ग्रह दोष (Planetary Dosha) दूर करने के लिए करें ये विशेष लक्ष्मी पूजा – तुरंत मिलेगा धन, सुख और शांति!
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण के लिए विशेष लक्ष्मी पूजा
ग्रह दोष (Planetary Dosha) और उनका जीवन पर प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह दोष (Planetary Dosha) का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जब कोई ग्रह अशुभ स्थिति में होता है या कुंडली में गलत स्थान पर स्थित होता है, तो यह जीवन में कई बाधाएं लाता है। धन की हानि, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां, मानसिक तनाव और रिश्तों में समस्या का मुख्य कारण ग्रह दोष (Planetary Dosha) हो सकते हैं। विशेष रूप से शुक्र, शनि, राहु और केतु के अशुभ प्रभाव से आर्थिक संकट उत्पन्न होता है। इन दोषों को दूर करने के लिए विशेष लक्ष्मी पूजा अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
विशेष लक्ष्मी पूजा का महत्व
माता लक्ष्मी को धन, समृद्धि और सुख-शांति की देवी माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह दोष हैं, तो उसकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। इसीलिए विशेष लक्ष्मी पूजा करके ग्रहों की अशुभता को कम किया जा सकता है। यह पूजा न केवल धन प्राप्ति में सहायक होती है, बल्कि पारिवारिक सुख, व्यापार में उन्नति और मानसिक शांति भी प्रदान करती है। यदि नियमित रूप से लक्ष्मी माता की पूजा की जाए, तो नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सकारात्मकता बनी रहती है।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण में विशेष लक्ष्मी पूजा क्यों आवश्यक है?
कई बार मेहनत के बावजूद भी सफलता नहीं मिलती या अचानक आर्थिक हानि हो जाती है। इसका कारण ग्रहों की नकारात्मकता हो सकती है। ऐसी स्थिति में विशेष लक्ष्मी पूजा करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है। शुक्र दोष से ग्रस्त व्यक्ति को धन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, वहीं शनि दोष होने पर व्यापार में नुकसान होता है। राहु और केतु दोष से जीवन में अचानक समस्याएं आती हैं। इन सभी समस्याओं का समाधान विशेष लक्ष्मी पूजा से किया जा सकता है।
विशेष लक्ष्मी पूजा की विधि
- स्नान और शुद्धिकरण – सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
- आसन ग्रहण करें – पूजा में पीले या लाल रंग के आसन पर बैठना शुभ माना जाता है।
- माता लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र – माता लक्ष्मी की चांदी, मिट्टी या पीतल की मूर्ति स्थापित करें।
- दीप प्रज्वलित करें – घी का दीपक जलाएं और अगरबत्ती लगाएं।
- संकल्प लें – पूजा का संकल्प लें और माता लक्ष्मी का आह्वान करें।
- मंत्र जाप करें – “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।
- अभिषेक करें – माता लक्ष्मी को गंगाजल, दूध, शहद, दही और घी से स्नान कराएं।
- भोग अर्पित करें – खीर, मिश्री, फल और मेवे माता को अर्पित करें।
- कुमकुम और फूल चढ़ाएं – माता लक्ष्मी को कमल का फूल विशेष रूप से प्रिय होता है।
- आरती करें – “श्री लक्ष्मी जी की आरती” गाएं और पूरे मन से माता की कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करें।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) दूर करने के लिए विशेष मंत्र
ग्रह दोष निवारण हेतु मंत्र जाप अत्यंत प्रभावी होता है। कुछ प्रमुख मंत्र इस प्रकार हैं:
- शनि दोष निवारण मंत्र – “ॐ शं शनैश्चराय नमः”
- शुक्र दोष निवारण मंत्र – “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः”
- राहु दोष निवारण मंत्र – “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”
- केतु दोष निवारण मंत्र – “ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः”

इन मंत्रों का नियमित जाप करने से ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है और व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
विशेष लक्ष्मी यंत्र का प्रयोग
अगर कोई व्यक्ति ग्रह दोष से पीड़ित है, तो उसे श्री लक्ष्मी यंत्र घर में स्थापित करना चाहिए। इसे चांदी, तांबे या भोजपत्र पर बनवाकर पूजा स्थान पर रखें और प्रतिदिन धूप-दीप दिखाएं। इससे ग्रह दोष शांत होते हैं और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण के लिए शुक्रवार को लक्ष्मी पूजा
शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन विशेष पूजा करने से कुंडली में मौजूद शुक्र दोष समाप्त होता है। शुक्रवार को लक्ष्मी माता की चौकी स्थापित करें, सफेद वस्त्र धारण करें और खीर का भोग लगाकर माता को प्रसन्न करें।
फेंगशुई और वास्तु के अनुसार ग्रह दोष निवारण
वास्तु और फेंगशुई के कुछ उपाय ग्रह दोष निवारण में सहायक हो सकते हैं:
- घर में उत्तर-पूर्व दिशा में जल का स्रोत (फव्वारा या जल कलश) रखने से पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है।
- मुख्य द्वार पर गणपति और लक्ष्मी जी के चरण चिह्न लगाने से आर्थिक संकट दूर होता है।
- घर में तुलसी का पौधा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण के लिए लक्ष्मी पूजा में किन बातों का ध्यान रखें?
