बस एक दीया और लक्ष्मी होंगी आपके घर में स्थायी – जानिए दीप (Oil Lamp) जलाने का रहस्य!
दीप (Oil Lamp) जलाकर करें लक्ष्मी को प्रसन्न | दीपक से जुड़ी चमत्कारी बातें | सम्पूर्ण जानकारी
भारतीय संस्कृति में दीपक जलाना सिर्फ रोशनी करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक क्रिया भी है। दीप (Oil Lamp) जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है। विशेषकर अगर आप मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो दीपक जलाना एक सशक्त उपाय है। कहा जाता है कि जहां नियमित रूप से दीप जलते हैं, वहां दरिद्रता नहीं आती और धन की देवी लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करती हैं।
दीप (Oil Lamp) जलाने का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में प्रभु आराधना बिना दीपक (Oil Lamp) के अधूरी मानी जाती है। शास्त्रों में कहा गया है – “तमसो मा ज्योतिर्गमय”, यानी अंधकार से प्रकाश की ओर चलो। दीपक अज्ञान, दरिद्रता और अशुभता को दूर करता है। यही कारण है कि पूजा-पाठ, त्योहारों और विशेष व्रतों में दीपक अवश्य जलाया जाता है। मां लक्ष्मी, जो प्रकाश और संपन्नता की देवी हैं, उन्हें दीपक अत्यंत प्रिय है। जब दीप जलाया जाता है तो वह ईश्वर का आमंत्रण बन जाता है।
किस दिशा में दीप जलाएं?
वास्तु शास्त्र के अनुसार दीप जलाने की दिशा बहुत महत्वपूर्ण होती है।
- उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) को सबसे शुभ माना गया है।
- पूजा घर में दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके जलाना चाहिए।
- शाम के समय मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी जी का प्रवेश होता है।
हर दिशा का अपना प्रभाव होता है, इसलिए हमेशा सही दिशा में दीपक जलाना चाहिए ताकि ऊर्जा संतुलन बना रहे और लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त हो सके।
किस तेल से दीप जलाएं?
दीपक जलाने के लिए कौन सा तेल या घी इस्तेमाल करें, यह भी बहुत मायने रखता है:
- देसी घी का दीपक लक्ष्मी जी को अत्यंत प्रिय है। यह शुद्धता और दिव्यता का प्रतीक है।
- तिल के तेल से जलाया गया दीपक नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है।
- सरसों का तेल रात्रिकालीन दीपक के लिए श्रेष्ठ है, विशेषकर भूत-प्रेत बाधा दूर करने हेतु।
- शुक्रवार के दिन घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए प्रभावी माना गया है।
दीपक का आकार और संख्या
दीपक की संख्या और उसका आकार भी महत्त्व रखता है:
- एकमुखी दीपक – सामान्य पूजा के लिए।
- चतुर्मुखी दीपक – विशेष पूजा और लक्ष्मी साधना में उपयोगी।
- दीप जलाते समय जितने दीप उतनी कामनाएं पूरी होती हैं, ऐसा विश्वास है।
- शुभ तिथियों पर 11 या 21 दीप जलाना विशेष फलदायी होता है।
कांसे, पीतल, मिट्टी, या चांदी का दीपक सबसे शुभ माना गया है। खासकर दीपावली और शुक्रवार को चांदी या मिट्टी का दीप जलाना शुभ होता है।
दीप (Oil Lamp) जलाते समय करें ये मंत्र
दीप जलाते समय अगर आप मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
सबसे प्रभावी मंत्र है:
“शुभं करोति कल्याणं, आरोग्यं धनसंपदा।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते॥”
यह मंत्र दीप की ज्योति को सकारात्मक ऊर्जा में बदल देता है और मां लक्ष्मी को आकर्षित करता है। रोज सुबह-शाम दीप जलाते हुए यह मंत्र ज़रूर बोलें।
शुक्रवार को दीपक जलाने के विशेष नियम
शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी का माना गया है। इस दिन दीपक जलाने से विशेष फल प्राप्त होते हैं:
- शाम को मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाएं।
- दीपक के पास केसर, चावल और हल्दी रखें।
- दीपक में दो बातियां लगाकर जलाएं – एक लक्ष्मी, दूसरी नारायण के लिए।
