श्री चित्रगुप्त जी की आरती: (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) संपूर्ण जानकारी और महत्व

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श्री चित्रगुप्त जी की आरती: (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) संपूर्ण जानकारी और महत्व

श्री चित्रगुप्त जी की आरती: (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) संपूर्ण जानकारी और महत्व

श्री चित्रगुप्त जी कौन हैं?

श्री चित्रगुप्त जी को कलम और लेखनी के देवता माना जाता है। वे भगवान ब्रह्मा के आदेश से सृष्टि के सभी पुण्य और पापों का लेखा-जोखा रखते हैं। मान्यता है कि वे यमराज के सहयोगी हैं और मृत्यु के बाद जीवों के कर्मों के आधार पर उन्हें स्वर्ग या नरक का निर्णय सुनाते हैं।

Contents
श्री चित्रगुप्त जी की आरती: (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) संपूर्ण जानकारी और महत्वश्री चित्रगुप्त जी कौन हैं?📜 श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) का महत्वश्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti)🔥 श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) 🔥🕉️ आरती करने की विधि📜 श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) के लाभश्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) – 15 FAQs1. श्री चित्रगुप्त जी कौन हैं?2. श्री चित्रगुप्त जी की पूजा क्यों की जाती है?3. चित्रगुप्त जी का मुख्य वाहन कौन सा है?4. श्री चित्रगुप्त जी का जन्म कब हुआ था?5. चित्रगुप्त जी की पूजा किसके लिए उपयुक्त है?6. श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) का महत्व क्या है?7. श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) कब करनी चाहिए?8. चित्रगुप्त जी की आरती किसके लिए शुभ है?9. चित्रगुप्त जी की आरती करने से कौन-कौन से लाभ होते हैं?10. चित्रगुप्त जी की पूजा करने की विधि क्या है?11. चित्रगुप्त जी की आरती का पाठ कब करना चाहिए?12. चित्रगुप्त जी की आरती का पाठ कैसे करें?13. क्या चित्रगुप्त जी की पूजा से जीवन में सुख-शांति आती है?4. चित्रगुप्त जी की पूजा करने से कौन से पाप मिट सकते हैं?15. क्या चित्रगुप्त जी की पूजा से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है?

चित्रगुप्त जी का जन्म कार्तिक शुक्ल द्वितीया को हुआ था, जिसे भैया दूज के रूप में भी मनाया जाता है। उनका मुख्य वाहन गरुड़ है और वे कलम-दवात तथा पुस्तक को धारण करते हैं। उनके भक्त विशेष रूप से कायस्थ समुदाय के लोग होते हैं, लेकिन सभी लोग उनकी पूजा कर सकते हैं।

📜 श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) का महत्व

आरती भगवान की भक्ति और श्रद्धा प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। श्री चित्रगुप्त जी की आरती करने से विद्या, बुद्धि, न्याय और लेखन क्षमता में वृद्धि होती है। यह आरती विशेष रूप से लेखकों, वकीलों, प्रशासनिक अधिकारियों और छात्रों के लिए शुभ मानी जाती है।

आरती करने से भगवान चित्रगुप्त प्रसन्न होते हैं और भक्तों के पापों का क्षमा करते हैं। इस आरती के माध्यम से हम अपने कर्मों को सुधारने और जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाने का संकल्प लेते हैं।

श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti)

श्री चित्रगुप्त जी की आरती
(Shri Chitragupta Ji Ki Aarti)

ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामी जय चित्रगुप्त हरे।
भक्त जनों के इच्छित, फल को पूर्ण करे॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

विघ्न विनाशक मंगलकर्ता, सन्तन सुखदायी।
भक्तन के प्रतिपालक, त्रिभुवन यश छायी॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरति, पीताम्बर राजै।
मातु इरावती, दक्षिणा, वाम अङ्ग साजै॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

कष्ट निवारण, दुष्ट संहारण, प्रभु अन्तर्यामी।
सृष्टि संहारण, जन दु:ख हारण, प्रकट हुये स्वामी॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

कलम, दवात, शङ्ख, पत्रिका, कर में अति सोहै।
वैजयन्ती वनमाला, त्रिभुवन मन मोहै॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

सिंहासन का कार्य सम्भाला, ब्रह्मा हर्षाये।
तैंतीस कोटि देवता, चरणन में धाये॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

नृपति सौदास, भीष्म पितामह, याद तुम्हें कीन्हा।
वेगि विलम्ब न लायो, इच्छित फल दीन्हा॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

दारा, सुत, भगिनी, सब अपने स्वास्थ के कर्ता।
जाऊँ कहाँ शरण में किसकी, तुम तज मैं भर्ता॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

बन्धु, पिता तुम स्वामी, शरण गहूँ किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूँ जिसकी॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

जो जन चित्रगुप्त जी की आरती, प्रेम सहित गावैं।
चौरासी से निश्चित छूटैं, इच्छित फल पावैं॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

न्यायाधीश बैकुण्ठ निवासी, पाप पुण्य लिखते।
हम हैं शरण तिहारी, आस न दूजी करते॥
ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥

श्री चित्रगुप्त जी की आरती: (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) संपूर्ण जानकारी और महत्व
श्री चित्रगुप्त जी की आरती: (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) संपूर्ण जानकारी और महत्व!

