कृष्ण चालीसा: (Krishna Chalisa) जानिए भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत गुणों के बारे में!

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कृष्ण चालीसा: (Krishna Chalisa) जानिए भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत गुणों के बारे में!

कृष्ण चालीसा: (Krishna Chalisa) जानिए भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत गुणों के बारे में!

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) – भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन

Contents
कृष्ण चालीसा: (Krishna Chalisa) जानिए भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत गुणों के बारे में!कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का महत्वकृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa)भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का संक्षेप में वर्णनकृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ कैसे करेंकृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के श्लोकों का अर्थकृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के लाभभगवान श्रीकृष्ण के अन्य प्रसिद्ध कार्यकृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जप करने का समयभगवान श्रीकृष्ण की पूजा का महत्वकृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के प्रभावFAQs: कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) – भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन: महत्वपूर्ण प्रश्न1. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) क्या है?2. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का महत्व क्या है?3. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ कैसे करें?4. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का नियमित पाठ लाभकारी है?5. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) में कितने श्लोक होते हैं?6. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जप कब करना चाहिए?7. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) से क्या लाभ होते हैं?8. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप घर में भी किया जा सकता है?9. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ करने से क्या संकट समाप्त हो सकते हैं?10. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) में भगवान श्रीकृष्ण के कौन-कौन से गुणों का वर्णन किया गया है?11. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप बीमारियों से छुटकारा दिलाता है?12. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ किसके लिए फायदेमंद है?13. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के श्लोकों का अर्थ क्या होता है?14. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ व्यक्तिगत सुख के लिए किया जा सकता है?15. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप करने से घर में शांति आती है?

भगवान श्रीकृष्ण हिंदू धर्म के सबसे प्रिय और सम्मानित देवताओं में से एक हैं। उनकी लीलाओं और दिव्य कार्यों के बारे में अनेक ग्रंथों और पुराणों में वर्णन किया गया है। कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) एक ऐसा भक्तिपाठ है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के गुणों और उनके अद्भुत कार्यों का वर्णन किया जाता है। यह एक शक्तिशाली मंत्र है, जिसे श्रद्धालु अपनी दैनिक पूजा में पढ़ते हैं और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का महत्व

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ बहुत से लाभ प्रदान करता है। यह न केवल आत्मिक शांति और मानसिक संतुलन प्रदान करता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। श्री कृष्ण के अनगिनत कार्यों को याद करते हुए भक्त भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपनी हर तरह की समस्याओं से छुटकारा पाते हैं। यह चालीसा विशेष रूप से उन भक्तों के लिए फायदेमंद है जो भगवान श्रीकृष्ण से विशेष आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa)

कृष्ण चालीसा
(Krishna Chalisa)

॥ दोहा॥

बंशी शोभित कर मधुर,
नील जलद तन श्याम ।
अरुण अधर जनु बिम्बफल,
नयन कमल अभिराम ॥

पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख,
पीताम्बर शुभ साज ।
जय मनमोहन मदन छवि,
कृष्णचन्द्र महाराज ॥

