इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!

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इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!

इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!


✨ अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) (30 अप्रैल) – एक शुभ और चमत्कारी पर्व

अक्षय तृतीया, (Akshaya Tritiya) जिसे आखातीज भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक अति पावन और शुभ पर्व है। यह पर्व हर साल वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष 2025 में यह तिथि 30 अप्रैल को पड़ रही है। मान्यता है कि इस दिन किया गया कोई भी कार्य अक्षय फल देने वाला होता है। अक्षय का अर्थ है – जो कभी नष्ट न हो। इसलिए इस दिन दान, पूजा, और खरीदारी का विशेष महत्व होता है।

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इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!✨ अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) (30 अप्रैल) – एक शुभ और चमत्कारी पर्व📜 अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का धार्मिक महत्व🧘‍♀️ पूजा-पाठ और व्रत का विशेष महत्व🪙 सोना खरीदना क्यों शुभ माना जाता है?🕊 दान का पुण्य – जीवन में बरकत का रहस्य📖 पौराणिक कथाएं – अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) से जुड़ी रोचक कहानियां🏡 घर में करें ये विशेष उपाय🌟 किन कार्यों की होती है मनाही?🧵 अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर विवाह और नए कार्यों की शुरुआत💎 जेम्स और राशि अनुसार उपाय📿 मंत्र जाप और ध्यान का महत्व🍚 अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर भोजन और भोग🌍 देश भर में अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के उत्सवक्यों विशेष है अक्षय तृतीया? (Akshaya Tritiya)1. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) क्या है?2. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) 2025 में कब है?3. इस दिन क्या करना शुभ माना जाता है?4. इस दिन कौन से भगवान की पूजा की जाती है?5. क्या अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर शादी करना शुभ होता है?6. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर कौन-कौन से दान करने चाहिए?7. इस दिन सोना खरीदने की परंपरा क्यों है?8. क्या अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) व्रत रखा जाता है?9. क्या इस दिन कोई शुभ काम बिना मुहूर्त के किया जा सकता है?10. क्या इस दिन निवेश करना ठीक है?11. क्या बच्चों की शिक्षा या नामकरण शुरू किया जा सकता है?12. क्या इस दिन कोई खास कथा पढ़ी जाती है?13. क्या खाने-पीने में कुछ विशेष ध्यान रखना चाहिए?14. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर कौन से मंत्र का जाप करें?15. इस दिन किन बातों से बचना चाहिए?

📜 अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का धार्मिक महत्व

अक्षय तृतीया को सनातन धर्म में अत्यधिक पवित्र माना गया है। यह दिन त्रेतायुग की शुरुआत का प्रतीक भी है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान परशुराम का जन्म, गंगा का धरती पर अवतरण, और महाभारत के युग में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा पांडवों को अक्षय पात्र प्रदान करना हुआ था। इस दिन किया गया कोई भी पुण्य कार्य जैसे दान, पूजा, व्रत, आदि अनंत गुणा फल देता है। यह दिन सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में जाना जाता है, अर्थात इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है।


🧘‍♀️ पूजा-पाठ और व्रत का विशेष महत्व

अक्षय तृतीया के दिन व्रत और पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा विशेष फलदायक मानी जाती है। घर के पूजा स्थान को साफ करके वहां पीले फूल, ताजे फल, तिलक, धूप-दीप और नैवेद्य से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। महिलाएं इस दिन व्रत रखकर पति की लंबी उम्र और घर की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। कुछ लोग इस दिन गायत्री मंत्र, विष्णु सहस्रनाम, और लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ भी करते हैं।


🪙 सोना खरीदना क्यों शुभ माना जाता है?