- पूजा के दौरान शुद्धता और सात्त्विकता बनाए रखें।
- कभी भी लालटेन या मोमबत्ती से पूजा न करें, घी का दीपक ही जलाएं।
- पूजा स्थल को साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रखें।
- पूजा के बाद किसी जरूरतमंद को भोजन और वस्त्र दान करें।
- माता लक्ष्मी की कृपा के लिए झूठे या गंदे हाथों से पूजा सामग्री न छुएं।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण के लिए विशेष दान
दान करने से ग्रहों की नकारात्मकता समाप्त होती है। कुछ प्रमुख दान इस प्रकार हैं:
- शनि दोष निवारण – काले तिल, उड़द दाल, लोहे का सामान दान करें।
- शुक्र दोष निवारण – सफेद वस्त्र, चावल, दूध, मिश्री का दान करें।
- राहु दोष निवारण – नारियल, मूली, चंदन दान करें।
- केतु दोष निवारण – काले कपड़े, सरसों का तेल, नीले फूल दान करें।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण के लिए विशेष लक्ष्मी पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है। यदि किसी व्यक्ति के जीवन में आर्थिक संकट, करियर में बाधा, स्वास्थ्य समस्याएं या पारिवारिक कलह है, तो उसे लक्ष्मी माता की उपासना अवश्य करनी चाहिए। इस पूजा से ग्रहों की नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। यदि विधि-विधान से विशेष लक्ष्मी पूजा की जाए, तो माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है और व्यक्ति के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं।
ग्रह दोष (Planetary Dosha) निवारण के लिए विशेष लक्ष्मी पूजा – महत्वपूर्ण FAQs
1. ग्रह (Planetary Dosha) दोष क्या होता है?
ग्रह दोष तब होता है जब कुंडली में कोई ग्रह अशुभ स्थिति में होता है या अन्य ग्रहों से दूषित होता है। इससे जीवन में परेशानियां आती हैं, जैसे धन हानि, स्वास्थ्य समस्याएं और पारिवारिक कलह।
2. ग्रह (Planetary Dosha) दोष के कारण क्या होते हैं?
ग्रह दोष जन्म कुंडली में ग्रहों की गलत स्थिति, अशुभ योग, पाप ग्रहों की दृष्टि, या किसी ग्रह का कमजोर होना आदि कारणों से होता है।
3. ग्रह दोष के लक्षण क्या होते हैं?
आर्थिक तंगी, बार-बार बीमार पड़ना, पारिवारिक तनाव, नौकरी या व्यापार में नुकसान, वैवाहिक जीवन में दिक्कतें और मानसिक तनाव ग्रह दोष के प्रमुख लक्षण हैं।
4. ग्रह दोष को दूर करने के लिए लक्ष्मी पूजा क्यों आवश्यक है?
माता लक्ष्मी धन, समृद्धि और सुख-शांति की देवी हैं। विशेष लक्ष्मी पूजा करने से ग्रह दोषों की नकारात्मकता कम होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
5. विशेष लक्ष्मी पूजा कब करनी चाहिए?
शुक्रवार को विशेष रूप से लक्ष्मी पूजा करनी चाहिए। दीपावली, पूर्णिमा और अक्षय तृतीया के दिन भी यह पूजा बहुत प्रभावी होती है।
6. लक्ष्मी पूजा की सही विधि क्या है?
स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर, माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें, घी का दीपक जलाएं, मंत्र जाप करें, भोग अर्पित करें और अंत में आरती करें।
7. लक्ष्मी माता के कौन से मंत्र ग्रह दोष निवारण में सहायक हैं?
- “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
- “ॐ ह्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
इन मंत्रों का नियमित जाप करने से लाभ मिलता है।
8. ग्रह दोष दूर करने के लिए कौन से विशेष दान करने चाहिए?
- शनि दोष के लिए काले तिल और लोहे का दान करें।
- शुक्र दोष के लिए सफेद वस्त्र और मिश्री दान करें।
- राहु दोष के लिए नारियल और मूली दान करें।
- केतु दोष के लिए काले कपड़े और सरसों का तेल दान करें।
9. लक्ष्मी पूजा में कौन-सी सामग्री आवश्यक होती है?
गंगाजल, फूल, दीपक, कुमकुम, चावल, दूध, शहद, दही, घी, मिठाई, फल और कमल का फूल विशेष रूप से आवश्यक होते हैं।
10. क्या ग्रह दोष के लिए कोई विशेष यंत्र भी उपयोग किया जा सकता है?
हाँ, श्री लक्ष्मी यंत्र को घर में स्थापित करके पूजा करने से ग्रह दोष दूर होते हैं और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
11. क्या वास्तु दोष भी ग्रह दोष उत्पन्न कर सकता है?
हाँ, घर में वास्तु दोष होने से भी ग्रहों का अशुभ प्रभाव बढ़ जाता है। घर में उत्तर-पूर्व दिशा में जल का स्रोत रखना, तुलसी का पौधा लगाना और मुख्य द्वार पर लक्ष्मी जी के चरण चिह्न लगाने से ग्रह दोष कम हो सकते हैं।
12. क्या विशेष लक्ष्मी पूजा से कुंडली के सभी ग्रह दोष दूर हो सकते हैं?
लक्ष्मी पूजा मुख्य रूप से शुक्र, शनि, राहु और केतु दोष को शांत करने में सहायक होती है। अन्य ग्रहों के दोषों के लिए संबंधित ग्रह की पूजा करनी चाहिए।
13. लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- घर और पूजा स्थल को स्वच्छ रखें।
- नियमित रूप से सुबह और शाम लक्ष्मी माता की पूजा करें।
- झूठ और चोरी से बचें।
- गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।
14. क्या शुक्रवार को व्रत रखने से ग्रह दोष कम हो सकते हैं?
हाँ, शुक्रवार का व्रत रखने और लक्ष्मी माता की पूजा करने से शुक्र दोष शांत होता है और धन-समृद्धि बढ़ती है।
15. लक्ष्मी पूजा के बाद क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
पूजा के बाद घर में झगड़ा न करें, अपशब्दों का प्रयोग न करें, दान अवश्य करें और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बनाए रखने के लिए सकारात्मक सोच रखें।