विष्णु चालीसा: (Vishnu Chalisa) भगवान विष्णु की कृपा पाने का सरल और चमत्कारी उपाय!
🔱 भगवान विष्णु और उनकी महिमा
भगवान विष्णु सनातन धर्म में पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं। वे त्रिदेवों में से एक हैं और सृष्टि के संरक्षक माने जाते हैं। भगवान विष्णु की भक्ति से सुख-शांति, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
भगवान विष्णु को दशावतारों के रूप में जाना जाता है, जिनमें राम, कृष्ण, नृसिंह, वामन आदि अवतार प्रसिद्ध हैं। इन अवतारों के माध्यम से उन्होंने अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना की। उनकी स्तुति करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और सभी बाधाओं का नाश होता है।
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) भगवान विष्णु की महिमा का गुणगान करने वाला 40 श्लोकों का एक शक्तिशाली पाठ है। इसे पढ़ने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
📖 विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का महत्व
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। यह चालीसा संकटमोचक के रूप में कार्य करती है और भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करती है।
इस चालीसा के नियमित पाठ से –
✔ सभी प्रकार के दोष समाप्त होते हैं।
✔ आर्थिक समस्याओं का निवारण होता है।
✔ पारिवारिक क्लेश दूर होते हैं।
✔ नौकरी और व्यापार में उन्नति मिलती है।
✔ नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
यदि किसी व्यक्ति के जीवन में कष्ट, रोग, आर्थिक तंगी या अन्य समस्याएँ बनी रहती हैं, तो उसे नियमित रूप से विष्णु चालीसा का पाठ करना चाहिए।
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa)
।।दोहा।।
विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय ।
कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥।।चौपाई।।
नमो विष्णु भगवान खरारी,कष्ट नशावन अखिल बिहारी ।
प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी,त्रिभुवन फैल रही उजियारी ॥सुन्दर रूप मनोहर सूरत,सरल स्वभाव मोहनी मूरत ।
तन पर पीताम्बर अति सोहत,बैजन्ती माला मन मोहत ॥शंख चक्र कर गदा बिराजे,देखत दैत्य असुर दल भाजे ।
सत्य धर्म मद लोभ न गाजे,काम क्रोध मद लोभ न छाजे ॥सन्तभक्त सज्जन मनरंजन,दनुज असुर दुष्टन दल गंजन ।
सुख उपजाय कष्ट सब भंजन,दोष मिटाय करत जन सज्जन ॥पाप काट भव सिन्धु उतारण,कष्ट नाशकर भक्त उबारण ।
करत अनेक रूप प्रभु धारण,केवल आप भक्ति के कारण ॥धरणि धेनु बन तुमहिं पुकारा,तब तुम रूप राम का धारा ।
भार उतार असुर दल मारा,रावण आदिक को संहारा ॥आप वाराह रूप बनाया,हरण्याक्ष को मार गिराया ।
धर मत्स्य तन सिन्धु बनाया,चौदह रतनन को निकलाया ॥अमिलख असुरन द्वन्द मचाया,रूप मोहनी आप दिखाया ।
देवन को अमृत पान कराया,असुरन को छवि से बहलाया ॥Related Products
कूर्म रूप धर सिन्धु मझाया,मन्द्राचल गिरि तुरत उठाया ।
शंकर का तुम फन्द छुड़ाया,भस्मासुर को रूप दिखाया ॥वेदन को जब असुर डुबाया,कर प्रबन्ध उन्हें ढुढवाया ।
मोहित बनकर खलहि नचाया,उसही कर से भस्म कराया ॥असुर जलन्धर अति बलदाई,शंकर से उन कीन्ह लडाई ।