इस दिन सोना, चांदी और अन्य कीमती धातुएं खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं कभी खत्म नहीं होतीं, और घर में समृद्धि और लक्ष्मी का वास होता है। खासकर सोने की खरीदी को इस दिन शुभता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। आजकल लोग इस दिन सोने के सिक्के, गहने या इलेक्ट्रॉनिक सामान भी खरीदते हैं। इसके पीछे भाव यह होता है कि नया सामान घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है और अक्षय फल प्रदान करता है।


🕊 दान का पुण्य – जीवन में बरकत का रहस्य

दान करना अक्षय तृतीया के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। इस दिन जल, अन्न, वस्त्र, सोना, चांदी, और गाय का दान विशेष पुण्यदायी माना गया है। गरीबों, ब्राह्मणों, और जरूरतमंदों को सच्चे मन से किया गया दान कई गुना पुण्य देता है। कहा जाता है कि इस दिन जल से भरा हुआ घड़ा, पंखा, छाता, चप्पल, और तिल का दान करने से जीवन में धन और शांति का वास होता है। दान करते समय श्रद्धा और नम्रता का होना जरूरी है, तभी उसका फल स्थायी और शुभ होता है।


📖 पौराणिक कथाएं – अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) से जुड़ी रोचक कहानियां

  1. भगवान परशुराम की जन्म कथा: इस दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्म हुआ था। इसलिए इसे परशुराम जयंती भी कहा जाता है।
  2. गंगा अवतरण कथा: राजा भगीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर मां गंगा इसी दिन पृथ्वी पर उतरीं थीं।
  3. अक्षय पात्र की प्राप्ति: महाभारत काल में पांडवों को भगवान कृष्ण ने जो अक्षय पात्र दिया था, वह इसी दिन दिया गया था, जिससे अन्न कभी समाप्त नहीं होता था।

ये कथाएं इस दिन की आध्यात्मिक गहराई और चमत्कारी प्रभाव को दर्शाती हैं।


🏡 घर में करें ये विशेष उपाय

  • इस दिन तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें और दीपक जलाएं।
  • घर के मुख्य द्वार पर हल्दी और चंदन से स्वास्तिक बनाएं।
  • कपूर और लोबान से पूरे घर का शुद्धिकरण करें।
  • चांदी का सिक्का या लक्ष्मी जी की मूर्ति घर में लाएं।
  • गरीबों को भोजन कराएं और जरूरतमंदों को वस्त्र दान करें।

ये उपाय करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सुख-शांति आती है।


🌟 किन कार्यों की होती है मनाही?

हालांकि यह दिन शुभता का प्रतीक है, लेकिन कुछ कार्यों से बचना चाहिए:

  • किसी का अपमान या झूठ बोलना इस दिन अशुभ होता है।
  • मांस-मदिरा का सेवन वर्जित होता है।
  • इस दिन अहंकार और क्रोध से बचें।
  • पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाना, जानवरों को पीड़ा देना भी पुण्य में बाधा बनता है।

शुभ दिन को सही तरीके से मनाना ही सबसे जरूरी होता है।


🧵 अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर विवाह और नए कार्यों की शुरुआत

अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना जाता है, यानी इस दिन बिना पंडित से पूछे भी कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार की शुरुआत की जा सकती है। इस दिन भारत में हजारों शादियाँ होती हैं, क्योंकि यह दिन मंगलकारी और कल्याणकारी माना जाता है। जो लोग नया व्यापार शुरू करते हैं या कोई नया निवेश या संपत्ति खरीदते हैं, उन्हें भविष्य में लाभ और स्थायित्व की प्राप्ति होती है।


💎 जेम्स और राशि अनुसार उपाय

इस दिन लोग अपने राशि के अनुसार रत्न भी पहनते हैं। माना जाता है कि यह दिन राशि अनुसार शुभ रत्न धारण करने का सर्वोत्तम दिन होता है। जैसे:

  • मेष राशि: मूंगा
  • वृषभ: हीरा
  • मिथुन: पन्ना
  • कर्क: मोती
  • सिंह: माणिक
  • कन्या: पन्ना

अगर रत्न खरीदना संभव न हो तो तुलसी की माला, रुद्राक्ष या चांदी की अंगूठी धारण करना भी अच्छा होता है।


📿 मंत्र जाप और ध्यान का महत्व

इस दिन मंत्र जाप, ध्यान और योग का भी विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जप, तप और साधना का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। नीचे कुछ प्रमुख मंत्र हैं:

  • “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
  • “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
  • “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे” (महामृत्युंजय मंत्र)

इन मंत्रों का 11, 21 या 108 बार जाप करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है।


🍚 अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर भोजन और भोग

इस दिन घर में विशेष पकवान बनाए जाते हैं जैसे:

