“जानिए शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के अद्भुत लाभ और शक्ति: जो हर भक्त को जरूर जाननी चाहिए!”

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"जानिए शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के अद्भुत लाभ और शक्ति: जो हर भक्त को जरूर जाननी चाहिए!"

“जानिए शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के अद्भुत लाभ और शक्ति: जो हर भक्त को जरूर जाननी चाहिए!”


शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) महिमा और महत्व

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“जानिए शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के अद्भुत लाभ और शक्ति: जो हर भक्त को जरूर जाननी चाहिए!”शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)FAQs: शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)1.शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) क्या है?2. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) कब गानी चाहिए?3. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के क्या लाभ हैं?4. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के शब्द क्या होते हैं?5. क्याशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) सुनने से मन की शांति मिलती है?6. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के जप से किस प्रकार के लाभ होते हैं?7. क्या महाशिवरात्रि पर शिव जी की आरती गानी चाहिए?8. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) को किस तरीके से गाना चाहिए?9. क्याशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) सिर्फ भजन है?10. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में कौन से नाम हैं?11. क्याशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का जप करना चाहिए?12. क्या शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का कोई विशेष समय है?13. क्या शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का पाठ मानसिक शांति देता है?14. क्या आरती गाने से जीवन में कोई बदलाव आता है?15. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में कौन सा संगीत प्रयोग किया जाता है?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) हिन्दू धर्म के सबसे प्रमुख और लोकप्रिय भजनों में से एक है। शिव भगवान को महादेव, भोलेनाथ, नटराज, और रुद्र जैसे अनेक नामों से पूजा जाता है। यह आरती शिव जी की महिमा, उनकी शक्ति और भक्तों के प्रति उनकी कृपा का उल्लेख करती है। शिव जी के भक्त इस आरती को विशेष अवसरों पर गाते हैं, जैसे महाशिवरात्रि, शिवरात्रि या अन्य धार्मिक अवसरों पर। इस आरती का जप और श्रवण करने से मनुष्य को शांति, सुख, और मानसिक शक्ति मिलती है।


शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का महत्व

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का महत्व बहुत गहरा है। इसे गायन करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। शिव जी की आरती में भगवान शिव की अनेक रूपों में स्तुति की जाती है, जो व्यक्ति को उनके आशीर्वाद से दुखों से उबारता है। यह आरती न केवल एक भजन है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक साधना भी है। शिव जी की आरती गाने से आध्यात्मिक उन्नति, भक्ति और शांति की प्राप्ति होती है। भक्तों का विश्वास है कि यह आरती गाने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)

शिव जी की आरती
(Shiv Ji Ki Aarti)

ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे।

हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।

त्रिगुण रूप निरखत त्रिभुवन जन मोहे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।

त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघंबर अंगे।

सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
कर के मध्य कमण्डल चक्र त्रिशूलधारी।

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।

प्रणवाक्षर के मध्ये ये तीनों एका॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा।

भांग धतूरे का भोजन, भस्मी में वासा॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला।

शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।

नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥ ओम जय शिव ओंकारा॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे।

कहत शिवानन्द स्वामी, मनवान्छित फल पावे॥
ओम जय शिव ओंकारा॥ स्वामी ओम जय शिव ओंकारा॥

"जानिए शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के अद्भुत लाभ और शक्ति: जो हर भक्त को जरूर जाननी चाहिए!"
जानिए शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के अद्भुत लाभ और शक्ति: जो हर भक्त को जरूर जाननी चाहिए!