हार पार शिव सकल बनाई,कीन सती से छल खल जाई ॥सुमिरन कीन तुम्हें शिवरानी,बतलाई सब विपत कहानी ।
तब तुम बने मुनीश्वर ज्ञानी,वृन्दा की सब सुरति भुलानी ॥देखत तीन दनुज शैतानी,वृन्दा आय तुम्हें लपटानी ।
हो स्पर्श धर्म क्षति मानी,हना असुर उर शिव शैतानी ॥तुमने ध्रुव प्रहलाद उबारे,हिरणाकुश आदिक खल मारे ।
गणिका और अजामिल तारे,बहुत भक्त भव सिन्धु उतारे ॥हरहु सकल संताप हमारे,कृपा करहु हरि सिरजन हारे ।
देखहुं मैं निज दरश तुम्हारे,दीन बन्धु भक्तन हितकारे ॥चहत आपका सेवक दर्शन,करहु दया अपनी मधुसूदन ।
जानूं नहीं योग्य जब पूजन,होय यज्ञ स्तुति अनुमोदन ॥शीलदया सन्तोष सुलक्षण,विदित नहीं व्रतबोध विलक्षण ।
करहुं आपका किस विधि पूजन,कुमति विलोक होत दुख भीषण ॥करहुं प्रणाम कौन विधिसुमिरण,कौन भांति मैं करहु समर्पण ।
सुर मुनि करत सदा सेवकाई हर्षित रहत परम गति पाई ॥.दीन दुखिन पर सदा सहाई,निज जन जान लेव अपनाई ।
पाप दोष संताप नशाओ,भव बन्धन से मुक्त कराओ ॥सुत सम्पति दे सुख उपजाओ,निज चरनन का दास बनाओ ।
निगम सदा ये विनय सुनावै,पढ़ै सुनै सो जन सुख पावै ॥।। दोहा ।।
भक्त हृदय में वास करें पूर्ण कीजिये काज ।
शंख चक्र और गदा पद्म हे विष्णु महाराज ॥
🔥 विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) पाठ का सही तरीका
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है। इससे भगवान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होती है।
✅ स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
✅ भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएँ।
✅ पीले फूल और तुलसी पत्र अर्पित करें।
✅ शुद्ध हृदय से पाठ करें और मन को एकाग्र करें।
✅ बृहस्पतिवार को पाठ करना विशेष फलदायी होता है।
अगर कोई व्यक्ति प्रतिदिन विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ नहीं कर सकता, तो कम से कम गुरुवार को अवश्य पाठ करें। इससे भगवान विष्णु की असीम कृपा बनी रहती है।
🏵 विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) के प्रमुख लाभ
1️⃣ मन की शांति – इसे पढ़ने से चिंता, भय और तनाव दूर होते हैं।
2️⃣ धन और समृद्धि – आर्थिक बाधाएँ समाप्त होती हैं और सौभाग्य बढ़ता है।
3️⃣ पारिवारिक सुख – घर में सुख-शांति और आपसी प्रेम बना रहता है।
4️⃣ शत्रुओं से रक्षा – यह पाठ नकारात्मक शक्तियों और शत्रु बाधाओं से रक्षा करता है।
5️⃣ कर्मों का सुधार – व्यक्ति के कर्म सुधार होते हैं और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
अगर आप जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता चाहते हैं, तो नियमित रूप से विष्णु चालीसा का पाठ करें।
🙏 विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का संपूर्ण पाठ
🌺 दोहा
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
करहु कृपा हे श्री हरि, श्री विष्णु महाकुलवान॥
🌺 चालीसा के कुछ प्रमुख छंद
जय जय श्री विष्णु भगवान। भक्तन के तुम हो जीवन प्राण॥
सृष्टि रचाई तुमने भारी। पालनकर्ता तुम सुखकारी॥
धरनि धारण रूप अनंत। भक्तन के तुम संकट हरंत॥
शंख, चक्र, गदा धारी। भक्तों के तुम हो दुख हारी॥
(पूरी चालीसा का पाठ करते समय शुद्ध उच्चारण का ध्यान रखना चाहिए।)
📿 क्यों करें विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ?