- कुमकुम और फूलों से दीपक को सजाएं, इससे मां प्रसन्न होती हैं।
इस विधि से हर शुक्रवार दीपक जलाने पर घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
दीप (Oil Lamp) जलाने से जुड़ी कुछ मान्यताएं
भारतीय परंपरा में दीप से जुड़ी कई मान्यताएं हैं:
- जहां रोज दीप जलता है, वहां भूत-प्रेत बाधा नहीं होती।
- रात्रि में जलाया गया दीपक मां लक्ष्मी को आकर्षित करता है।
- दीपक की लौ अगर स्थिर हो तो यह शुभ संकेत होता है – यह दर्शाता है कि देवी का वास है।
- अगर दीपक बुझ जाए तो तुरंत दूसरा दीप जलाएं और प्रार्थना करें।
दीप (Oil Lamp) जलाने के लाभ
दीपक जलाने से सिर्फ धार्मिक लाभ नहीं बल्कि वैज्ञानिक लाभ भी होते हैं:
- दीप की लौ से वातावरण शुद्ध होता है।
- इससे तनाव और चिंता में कमी आती है।
- घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
- कीटाणु और मच्छर भी इससे दूर रहते हैं।
- मन और मस्तिष्क शांत रहता है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
दीपावली पर दीप (Oil Lamp) जलाने का विशेष महत्व
दीपावली, यानी अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व, दीपों का त्योहार है।
- इस दिन 13 से लेकर 1008 तक दीप जलाना शुभ माना गया है।
- हर दीपक को किसी न किसी कामना या उद्देश्य से जलाएं।
- धनतेरस से भाई दूज तक घर में रोज दीप जलाएं।
- विशेषकर कोनों, बाथरूम, सीढ़ियों और मुख्य द्वार पर दीप जरूर जलाएं।
- लक्ष्मी पूजन के समय चांदी या मिट्टी के 11 दीपक अनिवार्य रूप से जलाएं।
इससे घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है और पूरे वर्ष धन-समृद्धि बनी रहती है।
दीप (Oil Lamp) जलाते समय किन बातों का रखें ध्यान?
कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है ताकि दीप जलाने से पूर्ण फल प्राप्त हो:
- दीपक कभी भी उल्टा या खाली न रखें।
- जलता हुआ दीपक कभी भी छोड़कर न जाएं।
- दीपक में गंदा तेल या घी न डालें।
- दीपक को साफ-सुथरे स्थान पर रखें।
- बाएं हाथ से दीपक न जलाएं, हमेशा दाएं हाथ का प्रयोग करें।
इन नियमों का पालन करने से ही लक्ष्मी जी का आशीर्वाद पूरी तरह प्राप्त होता है।
दीप (Oil Lamp) जलाने का सही समय
हालांकि सुबह-शाम दोनों समय दीप जलाना लाभकारी होता है, लेकिन शाम का समय विशेष रूप से लक्ष्मी प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ है:
- संध्या के समय, जब सूर्य अस्त होता है, दीप जलाना अत्यंत शुभ माना गया है।
- इस समय देवी लक्ष्मी पृथ्वी भ्रमण पर होती हैं और जहां दीपक जलता है, वहां उनका विलक्षण प्रभाव होता है।
- अमावस्या, पूर्णिमा, एकादशी और शुक्रवार को विशेष रूप से दीप जलाना अत्यधिक फलदायी होता है।
दीप (Oil Lamp) जलाकर करें लक्ष्मी साधना
अगर आप चाहते हैं कि मां लक्ष्मी आप पर हमेशा कृपा बनाए रखें, तो दीपक को साधना का माध्यम बनाएं:
- हर शुक्रवार कमल गट्टे की माला से लक्ष्मी मंत्र का जाप करते हुए दीपक के सामने बैठें।
- दीपक में गंध, पुष्प, अक्षत अर्पित करें।
- श्री सूक्त का पाठ करें।
- दीपक की लौ को ध्यान करते हुए मन एकाग्र करें।
इस साधना से मां लक्ष्मी का सीधा आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दीप जलाना कोई साधारण क्रिया नहीं है, यह एक शुद्ध आध्यात्मिक साधना है। जब आप नित्य दीपक जलाते हैं, तो यह आपके जीवन में प्रकाश, समृद्धि, शांति और शुभता लाता है। विशेष रूप से मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए यह एक सर्वश्रेष्ठ उपाय है। सही दिशा, सही तेल, सही मंत्र और सही भावनाओं से जलाया गया दीपक, आपके घर को वास्तविक धन और वैभव से भर देता है।
“दीप (Oil Lamp) जलाकर करें लक्ष्मी को प्रसन्न” विषय पर आधारित महत्वपूर्ण FAQs –
1. क्या रोज दीपक जलाने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं?
