नवरात्रि में हल्दी- (Turmeric) कुमकुम अर्पण क्यों है बेहद शुभ? जानिए इसका रहस्य और अद्भुत लाभ!
नवरात्रि एक पवित्र हिंदू त्योहार है, जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान विशेष पूजा-पाठ और व्रत किए जाते हैं। हल्दी- (Turmeric) कुमकुम अर्पण करने की परंपरा विशेष रूप से महिलाओं के बीच लोकप्रिय है। यह न केवल धार्मिक बल्कि आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हल्दी और कुमकुम का प्रयोग देवी को प्रसन्न करने, सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने और शुभता को आमंत्रित करने के लिए किया जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि हल्दी-कुमकुम अर्पण का महत्व क्या है और यह हमें किन लाभों की प्राप्ति कराता है।
हल्दी और कुमकुम को हिंदू धर्म में शुभता, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। हल्दी को मंगलता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है, जबकि कुमकुम का संबंध शक्ति और ऊर्जा से है।
हल्दी-कुमकुम अर्पण करने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। इसे विशेष रूप से महिलाओं के लिए शुभ माना जाता है।
हिंदू धर्म में की जाने वाली हर परंपरा के पीछे वैज्ञानिक कारण होते हैं।
नवरात्रि के दौरान हल्दी-कुमकुम अर्पण विशेष विधि से किया जाता है, जिससे इसका अधिक लाभ मिलता है।
हल्दी-कुमकुम अर्पण करने से बहुत से आध्यात्मिक और भौतिक लाभ प्राप्त होते हैं।
हालांकि नवरात्रि का हर दिन शुभ होता है, लेकिन कुछ दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं।
हां, पुरुष भी हल्दी-कुमकुम अर्पण कर सकते हैं। हालांकि, यह परंपरा मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा निभाई जाती है।
नवरात्रि में हल्दी-कुमकुम अर्पण करना केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली आध्यात्मिक क्रिया है। यह सकारात्मक ऊर्जा, सौभाग्य और शक्ति का संचार करता है। इस परंपरा को अपनाकर हम अपने जीवन में समृद्धि, शांति और सफलता प्राप्त कर सकते हैं। मां दुर्गा की कृपा से हम सभी के जीवन में सुख-शांति और ऐश्वर्य बना रहे।
नवरात्रि में हल्दी-कुमकुम अर्पण करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सौभाग्य, समृद्धि और शक्ति का आशीर्वाद मिलता है।
हल्दी को शुद्धता और शुभता का प्रतीक माना जाता है, जबकि कुमकुम को शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
मुख्य रूप से यह परंपरा महिलाओं के लिए शुभ मानी जाती है, लेकिन पुरुष भी इसे तिलक के रूप में लगा सकते हैं।
नवरात्रि के अष्टमी और नवमी के दिन हल्दी-कुमकुम अर्पण करना सबसे शुभ माना जाता है।
हाँ, इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
पूजा स्थल को शुद्ध करके, मां दुर्गा की मूर्ति के सामने हल्दी और कुमकुम अर्पण करना चाहिए और सौभाग्य की प्रार्थना करनी चाहिए।
हाँ, हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, और कुमकुम मानसिक शांति प्रदान करता है।
नहीं, इसे शुक्रवार, पूर्णिमा और ग्रहण के समय भी अर्पण किया जा सकता है।
इसे माथे पर तिलक लगाकर या मां दुर्गा को अर्पण करके सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति की जाती है।
हाँ, कुंवारी कन्याएं भी इसे मां दुर्गा के प्रति भक्ति और शुभता के रूप में अर्पित कर सकती हैं।
हाँ, इसे अर्पण करने से पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं और घर में शांति बनी रहती है।
“ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
हाँ, मां लक्ष्मी को हल्दी-कुमकुम अर्पण करने से आर्थिक लाभ होता है।
नहीं, इसे दीवार, दरवाजे और घर के मुख्य द्वार पर भी लगाया जा सकता है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
हाँ, इसे स्वच्छता और श्रद्धा के साथ अर्पण करना चाहिए और बिना किसी बुरे विचार के मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।
Lottery Sambad DEAR INDUS Wednesday Result (01/10/25): 1st Prize 98A-34970 + Full 2nd–5th Lists The…
Official Kerala Lottery Results for 01-10-2025 - Dhanalekshmi (DL-20) Draw Official Kerala Lottery Results for…
Lottery Sambad DEAR Goose Tuesday Result (30-09-2025): 1st Prize 76J-68945, Full 2nd–5th Lists, Seller Details…
Lottery Sambad DEAR Comet Tuesday Result Declared: 1st Prize Goes to 99B–93654 (30/09/2025) The Comet…
Lottery Sambad DEAR Godavari Tuesday Result Out: Check 1st Prize (77E-83016), Full Winning Lists &…
Official Kerala Lottery Results for 30-09-2025 - Sthree Sakthi (SS-487) Draw | Check The Winner…