🔹 अगर आप सुख-शांति और समृद्धि चाहते हैं, तो इसका पाठ करें।
🔹 रोग, दुख और दरिद्रता दूर करने के लिए यह अचूक उपाय है।
🔹 जीवन में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाता है।
🔹 भगवान विष्णु के आशीर्वाद से व्यापार, नौकरी और धन से जुड़ी समस्याएँ समाप्त होती हैं।
यदि आप किसी भी प्रकार की समस्या या कष्ट में हैं, तो श्रद्धा और विश्वास के साथ विष्णु चालीसा का पाठ करें।
🌿 विशेष मंत्र (जो विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) के साथ जप सकते हैं)
✅ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
✅ ॐ विष्णवे नमः
✅ ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्
इन मंत्रों का जाप करने से विशेष लाभ मिलता है और भगवान विष्णु की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन करने वाला एक अचूक और चमत्कारी पाठ है। इसके नियमित पाठ से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और सभी बाधाएँ समाप्त हो जाती हैं।
यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति हो, तो विष्णु चालीसा का पाठ अवश्य करें।
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर
1️⃣ विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) क्या है?
विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) भगवान विष्णु की स्तुति में लिखा गया 40 चौपाइयों का एक पवित्र पाठ है, जिसे पढ़ने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
2️⃣ विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने से क्या लाभ होते हैं?
इसका पाठ करने से आर्थिक समस्याएँ दूर होती हैं, पारिवारिक सुख-शांति बढ़ती है, नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और कर्म सुधार होते हैं।
3️⃣ कब और कितनी बार विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करना चाहिए?
प्रतिदिन एक बार पाठ करना सबसे उत्तम है, लेकिन यदि समय न हो तो गुरुवार को अवश्य करें। विशेष फल के लिए 21, 51 या 108 बार पाठ कर सकते हैं।
4️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) किसी भी समय पढ़ी जा सकती है?
हाँ, लेकिन प्रातः काल स्नान के बाद या शाम को पूजा के समय पढ़ना सबसे उत्तम होता है।
5️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने के लिए व्रत रखना जरूरी है?
नहीं, व्रत रखना अनिवार्य नहीं है। लेकिन शुद्ध हृदय और श्रद्धा के साथ पाठ करना चाहिए।
6️⃣ विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) पाठ के दौरान किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए?
✔ शुद्ध स्थान पर बैठकर करें
✔ भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएँ
✔ तुलसी पत्र और पीले फूल अर्पित करें
✔ पाठ करते समय मन को एकाग्र रखें
7️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) से धन की समस्याएँ दूर होती हैं?
हाँ, विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) के पाठ से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और व्यापार या नौकरी में उन्नति मिलती है।
8️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने से बुरी नजर दूर होती है?
बिल्कुल! यह नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से रक्षा करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
9️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) विद्यार्थियों के लिए भी फायदेमंद है?
हाँ, यह विद्या, बुद्धि और स्मरण शक्ति बढ़ाने में सहायक है। विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता पाने के लिए इसका पाठ करना चाहिए।
🔟 विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) के साथ कौन से मंत्र जपने चाहिए?
आप निम्न मंत्रों का जाप कर सकते हैं:
🔹 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
🔹 ॐ विष्णवे नमः
🔹 ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्
1️⃣1️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) के पाठ से स्वास्थ्य लाभ होता है?
हाँ, यह मानसिक शांति प्रदान करता है और तनाव, चिंता और रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक है।
1️⃣2️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने से पारिवारिक झगड़े समाप्त होते हैं?
बिल्कुल! इसका पाठ करने से पारिवारिक क्लेश समाप्त होता है और घर में सुख-शांति और प्रेम बना रहता है।
1️⃣3️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) पितृ दोष या कुंडली दोष को दूर कर सकती है?
हाँ, इसका नियमित पाठ करने से पितृ दोष, कालसर्प दोष और अन्य ग्रह बाधाओं का निवारण होता है।
1️⃣4️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) पढ़ने से मोक्ष की प्राप्ति होती है?
जी हाँ, भगवान विष्णु की भक्ति से मोक्ष मार्ग सुगम होता है और व्यक्ति पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त हो सकता है।
1️⃣5️⃣ क्या विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) के पाठ से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं?
बिल्कुल! श्रद्धा और भक्ति से किया गया पाठ भगवान विष्णु की कृपा दिलाने में सहायक होता है और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।