मई में करें ये उपाय इन खास तिथियों पर, मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) खोलेंगी धन की वर्षा!
लक्ष्मी प्राप्ति हेतु मई महीने की शुभ तिथियाँ
मई का महीना क्यों है खास?
मई का महीना न सिर्फ मौसम में बदलाव लेकर आता है, बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस महीने में कई शुभ तिथियाँ और पर्व-त्योहार आते हैं, जो मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) को प्रसन्न करने का सुनहरा अवसर प्रदान करते हैं। अगर कोई व्यक्ति धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति चाहता है, तो मई के इन शुभ दिनों पर विशेष पूजा-पाठ, व्रत और अनुष्ठान करने से विशेष फल मिलता है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए जरूरी है कि हम सही तिथि, विधि और भावना से पूजा करें। यह लेख मई महीने में आने वाली उन्हीं शुभ तिथियों को विस्तार से बताएगा, जिन पर आप मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की कृपा पा सकते हैं।
1. अक्षय तृतीया (10 मई 2025 – शुक्रवार)
अक्षय तृतीया को सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ दिवस माना जाता है। यह दिन अक्षय फल देने वाला होता है यानी जो भी शुभ कार्य इस दिन किए जाएं, उनका फल कभी नाश नहीं होता। यही कारण है कि इसे धन और समृद्धि प्राप्ति के लिए सबसे श्रेष्ठ दिन माना गया है।
इस दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की विशेष पूजा, श्री यंत्र की स्थापना, और गाय को चारा देना, बहुत शुभ होता है। धन लाभ, बिजनेस ग्रोथ और घर में शांति के लिए इस दिन श्री लक्ष्मी चालीसा, कुबेर मंत्र, और अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें।
क्या करें इस दिन:
- सफेद या गुलाबी कमल से लक्ष्मी पूजा करें।
- श्री यंत्र या कुबेर यंत्र की स्थापना करें।
- सात अनाज और सोना-चांदी खरीदना अत्यंत शुभ।
2. वैशाख पूर्णिमा (23 मई 2025 – शुक्रवार)
पूर्णिमा का दिन स्वयं में ही बहुत शक्तिशाली और पवित्र माना जाता है। वैशाख पूर्णिमा, विशेष रूप से धार्मिक तपस्या और ध्यान के लिए उत्तम होती है। इस दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) और विष्णु जी दोनों की पूजा करना चाहिए।
धन प्राप्ति के लिए इस दिन “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 108 बार जप करें। इस दिन दिया जलाना, तुलसी के पौधे के पास दीपक रखना, और जल दान करना बहुत शुभ होता है।
क्या करें इस दिन:
- गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं।
- पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं।
- महालक्ष्मी व्रत कथा सुनें।
3. शुक्रवार के दिन की विशेषता (हर शुक्रवार – मई 2, 9, 16, 23, 30)
शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) को समर्पित होता है। मई महीने में कुल 5 शुक्रवार आते हैं, जो धन प्राप्ति के लिए उत्तम योग प्रदान करते हैं। इस दिन व्रत रखने, लक्ष्मी पूजन, और दान करने से लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शुक्रवार को सफेद रंग के वस्त्र, चावल और चीनी का दान, तथा गुलाब के फूलों से पूजन करना अत्यंत शुभ माना गया है। आप इस दिन कन्याओं को भोजन करवाएं और उन्हें चांदी की वस्तु भेंट करें।
क्या करें शुक्रवार को:
- सात शुक्रवार व्रत का संकल्प लें।
- लक्ष्मी सहस्रनाम का पाठ करें।
- शंख में जल भरकर मां लक्ष्मी को अर्पण करें।
4. प्रदोष व्रत (22 मई – बुधवार)
प्रदोष व्रत हर माह दो बार आता है, और शिव-लक्ष्मी कृपा प्राप्त करने का अचूक माध्यम है। मई महीने में आने वाला शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत, धन वृद्धि और कर्ज मुक्ति के लिए बहुत लाभकारी होता है।