हां, रोज श्रद्धा से दीपक जलाने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
2. दीपक किस दिशा में जलाना चाहिए?
दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके जलाना शुभ माना जाता है।
3. कौन-सा तेल दीप (Oil Lamp) जलाने के लिए सबसे अच्छा है?
देसी घी लक्ष्मी जी को सबसे प्रिय है, लेकिन तिल या सरसों का तेल भी उपयोगी होता है।
4. क्या शुक्रवार को दीपक जलाने का विशेष महत्व है?
जी हां, शुक्रवार को दीपक जलाने से मां लक्ष्मी विशेष रूप से प्रसन्न होती हैं।
5. दीप (Oil Lamp) जलाते समय कौन-सा मंत्र बोलना चाहिए?
“शुभं करोति कल्याणं…” मंत्र दीप जलाते समय अत्यंत प्रभावी माना गया है।
6. दीपक में एक बाती या दो – क्या फर्क है?
एक बाती साधारण पूजा के लिए और दो बाती लक्ष्मी-नारायण को समर्पित मानी जाती है।
7. क्या रात्रि में भी दीपक जलाना लाभकारी है?
हां, विशेषकर संध्या और रात्रि के समय दीपक जलाने से देवी लक्ष्मी का वास होता है।
8. किस धातु का दीपक सबसे शुभ होता है?
चांदी, कांसे और मिट्टी के दीपक सबसे शुभ माने जाते हैं।
9. क्या खाली दीपक रखना अशुभ होता है?
हां, खाली या बुझा हुआ दीपक रखना अशुभ और नकारात्मकता लाता है।
10. क्या मुख्य द्वार पर दीपक जलाना जरूरी है?
मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से लक्ष्मी जी का प्रवेश होता है और दरिद्रता दूर रहती है।
11. क्या दीपक की लौ से वास्तु दोष दूर होता है?
हां, नियमित दीप जलाने से घर का वास्तु सुधरता है और वातावरण पवित्र होता है।
12. दीपक जलाने का सबसे शुभ समय कौन-सा है?
संध्या का समय, यानी सूर्यास्त के आसपास दीपक जलाना सबसे शुभ माना गया है।
13. क्या दीपावली पर विशेष संख्या में दीप जलाने चाहिए?
हां, दीपावली पर 11, 21, 51 या 108 दीप जलाना अत्यंत शुभ होता है।
14. दीप (Oil Lamp) जलाते समय क्या सावधानियाँ रखें?
दीपक को साफ स्थान पर रखें, दाएं हाथ से जलाएं और बुझने न दें।
15. क्या दीपक से सिर्फ धार्मिक लाभ होते हैं?
नहीं, दीपक से वैज्ञानिक लाभ भी होते हैं – जैसे वातावरण शुद्ध होना और मानसिक शांति।