरीके से और शुभ मुहूर्त में बनाना चाहिए।

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