शिव और पार्वती जी की पूजा करके, मां लक्ष्मी को भी प्रसन्न किया जा सकता है। इस दिन काले तिल, दूध, और केसर से भगवान को स्नान कराएं और सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
क्या करें इस दिन:
- शिवलिंग पर कमल पुष्प चढ़ाएं।
- श्री सूक्त और महालक्ष्मी अष्टकम का पाठ करें।
- गरीबों को वस्त्र और भोजन दान करें।
5. मासिक लक्ष्मी व्रत (शुक्ल पक्ष की अष्टमी – 14 मई)
मासिक लक्ष्मी व्रत हर महीने की शुक्ल अष्टमी को किया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से गृहस्थ सुख, आर्थिक उन्नति, और विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है।
इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा दूध, चावल, और हल्दी से की जाती है। व्रती को सत्यनारायण कथा या लक्ष्मी कथा सुननी चाहिए और अंत में फलाहार ग्रहण करना चाहिए।
क्या करें इस दिन:
- सात कन्याओं को भोजन कराएं।
- चांदी का सिक्का मां लक्ष्मी के चरणों में रखें।
- गृह में दीपमालिका सजाएं।
6. संकष्टी चतुर्थी (26 मई – सोमवार)
भले ही यह दिन गणेश जी को समर्पित हो, परंतु यह भी एक ऐसा दिन होता है जब मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना आसान होता है। गणेश जी को लक्ष्मी जी का अग्रदूत माना जाता है।
इस दिन यदि श्री गणेश के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाए, तो घर में विघ्न समाप्त होते हैं और धन की वृद्धि होती है। विशेषकर मंगलवार या सोमवार को आने वाली संकष्टी, विशेष फलदायी होती है।
क्या करें इस दिन:
- मोदक और गुड़ से गणेश लक्ष्मी पूजन करें।
- श्री गणेश मंत्र “ॐ गं गणपतये नमः” के साथ लक्ष्मी मंत्र का जप करें।
- दूध से श्री यंत्र को स्नान कराएं।
7. एकादशी तिथि – मोहिनी एकादशी (20 मई – मंगलवार)
एकादशी व्रत विष्णु जी के लिए किया जाता है, और लक्ष्मी जी विष्णु जी की अर्धांगिनी हैं। इसलिए एकादशी पर व्रत रखने से लक्ष्मी जी की भी विशेष कृपा मिलती है।
मोहिनी एकादशी, मोहक और मनोवांछित फल देने वाली तिथि है। इस दिन उपवास कर के सत्यनारायण व्रत कथा, विष्णु सहस्रनाम, और लक्ष्मी पूजन करना बहुत लाभदायक होता है।
क्या करें इस दिन:
- तुलसी के साथ दीपक जलाएं।
- भजन-कीर्तन करें।
- श्री हरि और लक्ष्मी जी की युगल तस्वीर की पूजा करें।
8. मासिक शिवरात्रि (5 मई – रविवार)
शिवरात्रि की रात्रि में तपस्या और साधना करने से लक्ष्मी प्राप्ति होती है। भगवान शिव को भोलेनाथ कहा गया है और वे अपने भक्तों को बिना देर किए वरदान देते हैं।
इस दिन रात्रि जागरण कर शिव चालीसा, महालक्ष्मी मंत्र, और श्री सूक्त का पाठ करना अत्यंत शुभ होता है। विशेषकर जो लोग कर्ज और आर्थिक संकट में हैं, उन्हें यह व्रत जरूर करना चाहिए।
क्या करें इस दिन:
- रात्रि में चार प्रहर पूजन करें।
- काले तिल और दूध से अभिषेक करें।
- गाय के घी का दीपक जलाएं।
9. माह भर के सामान्य उपाय (मई 1 से 31 तक)
- हर शुक्रवार घर में झाड़ू को छिपाकर रखें और अगले दिन बदलें।
- रोज तुलसी में जल चढ़ाएं और दीपक जलाएं।
- रात को सोते समय तांबे के लोटे में जल भरकर सिरहाने रखें।
- दक्षिण दिशा की दीवार पर श्री यंत्र लगाएं।
- घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं।
माँ लक्ष्मी को रिझाना अब कठिन नहीं
मई का महीना आपको आर्थिक समृद्धि और सुख-शांति की ओर ले जाने का अद्भुत अवसर देता है। इस लेख में बताए गए सभी शुभ तिथियों और उपायों को अपनाकर आप भी मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
लक्ष्मी प्राप्ति हेतु मई महीने की शुभ तिथियाँ FAQs:
1. मई में लक्ष्मी प्राप्ति के लिए सबसे शुभ तिथि कौन-सी है?