॥ चौपाई ॥

जय यदुनन्दन जय जगवन्दन ।
जय वसुदेव देवकी नन्दन ॥

जय यशुदा सुत नन्द दुलारे ।
जय प्रभु भक्तन के दृग तारे ॥

जय नट-नागर नाग नथैया ।
कृष्ण कन्हैया धेनु चरैया ॥

पुनि नख पर प्रभु गिरिवर धारो ।
आओ दीनन कष्ट निवारो ॥

वंशी मधुर अधर धरी तेरी ।
होवे पूर्ण मनोरथ मेरो ॥

आओ हरि पुनि माखन चाखो ।
आज लाज भारत की राखो ॥

गोल कपोल, चिबुक अरुणारे ।
मृदु मुस्कान मोहिनी डारे ॥

रंजित राजिव नयन विशाला ।
मोर मुकुट वैजयंती माला ॥

कुण्डल श्रवण पीतपट आछे ।
कटि किंकणी काछन काछे ॥

नील जलज सुन्दर तनु सोहे ।
छवि लखि, सुर नर मुनिमन मोहे ॥10

मस्तक तिलक, अलक घुंघराले ।
आओ कृष्ण बांसुरी वाले ॥

करि पय पान, पुतनहि तारयो ।
अका बका कागासुर मारयो ॥

मधुवन जलत अग्नि जब ज्वाला ।
भै शीतल, लखितहिं नन्दलाला ॥

सुरपति जब ब्रज चढ़यो रिसाई ।
मसूर धार वारि वर्षाई ॥

लगत-लगत ब्रज चहन बहायो ।
गोवर्धन नखधारि बचायो ॥

लखि यसुदा मन भ्रम अधिकाई ।
मुख महं चौदह भुवन दिखाई ॥

दुष्ट कंस अति उधम मचायो ।
कोटि कमल जब फूल मंगायो ॥

नाथि कालियहिं तब तुम लीन्हें ।
चरणचिन्ह दै निर्भय किन्हें ॥

करि गोपिन संग रास विलासा ।
सबकी पूरण करी अभिलाषा ॥

केतिक महा असुर संहारयो ।
कंसहि केस पकड़ि दै मारयो ॥20

मात-पिता की बन्दि छुड़ाई ।
उग्रसेन कहं राज दिलाई ॥

महि से मृतक छहों सुत लायो ।
मातु देवकी शोक मिटायो ॥

भौमासुर मुर दैत्य संहारी ।
लाये षट दश सहसकुमारी ॥

दै भिन्हीं तृण चीर सहारा ।
जरासिंधु राक्षस कहं मारा ॥

असुर बकासुर आदिक मारयो ।
भक्तन के तब कष्ट निवारियो ॥

दीन सुदामा के दुःख टारयो ।
तंदुल तीन मूंठ मुख डारयो ॥

प्रेम के साग विदुर घर मांगे ।
दुर्योधन के मेवा त्यागे ॥

लखि प्रेम की महिमा भारी ।
ऐसे श्याम दीन हितकारी ॥

भारत के पारथ रथ हांके ।
लिए चक्र कर नहिं बल ताके ॥

निज गीता के ज्ञान सुनाये ।
भक्तन ह्रदय सुधा वर्षाये ॥30

मीरा थी ऐसी मतवाली ।
विष पी गई बजाकर ताली ॥

राना भेजा सांप पिटारी ।
शालिग्राम बने बनवारी ॥

निज माया तुम विधिहिं दिखायो ।
उर ते संशय सकल मिटायो ॥

तब शत निन्दा करी तत्काला ।
जीवन मुक्त भयो शिशुपाला ॥

जबहिं द्रौपदी टेर लगाई ।
दीनानाथ लाज अब जाई ॥

तुरतहिं वसन बने ननन्दलाला ।
बढ़े चीर भै अरि मुँह काला ॥

अस नाथ के नाथ कन्हैया ।
डूबत भंवर बचावत नैया ॥

सुन्दरदास आस उर धारी ।
दयादृष्टि कीजै बनवारी ॥

नाथ सकल मम कुमति निवारो ।
क्षमहु बेगि अपराध हमारो ॥

खोलो पट अब दर्शन दीजै ।
बोलो कृष्ण कन्हैया की जै ॥40

॥ दोहा ॥

यह चालीसा कृष्ण का,
पाठ करै उर धारि।
अष्ट सिद्धि नवनिधि फल,
लहै पदारथ चारि॥

कृष्ण चालीसा: (Krishna Chalisa) जानिए भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत गुणों के बारे में!
कृष्ण चालीसा: (Krishna Chalisa) जानिए भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत गुणों के बारे में!

भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का संक्षेप में वर्णन

भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं अत्यंत रहस्यमयी और अद्भुत हैं। उनकी बाल लीलाएं, उनके यशोदा माता के साथ के पल, मथुरा में राक्षसों का वध और गोकुल में राधा के साथ उनकी प्रेम लीला, सब कुछ अनोखा है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन उनका पालन-पोषण गोकुल में हुआ। उनकी लीलाओं में दिव्यता और आध्यात्मिकता का अद्भुत मिश्रण है।

कृष्ण का गोवर्धन पर्वत उठाना, कंस का वध, और कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश देना, ये सभी कार्य उनके महानता और दिव्य गुणों का परिचायक हैं। उनका जीवन पूरी तरह से मानवता की सेवा और धर्म की स्थापना का उदाहरण है।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ कैसे करें

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ करते समय, भक्त को शुद्ध मन और पवित्र चित्त से भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करना चाहिए। इसे रोज़ सुबह या रात में श्रद्धा भाव से पढ़ा जा सकता है। कृष्ण चालीसा में कुल 40 श्लोक होते हैं, और प्रत्येक श्लोक भगवान के विभिन्न गुणों और लीलाओं का वर्णन करता है। भक्तों को इस चालीसा का जाप करते समय भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के सामने ध्यान लगाना चाहिए।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के श्लोकों का अर्थ

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के प्रत्येक श्लोक का अर्थ भक्तों को भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा को और भी मजबूत करने में मदद करता है। पहले श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण को “गोविंद” के नाम से संबोधित किया जाता है। दूसरे श्लोक में उनके बाल रूप का वर्णन है, जहां वे माखन चुराते हुए दर्शाए जाते हैं। इसके बाद के श्लोकों में भगवान श्रीकृष्ण के गोकुलवास, राधा के साथ उनके प्रेम, और अंत में महाभारत में उनके योगदान का विस्तार से वर्णन किया गया है।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के लाभ

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के कई फायदे हैं, जो व्यक्ति के जीवन को सुखी और समृद्ध बना सकते हैं। सबसे पहले, यह मानसिक शांति को बढ़ावा देता है और तनाव को कम करने में मदद करता है। दूसरा, यह भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने का एक सशक्त साधन है। इसके अलावा, यह चालीसा जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और किसी भी प्रकार के संकट से मुक्ति दिलाने में सहायक होती है।