  • खीर
  • हलवा
  • पूरी-सब्जी
  • पंचामृत

यह सब भगवान को अर्पित करके प्रसाद रूप में बांटा जाता है। माना जाता है कि इस दिन सादा और सात्विक भोजन करना शारीरिक और मानसिक शांति प्रदान करता है। कुछ लोग इस दिन भंडारे और अन्नदान भी करते हैं।


🌍 देश भर में अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के उत्सव

भारत के विभिन्न भागों में यह दिन अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है:

  • उत्तर भारत में दान-पुण्य और स्नान का महत्व
  • महाराष्ट्र और गुजरात में सोना खरीदने और विवाह का दिन
  • बंगाल में यह दिन मां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा के रूप में मनाया जाता है
  • ओडिशा में ‘चंदन यात्रा’ की शुरुआत इसी दिन होती है
इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!
इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!

हर क्षेत्र की अपनी विशेष परंपराएं होती हैं, लेकिन उद्देश्य एक ही होता है – समृद्धि, शांति और आशीर्वाद की प्राप्ति


क्यों विशेष है अक्षय तृतीया? (Akshaya Tritiya)

अक्षय तृतीया केवल एक पर्व नहीं, बल्कि ईश्वर की कृपा प्राप्त करने का अवसर है। यह दिन सिखाता है कि सच्चे मन से किया गया कार्य कभी व्यर्थ नहीं जाता। इस दिन छोटे-छोटे पुण्य कार्य जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं। इसलिए, इस 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर हम सबको धर्म, भक्ति, और सेवा के मार्ग पर चलना चाहिए


इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर करें ये चमत्कारी उपाय – बदल जाएगी किस्मत!


1. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) क्या है?

अक्षय तृतीया एक पवित्र हिंदू पर्व है, जिसे वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इसका अर्थ है ऐसा दिन जो कभी क्षय न हो यानी जो हमेशा फल देने वाला हो।


2. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) 2025 में कब है?

वर्ष 2025 में अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को पड़ रही है।


3. इस दिन क्या करना शुभ माना जाता है?

इस दिन दान, सोना खरीदना, पूजा, व्रत और नए कार्यों की शुरुआत करना शुभ माना जाता है।


4. इस दिन कौन से भगवान की पूजा की जाती है?

इस दिन मुख्य रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।


5. क्या अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर शादी करना शुभ होता है?

हां, यह दिन अबूझ मुहूर्त होता है, इसलिए बिना किसी मुहूर्त के भी शादी की जा सकती है।


6. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर कौन-कौन से दान करने चाहिए?

जल, तिल, चावल, वस्त्र, सोना, चांदी, फल और घड़ा दान करना विशेष पुण्यदायी होता है।


7. इस दिन सोना खरीदने की परंपरा क्यों है?

मान्यता है कि इस दिन खरीदा गया सोना कभी घटता नहीं, और यह समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।


8. क्या अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) व्रत रखा जाता है?

हां, विशेषकर महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं और परिवार की सुख-शांति के लिए प्रार्थना करती हैं।


9. क्या इस दिन कोई शुभ काम बिना मुहूर्त के किया जा सकता है?

जी हां, अक्षय तृतीया को सर्वसिद्ध मुहूर्त कहा जाता है, इसलिए कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है।


10. क्या इस दिन निवेश करना ठीक है?

हां, इस दिन नया व्यापार, निवेश या संपत्ति खरीदना शुभ माना जाता है।


11. क्या बच्चों की शिक्षा या नामकरण शुरू किया जा सकता है?

हां, यह दिन विद्या आरंभ, नामकरण संस्कार या नई कक्षा में प्रवेश के लिए बहुत ही शुभ होता है।


12. क्या इस दिन कोई खास कथा पढ़ी जाती है?

अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम की कथा, गंगा अवतरण कथा और महाभारत से जुड़ी कथाएं सुनी जाती हैं।


13. क्या खाने-पीने में कुछ विशेष ध्यान रखना चाहिए?

इस दिन सात्विक भोजन करना चाहिए, मांस-मदिरा और तामसी चीजों से बचना चाहिए।


14. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर कौन से मंत्र का जाप करें?

आप “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”, “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” जैसे मंत्रों का जाप कर सकते हैं।


15. इस दिन किन बातों से बचना चाहिए?

क्रोध, झूठ, अपमान, मांसाहार, पेड़-पौधों को नुकसान और किसी को दुख देना इस दिन वर्जित माना जाता है।


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