अक्षय तृतीया (10 मई 2025) को सबसे शुभ तिथि माना गया है क्योंकि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य अक्षय फल देता है।
2. क्या मई के हर शुक्रवार को लक्ष्मी पूजन किया जा सकता है?
हाँ, शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है और मई में आने वाले हर शुक्रवार को लक्ष्मी पूजन अत्यंत लाभकारी होता है।
3. क्या वैशाख पूर्णिमा (23 मई) पर भी लक्ष्मी पूजन किया जा सकता है?
बिलकुल! वैशाख पूर्णिमा को लक्ष्मी-नारायण दोनों की पूजा करने से विशेष धन लाभ होता है।
4. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए कौन-से मंत्र मई में जपने चाहिए?
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” और “श्री सूक्त” का जप विशेष रूप से फलदायी है।
5. मासिक लक्ष्मी व्रत कब रखा जाता है?
मई में मासिक लक्ष्मी व्रत 14 मई (शुक्ल अष्टमी) को रखा जाएगा।
6. क्या पुरुष भी लक्ष्मी व्रत और पूजा कर सकते हैं?
हाँ, मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए स्त्री और पुरुष दोनों पूजा और व्रत कर सकते हैं।
7. क्या मई महीने में कोई एकादशी व्रत आता है?
हाँ, मोहिनी एकादशी 20 मई को है, जो विष्णु एवं लक्ष्मी दोनों की कृपा पाने के लिए उत्तम है।
8. लक्ष्मी जी को कौन-से फूल सबसे अधिक प्रिय हैं?
कमल का फूल, गुलाब और सफेद चंपा लक्ष्मी जी को अत्यंत प्रिय हैं।
9. क्या अक्षय तृतीया को सोना खरीदना शुभ होता है?
जी हाँ, इस दिन सोना खरीदना शुभ और समृद्धि देने वाला माना गया है।
10. क्या प्रदोष व्रत से भी लक्ष्मी कृपा प्राप्त हो सकती है?
हाँ, विशेषकर शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत (22 मई) लक्ष्मी कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम माना गया है।
11. संकष्टी चतुर्थी (26 मई) को लक्ष्मी पूजन क्यों करें?
गणेश जी के साथ लक्ष्मी पूजन करने से विघ्नों की समाप्ति और धन वृद्धि होती है।
12. क्या श्री यंत्र की स्थापना मई में की जा सकती है?
जी हाँ, विशेषकर अक्षय तृतीया और शुक्रवार को श्री यंत्र की स्थापना अत्यंत शुभ मानी जाती है।
13. क्या केवल व्रत से लक्ष्मी प्राप्त होती हैं?
व्रत के साथ-साथ सच्ची श्रद्धा, दान, और सत्कर्म भी लक्ष्मी प्राप्ति के लिए जरूरी हैं।
14. क्या मई में धन वृद्धि के लिए कोई खास दान करना चाहिए?
सफेद वस्त्र, चावल, चीनी, और चांदी का दान इस महीने में अत्यंत फलदायी माना गया है।
15. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए क्या केवल पूजा ही पर्याप्त है?
पूजा के साथ-साथ साफ-सुथरा घर, सत्कार्य, और ध्यान एवं साधना भी जरूरी है। लक्ष्मी जी स्वच्छता और सकारात्मकता में वास करती हैं।