🔥 श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) 🔥

🔸 जय जय श्री चित्रगुप्त, दयालु कृपालु |
🔸 लेखनी-द्वारा धरती पे, न्याय करें निष्काम ||

🔸 यम के साथ विराजित, कर्मों का लेखा रखते |
🔸 सत्य-असत्य का निर्णय, धर्म-मार्ग पर चलते ||

🔸 पूजन करें तुम्हारा, सब कष्ट कटे हमारे |
🔸 ज्ञान, विवेक, विद्या से, जीवन सफल हमारे ||

🔸 जय जय श्री चित्रगुप्त, पालन करें तुम्हारा |
🔸 सत्य-पथ के राही हम, सुखमय हो जग सारा ||

🕉️ आरती करने की विधि

  1. प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति या चित्र को एक चौकी पर स्थापित करें।
  3. कलम, दवात, किताब और अक्षत रखें।
  4. दीपक जलाएं और फूल, धूप व नैवेद्य अर्पित करें।
  5. चित्रगुप्त जी की आरती श्रद्धा भाव से गाएं
  6. अंत में प्रसाद वितरण करें और आशीर्वाद लें।

📜 श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) के लाभ

विद्या और बुद्धि में वृद्धि होती है।
न्यायप्रियता और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
आर्थिक उन्नति और समृद्धि प्राप्त होती है।
सभी बुरे कर्मों का प्रभाव कम हो जाता है।
कार्यस्थल और पढ़ाई में सफलता मिलती है।

श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, न्यायप्रियता और सद्गुणों का विकास होता है। यह आरती केवल कायस्थ समाज के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए शुभ मानी जाती है। नियमित रूप से आरती करने से ज्ञान, समृद्धि और शुभ फल की प्राप्ति होती है।

श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) – 15 FAQs

1. श्री चित्रगुप्त जी कौन हैं?

उत्तर: श्री चित्रगुप्त जी, भगवान ब्रह्मा के आदेश पर सृष्टि के सभी कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता हैं। उन्हें लेखन, न्याय, और कलम का देवता माना जाता है।

2. श्री चित्रगुप्त जी की पूजा क्यों की जाती है?

उत्तर: श्री चित्रगुप्त जी की पूजा से ज्ञान, बुद्धि, न्यायप्रियता, और सकारात्मक कर्म की प्राप्ति होती है। उनकी पूजा से पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है।

3. चित्रगुप्त जी का मुख्य वाहन कौन सा है?

उत्तर: श्री चित्रगुप्त जी का मुख्य वाहन गरुड़ है।

4. श्री चित्रगुप्त जी का जन्म कब हुआ था?

उत्तर: श्री चित्रगुप्त जी का जन्म कार्तिक शुक्ल द्वितीया को हुआ था, जिसे भैया दूज के दिन मनाया जाता है।

5. चित्रगुप्त जी की पूजा किसके लिए उपयुक्त है?

उत्तर: चित्रगुप्त जी की पूजा कायस्थ समुदाय के लिए विशेष होती है, लेकिन इसे सभी वर्ग के लोग कर सकते हैं।

6. श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) का महत्व क्या है?

उत्तर: श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) से विद्या, बुद्धि, न्याय, और लेखन क्षमता में वृद्धि होती है। यह आरती पापों को क्षमा करने और जीवन को सकारात्मक दिशा देने में सहायक है।

7. श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) कब करनी चाहिए?

उत्तर: श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Shri Chitragupta Ji Ki Aarti) कार्तिक शुक्ल द्वितीया (भैया दूज) के दिन विशेष रूप से करनी चाहिए, लेकिन इसे रोजाना भी किया जा सकता है।

8. चित्रगुप्त जी की आरती किसके लिए शुभ है?

उत्तर: यह आरती लेखकों, छात्रों, वकीलों, और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए शुभ मानी जाती है।

9. चित्रगुप्त जी की आरती करने से कौन-कौन से लाभ होते हैं?

उत्तर: इससे ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि, न्यायप्रियता में सुधार, आर्थिक उन्नति, और सभी बुरे कर्मों के प्रभाव में कमी होती है।

10. चित्रगुप्त जी की पूजा करने की विधि क्या है?

उत्तर: पूजा विधि में स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनना, भगवान के चित्र पर धूप, दीपक, और नैवेद्य अर्पित करना, और श्रद्धा भाव से आरती करना शामिल है।

11. चित्रगुप्त जी की आरती का पाठ कब करना चाहिए?

उत्तर: यह आरती प्रात:काल या संध्या समय किया जा सकता है, जब मन एकाग्र और शांत हो।

12. चित्रगुप्त जी की आरती का पाठ कैसे करें?

उत्तर: आरती को ध्यानपूर्वक और श्रद्धा भाव से गाना चाहिए। इसे गाते समय प्रभु के प्रति आस्था और सकारात्मक विचारों से मन को शुद्ध किया जाता है।

13. क्या चित्रगुप्त जी की पूजा से जीवन में सुख-शांति आती है?

उत्तर: हां, श्री चित्रगुप्त जी की पूजा और आरती से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा आती है।

4. चित्रगुप्त जी की पूजा करने से कौन से पाप मिट सकते हैं?

उत्तर: चित्रगुप्त जी की पूजा से सभी पापों का नाश, गलत कर्मों का प्रभाव कम होता है, और पुण्य की प्राप्ति होती है।

15. क्या चित्रगुप्त जी की पूजा से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है?

उत्तर: हां, चित्रगुप्त जी की पूजा से आर्थिक उन्नति, व्यवसाय में सफलता, और धन की वर्षा होने की संभावना बढ़ती है।

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