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के शब्द

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में जिन शब्दों का उपयोग किया गया है, वे बहुत ही सुंदर और शक्तिशाली हैं। “ॐ जय शिव ओंकारा” से आरंभ होने वाली इस आरती में भगवान शिव के विविध रूपों की पूजा की जाती है। यह आरती शिव के गुणों जैसे निर्विकारी, निर्मल, और अजर अमर होने का उल्लेख करती है। इसके अलावा इस आरती में भगवान शिव की तीरथ यात्रा, गंगाजी, नंदी और माउंट कैलाश का भी उल्लेख किया गया है।


आरती का जप करने के लाभ

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के जप से मन, मस्तिष्क, और आत्मा को शांति मिलती है। यह आरती मानसिक तनाव को दूर करने में मदद करती है और व्यक्ति को मानसिक संतुलन बनाए रखने में सहायक होती है। साथ ही, यह व्यक्ति को अपनी गलतियों का एहसास कराती है और प्रभु के प्रति श्रद्धा को बढ़ाती है। जब शिव जी की आरती दिल से गाई जाती है, तो ध्यान और भक्ति में वृद्धि होती है। शिव जी की आरती के नियमित जप से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन को खुशहाल बनाती है।


शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के लाभ

  1. आध्यात्मिक शक्ति: शिव जी की आरती से आत्मा को शांति मिलती है और व्यक्ति का ध्यान केंद्रित होता है।
  2. शारीरिक सुख: इस आरती के जप से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और थकान दूर होती है।
  3. सकारात्मकता: इस आरती को नियमित रूप से गाने से सकारात्मक सोच विकसित होती है और जीवन में नकारात्मकता कम होती है।
  4. कृपा प्राप्ति: भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए यह आरती एक बेहतरीन तरीका है। यह भगवान शिव से शरण प्राप्त करने का एक सशक्त साधन है।

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) गाने के सही तरीके

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) को सही ढंग से गाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले, ध्यान लगाकर और पूरी श्रद्धा के साथ आरती का पाठ करें। आरती के शब्दों का उच्चारण शुद्ध और स्पष्ट होना चाहिए। कोशिश करें कि आरती का पाठ संगीत और भावनाओं के साथ हो ताकि भगवान शिव की कृपा जल्द से जल्द प्राप्त हो सके।


महाशिवरात्रि और शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)

महाशिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस दिन विशेष रूप से शिव जी की पूजा की जाती है और शिव जी की आरती का जप करने से पुण्य मिलता है। महाशिवरात्रि के दिन, शिव जी के भक्त रातभर जागरण करते हैं और शिव जी की महिमा का गायन करते हैं। इस दिन शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का गायन और श्रवण विशेष महत्व रखता है। माना जाता है कि इस दिन आरती का जाप करने से जीवन की सारी परेशानियाँ समाप्त हो जाती हैं और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।


शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का संगीत और ताल

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का संगीत और ताल बहुत ही मधुर और प्रभावी होता है। इसे कई तरह के वाद्ययंत्रों के साथ गाया जा सकता है, जैसे पेटी, मृदंग, ढोलक, और घंटी। इन वाद्ययंत्रों की ध्वनियों से वातावरण में एक दिव्य आभा फैलती है, जो मनुष्य को एक अलग ही दुनिया में ले जाती है। शिव जी की आरती का संगीत इंसान को न केवल शांत करता है, बल्कि उसमें एक अद्वितीय ऊर्जा का संचार भी करता है।


शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का धार्मिक दृष्टिकोण

धार्मिक दृष्टिकोण से, शिव जी की आरती का गाना एक महान पूजा विधि मानी जाती है। आरती का उद्देश्य भगवान शिव को प्रसन्न करना होता है, ताकि वे भक्त के जीवन में खुशियाँ और समृद्धि लाएं। यह आरती न केवल भक्त की भक्ति को प्रगाढ़ करती है, बल्कि उसे धार्मिकता और आध्यात्मिकता की ओर भी प्रेरित करती है। इस आरती का गायन करने से व्यक्ति की सद्गति होती है और जीवन में धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है।


समाप्ति और आशीर्वाद

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) केवल एक भजन नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक साधना और धार्मिक अनुष्ठान है, जो जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि का संचार करती है। इसे गाने से व्यक्ति के जीवन में भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शिव जी की आरती का जप न केवल मानसिक शांति लाता है, बल्कि यह आध्यात्मिक और भौतिक दोनों रूपों में प्रगति के मार्ग खोलता है। शिव जी की आरती का नियमित जप करने से व्यक्ति को आशीर्वाद मिलता है और उसका जीवन एक सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ता है।


शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) को सुनना या गाना एक बहुत ही आध्यात्मिक अनुभव होता है। इस आरती के माध्यम से हम भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यह आरती ना केवल हमारे जीवन को आशीर्वाद देती है, बल्कि हमारे मन और आत्मा को भी शुद्ध करती है। शिव जी के आशीर्वाद से हमें जीवन की कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति मिलती है। इसलिए, इस आरती को हर भक्त को नियमित रूप से गाना चाहिए और शिव जी की कृपा प्राप्त करनी चाहिए।

FAQs: शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti)

1.शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) क्या है?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) एक भजन है, जो भगवान शिव की महिमा, शक्ति और कृपा का वर्णन करती है। इसे विशेष रूप से शिव भक्तों द्वारा गाया जाता है।

2. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) कब गानी चाहिए?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) विशेष रूप से महाशिवरात्रि, शिवरात्रि, और अन्य धार्मिक अवसरों पर गाई जाती है। इसे प्रतिदिन भी गाया जा सकता है।

3. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के क्या लाभ हैं?

इस आरती के नियमित जप से मन को शांति, सकारात्मकता मिलती है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। यह व्यक्ति को मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक उन्नति में मदद करती है।

4. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के शब्द क्या होते हैं?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में शब्दों का उच्चारण बहुत महत्वपूर्ण है, जैसे “ॐ जय शिव ओंकारा”। यह शब्द शिव भगवान के विभिन्न रूपों की स्तुति करते हैं।

5. क्याशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) सुनने से मन की शांति मिलती है?

हाँ,शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) को गाने या सुनने से मन को शांति मिलती है और मानसिक तनाव कम होता है। यह ध्यान को केंद्रित करने में भी मदद करती है।

6. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) के जप से किस प्रकार के लाभ होते हैं?

आरती का जप करने से आत्मा को शांति, शरीर में ऊर्जा का संचार, और मन में सकारात्मकता आती है। इसके साथ ही जीवन में सुख और समृद्धि भी आती है।

7. क्या महाशिवरात्रि पर शिव जी की आरती गानी चाहिए?

महाशिवरात्रि परशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का बहुत महत्व है। इस दिन विशेष रूप से आरती का जप करने से भगवान शिव की कृपा जल्दी मिलती है।

8. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) को किस तरीके से गाना चाहिए?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) को ध्यान और श्रद्धा के साथ गाना चाहिए। शब्दों का उच्चारण स्पष्ट और सही तरीके से होना चाहिए, साथ ही संगीत का उपयोग भी किया जा सकता है।

9. क्याशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) सिर्फ भजन है?

नहीं, यह सिर्फ एक भजन नहीं है, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना भी है। इसके जप से व्यक्ति के जीवन में सुधार और प्रगति होती है।

10. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में कौन से नाम हैं?

इसमें भगवान शिव के विभिन्न नामों जैसे महादेव, भोलेनाथ, नटराज, और रुद्र का उल्लेख किया गया है।

11. क्याशिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का जप करना चाहिए?

जी हां, यदि आप भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो नियमित रूप से आरती का जप करना चाहिए।

12. क्या शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का कोई विशेष समय है?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) गाने का कोई विशेष समय नहीं है, लेकिन प्रभात या संध्या वेला में इसका जप अधिक प्रभावी होता है।

13. क्या शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का पाठ मानसिक शांति देता है?

हां, यह पाठ मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ावा देता है और व्यक्ति को आंतरिक शांति प्राप्त होती है।

14. क्या आरती गाने से जीवन में कोई बदलाव आता है?

जी हां, शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) का जप करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। यह आध्यात्मिक उन्नति, सकारात्मक सोच और जीवन में समृद्धि का कारण बनती है।

15. शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में कौन सा संगीत प्रयोग किया जाता है?

शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) में पेटी, मृदंग, ढोलक, और घंटी जैसे वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है, जिससे एक दिव्य वातावरण बनता है।

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