नवरात्रि व्रत (Navratri Vrat) कैसे करें जानें सही विधि, नियम और जरूरी बातें!
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे साल में चार बार मनाया जाता है, लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्रि सबसे प्रसिद्ध हैं। यह देवी दुर्गा की आराधना का पर्व है, जिसमें भक्त उपवास रखकर माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। नवरात्रि में व्रत (Navratri Vrat) रखने से मानसिक और शारीरिक शुद्धि होती है, साथ ही यह आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाने का एक माध्यम भी है। मान्यता है कि सही विधि से नवरात्रि व्रत रखने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
व्रत रखने से पहले सही तैयारी करना बहुत जरूरी होता है। सबसे पहले, यह तय करें कि आप कौन-सा व्रत नियम अपनाना चाहते हैं – निर्जला व्रत, फलाहार व्रत, एक समय भोजन या केवल पानी पीने वाला व्रत। व्रत से पहले अपने मन में संकल्प लें कि आप पूरी श्रद्धा से नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा करेंगे। घर को साफ करें और एक पवित्र स्थान पर माँ दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। घटस्थापना करके नवरात्रि पूजा शुरू करें और प्रतिदिन देवी का आह्वान करें।
नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से होती है, जिसे बहुत शुभ माना जाता है। इसके लिए एक तांबे या मिट्टी के कलश को जल से भरें और उसमें पान का पत्ता, सुपारी, सिक्का और गंगाजल डालें। फिर इसके ऊपर नारियल रखें और इसे लाल कपड़े से लपेट दें। इस कलश को चावल या गेहूं से भरे पात्र पर रखें और इसके चारों ओर माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों का आह्वान करें। घटस्थापना के साथ ही नवरात्रि व्रत की आधिकारिक शुरुआत हो जाती है।
नवरात्रि में भोजन पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
✅ क्या खाएं:
❌ क्या न खाएं:
नवरात्रि के अंतिम दिन या अष्टमी/नवमी को कन्या पूजन किया जाता है। इसमें नौ छोटी कन्याओं को देवी स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। उन्हें हलवा-पूरी, चने और प्रसाद खिलाया जाता है और दक्षिणा दी जाती है। मान्यता है कि कन्या पूजन करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
नवरात्रि केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्व है। यह समय मौसम परिवर्तन का होता है, जब शरीर को हल्के और सात्विक आहार की आवश्यकता होती है। उपवास रखने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और शरीर में विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। इसके अलावा, ध्यान और मंत्र जाप से मानसिक शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
नवरात्रि व्रत को सही विधि से समाप्त करना भी आवश्यक है। नवमी तिथि को देवी दुर्गा की विशेष पूजा करें और फिर कन्या पूजन के बाद अन्न ग्रहण करें। पहले हल्का भोजन लें, जैसे फलों का रस, खिचड़ी या साबूदाना खिचड़ी, ताकि पाचन तंत्र पर ज्यादा दबाव न पड़े।
नवरात्रि व्रत (Navratri Vrat) केवल उपवास रखने का पर्व नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक जागरूकता, सात्विक जीवनशैली और धार्मिक अनुशासन को अपनाने का एक सुंदर अवसर है। अगर सही विधि से नवरात्रि व्रत रखा जाए, तो यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से लाभकारी होता है। माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए सच्चे मन से व्रत रखें और उनकी पूजा करें।
नवरात्रि व्रत देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने, मानसिक और शारीरिक शुद्धि के लिए रखा जाता है। यह आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाने और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का माध्यम है।
व्रत शुरू करने से पहले संकल्प लें, फिर घटस्थापना करें, माँ दुर्गा की पूजा करें और नियमों का पालन करते हुए सात्विक भोजन करें।
हाँ, आप नवरात्रि व्रत में पानी पी सकते हैं। कुछ लोग निर्जला व्रत भी रखते हैं, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है।
हाँ, लेकिन दूध वाली चाय या कॉफी पीनी चाहिए। कई लोग बिना दूध वाली चाय को व्रत में निषेध मानते हैं।
व्रत में सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, राजगिरा, साबूदाना और सामक के चावल खा सकते हैं।
साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि यह प्राकृतिक होता है और सात्विक भोजन का हिस्सा है।
मसालेदार और तली-भुनी चीजें, लहसुन-प्याज, मांस, अंडे, शराब, गेहूं और चावल नहीं खाना चाहिए।
हाँ, सेब, केला, पपीता, अनार, अंगूर आदि फल खाए जा सकते हैं।
नवरात्रि व्रत आमतौर पर अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन के बाद हल्के भोजन से खोला जाता है।
नवरात्रि को शुभ समय माना जाता है, इसलिए कई लोग इस दौरान शादी, गृह प्रवेश, नई शुरुआत आदि करते हैं।
गुलाब, कमल, गेंदे के फूल और चमेली देवी माँ को अर्पित किए जा सकते हैं।
हाँ, आप दूध, दही, पनीर और मखाना खा सकते हैं।
नवरात्रि के नौ दिन अलग-अलग देवी के लिए होते हैं, जैसे पहले दिन माँ शैलपुत्री, दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी आदि।
हाँ, लेकिन कुछ लोग रात में जागरण करते हैं और देवी माँ के भजन-कीर्तन गाते हैं।
व्रत रखने से पाचन तंत्र ठीक रहता है, शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और मानसिक शांति मिलती है।
Lottery Sambad DEAR Goose Tuesday Result (30-09-2025): 1st Prize 76J-68945, Full 2nd–5th Lists, Seller Details…
Lottery Sambad DEAR Comet Tuesday Result Declared: 1st Prize Goes to 99B–93654 (30/09/2025) The Comet…
Lottery Sambad DEAR Godavari Tuesday Result Out: Check 1st Prize (77E-83016), Full Winning Lists &…
Official Kerala Lottery Results for 30-09-2025 - Sthree Sakthi (SS-487) Draw | Check The Winner…
The official Lottery Sambad – Dear Finch Monday Weekly results for 29 September 2025 are…
Lottery Sambad Dear Blitzen Monday Weekly Result Out: 1st Prize Ticket 97H-23583 (Draw 72) Summary…