भगवान श्रीकृष्ण के अन्य प्रसिद्ध कार्य

भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हर पहलू में अद्भुत था। जब वह छोटे थे, तो उन्होंने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठाकर गोकुलवासियों को इन्द्रदेव के प्रकोप से बचाया। उनका यह कार्य अत्यंत प्रेरणादायक था। इसके अलावा, उन्होंने राधा के साथ अपने प्रेम से संसार को एक नया दृष्टिकोण दिया। उनके जीवन की हर कहानी हमें प्रेम, भक्ति, और धर्म के महत्व को समझाती है।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जप करने का समय

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सबसे अच्छा समय सुबह का है। सूर्योदय से पहले या फिर रात को सोने से पहले इस चालीसा का जाप करने से लाभ अधिक होता है। इस समय मन शुद्ध और शांत रहता है, जिससे भगवान श्रीकृष्ण की कृपा जल्दी मिलती है।

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का महत्व

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा विशेष रूप से भक्ति और समर्पण की पूजा है। वह अपने भक्तों से केवल सच्चे प्रेम की उम्मीद करते हैं। जब एक भक्त उनके सामने पूरी श्रद्धा और समर्पण से आता है, तो वह उसे कभी असफल नहीं करते। कृष्ण चालीसा का नियमित पाठ भगवान की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावी तरीका है।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के प्रभाव

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और जीवन में सही दिशा प्रदान करता है। यह चालीसा न केवल भक्ति को बढ़ाता है, बल्कि इसे पढ़ने से व्यक्ति की सोच और जीवन शैली में सकारात्मक बदलाव आता है। इसका नियमित पाठ व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य को बढ़ाता है।

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) भगवान श्रीकृष्ण के सभी दिव्य गुणों और लीलाओं का वर्णन करने वाला एक शक्तिशाली साधन है। इसके नियमित पाठ से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि भगवान की कृपा भी प्राप्त होती है। कृष्ण चालीसा का जप जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है और भक्तों को उनके संकटों से मुक्ति दिलाता है। भगवान श्रीकृष्ण के आशीर्वाद से हर कोई अपनी जीवन यात्रा में सफल और खुशहाल हो सकता है।

FAQs: कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) – भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन: महत्वपूर्ण प्रश्न

1. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) क्या है?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) भगवान श्रीकृष्ण की 40 श्लोकों में की गई स्तुति है, जो उनके गुणों और लीलाओं का वर्णन करती है। यह चालीसा विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए एक भक्ति पाठ है।

2. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का महत्व क्या है?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावी तरीका है। यह जीवन के संकटों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है।

3. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ कैसे करें?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ शुद्ध मन और श्रद्धा से भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के सामने बैठकर किया जाना चाहिए। इसे रोज़ सुबह या रात में पढ़ा जा सकता है।

4. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का नियमित पाठ लाभकारी है?

जी हां, कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का नियमित पाठ व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और जीवन में सकारात्मक बदलाव प्रदान करता है।

5. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) में कितने श्लोक होते हैं?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) में कुल 40 श्लोक होते हैं, जो भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न गुणों और लीलाओं का वर्णन करते हैं।

6. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जप कब करना चाहिए?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जप सूर्योदय से पहले या रात को सोने से पहले किया जाता है, क्योंकि इस समय मन शांत और शुद्ध रहता है।

7. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) से क्या लाभ होते हैं?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) से मानसिक शांति, मानसिक तनाव में कमी, जीवन में सकारात्मकता और भगवान की कृपा प्राप्त होती है।

8. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप घर में भी किया जा सकता है?

जी हां, कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप घर में भी किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि वातावरण शुद्ध और शांत हो।

9. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ करने से क्या संकट समाप्त हो सकते हैं?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के संकटों को समाप्त करने में सहायक होता है। यह भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने का एक तरीका है।

10. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) में भगवान श्रीकृष्ण के कौन-कौन से गुणों का वर्णन किया गया है?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप, उनके गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला, राधा के साथ प्रेम लीला, और महाभारत में उनके योगदान का वर्णन किया गया है।

11. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप बीमारियों से छुटकारा दिलाता है?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का नियमित पाठ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह बीमारी और कष्टों से राहत दिलाने में मदद करता है।

12. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ किसके लिए फायदेमंद है?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ सभी भक्तों के लिए फायदेमंद है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो भगवान श्रीकृष्ण से आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं।

13. कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के श्लोकों का अर्थ क्या होता है?

कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) के श्लोकों में भगवान श्रीकृष्ण के विविध गुणों का बखान किया गया है, जैसे उनका रूप, उनका प्रेम, उनकी दिव्य शक्तियां, और उनके द्वारा किए गए महान कार्य।

14. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ व्यक्तिगत सुख के लिए किया जा सकता है?

जी हां, कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का पाठ व्यक्तिगत सुख, सफलता, और समृद्धि के लिए भी किया जा सकता है। यह भक्त के जीवन को खुशहाल बनाने में मदद करता है।

15. क्या कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप करने से घर में शांति आती है?

जी हां, कृष्ण चालीसा (Krishna Chalisa) का जाप घर में शांति और सुख-शांति का वातावरण बनाता है, जिससे पारिवारिक जीवन में भी सामंजस्य स्थापित होता है।

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