नवरात्रि में भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें मां दुर्गा (Maa Durga) को, वरना हो सकता है अनिष्ट!

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नवरात्रि में भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें मां दुर्गा (Maa Durga) को, वरना हो सकता है अनिष्ट!

नवरात्रि में भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें मां दुर्गा (Maa Durga) को, वरना हो सकता है अनिष्ट!

नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) को कौन-कौन सी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए?

नवरात्रि एक पावन पर्व है, जिसमें मां दुर्गा (Maa Durga) की नौ दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तगण मां को प्रसन्न करने के लिए व्रत, हवन, पूजन और विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें नवरात्रि में मां दुर्गा को चढ़ाना अशुभ माना जाता है? अगर अनजाने में भी इन चीजों का प्रयोग कर लिया जाए, तो पूजा का पूरा फल नहीं मिलता और विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि में मां दुर्गा को कौन-कौन सी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए और इसका धार्मिक महत्व क्या है।

Contents

1. तुलसी के पत्ते

तुलसी को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है, लेकिन इसे मां दुर्गा की पूजा में निषिद्ध माना गया है। पुराणों के अनुसार, तुलसी माता विष्णु जी को अत्यंत प्रिय हैं, लेकिन इसे देवी दुर्गा को चढ़ाने से वे अप्रसन्न हो जाती हैं। नवरात्रि में यदि आप मां दुर्गा को भोग लगा रहे हैं, तो तुलसी का उपयोग न करें। इसके बजाय, आप पान, बिल्व पत्र, दूर्वा या फूल अर्पित कर सकते हैं।


2. दूषित या बासी फूल

मां दुर्गा को ताजे, खुशबूदार और शुद्ध फूल ही अर्पित करने चाहिए। बासी, मुरझाए या गंदे फूल देवी को चढ़ाने से पूजा सफल नहीं मानी जाती और इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है। विशेष रूप से गुलदाऊदी, कनेर और रातरानी के फूल मां दुर्गा को पसंद नहीं हैं, इसलिए इनका प्रयोग न करें। आप गुलाब, कमल, गेंदा और चमेली के फूल चढ़ा सकते हैं, क्योंकि ये देवी को अत्यंत प्रिय माने जाते हैं।


3. दूषित जल या गंदे बर्तन

मां दुर्गा की पूजा में शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा में उपयोग होने वाले जल और बर्तन पूरी तरह स्वच्छ होने चाहिए। यदि गंदे बर्तन में पानी या प्रसाद चढ़ाया जाता है, तो इसे अशुभ माना जाता है। विशेष रूप से स्टील और लोहे के बर्तन पूजा के लिए अनुचित माने गए हैं। बेहतर होगा कि तांबे या पीतल के बर्तनों का उपयोग किया जाए।


4. तामसिक भोजन या प्याज-लहसुन

नवरात्रि के दौरान सात्त्विक भोजन का पालन किया जाता है। इसलिए, मां दुर्गा को चढ़ाए जाने वाले भोग में प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा और तामसिक पदार्थ नहीं होने चाहिए। ऐसे भोजन से न केवल पूजा निष्फल होती है, बल्कि घर में नकारात्मकता भी बढ़ सकती है। नवरात्रि में हलवा, पूरी, खीर, पंचामृत, फल और मेवे से बने व्यंजन चढ़ाने चाहिए।


5. कांटेदार या विषैले पौधे

मां दुर्गा को चढ़ाने के लिए कांटेदार पौधों का उपयोग वर्जित माना जाता है। विशेष रूप से कैक्टस, बबूल, नागफनी जैसे पौधों को नवरात्रि में देवी को अर्पित नहीं करना चाहिए। इन पौधों को घर में रखना भी अशुभ प्रभाव डाल सकता है। इसके बजाय, आप तुलसी, अशोक, पीपल या बेलपत्र के पौधे का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि ये पवित्र माने जाते हैं।


6. नारियल का जल

हालांकि नारियल को शुभ माना जाता है, लेकिन मां दुर्गा को नारियल का पानी चढ़ाना वर्जित है। इसके बजाय, आप गंगाजल, केसर मिश्रित दूध, शहद या पंचामृत चढ़ा सकते हैं। नारियल को देवी को चढ़ाने के बाद फोड़कर प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए, लेकिन इसका जल अर्पित नहीं करना चाहिए।


7. टूटे-फूटे या कटे-फटे वस्त्र

नवरात्रि में मां दुर्गा को विशेष रूप से लाल, पीले और गुलाबी रंग के वस्त्र पसंद होते हैं। लेकिन अगर आप देवी को कटे-फटे, पुराने या गंदे वस्त्र अर्पित करते हैं, तो इसे अशुभ माना जाता है। मां दुर्गा को नई चुनरी, लाल साड़ी या स्वच्छ वस्त्र अर्पित करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है।


8. चमड़े से बनी चीजें

नवरात्रि के दौरान चमड़े से बनी वस्तुएं मंदिर में लाना भी वर्जित है, क्योंकि चमड़ा अहिंसा के विपरीत माना जाता है। मां दुर्गा को चमड़े की बेल्ट, पर्स, जूते-चप्पल या अन्य चमड़े की चीजें अर्पित करना अशुभ होता है। इसके बजाय, आप देवी को रंग-बिरंगी रेशमी चुनरी या वस्त्र अर्पित कर सकते हैं।


9. तुलसी दल और शंख का प्रयोग

शंख को भगवान विष्णु से जोड़ा जाता है, इसलिए इसे देवी दुर्गा की पूजा में वर्जित माना गया है। शंख से जल चढ़ाना देवी की पूजा में निषिद्ध है। इसी तरह, तुलसी के पत्ते भी विष्णु पूजा के लिए होते हैं, इसलिए मां दुर्गा की पूजा में इनका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।


10. गलत मंत्रोच्चार और अशुद्धता

मां दुर्गा की पूजा में सही मंत्रोच्चार अत्यंत आवश्यक होता है। यदि मंत्रों का उच्चारण गलत किया जाए, तो इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। पूजा के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नवरात्रि में गंदे वस्त्र, कटे-फटे कपड़े, बिना स्नान किए पूजा करना या अशुद्ध स्थान पर पूजा करना अशुभ माना जाता है।


क्या होगा यदि आप गलती से ये चीजें चढ़ा दें?

अगर अनजाने में आपने कोई निषिद्ध वस्तु मां दुर्गा को चढ़ा दी हो, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसके लिए आप मां दुर्गा से क्षमा याचना कर सकते हैं और पुनः शुद्ध रूप से पूजा-अर्चना करें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पूजा श्रद्धा और भक्ति से की जानी चाहिए।

नवरात्रि में भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें मां दुर्गा (Maa Durga) को, वरना हो सकता है अनिष्ट!
नवरात्रि में भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें मां दुर्गा (Maa Durga) को, वरना हो सकता है अनिष्ट!

नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा अत्यंत शुभ होती है, लेकिन कुछ चीजों को चढ़ाने से पूजा निष्फल हो सकती है या विपरीत प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, पूजा करते समय विशेष रूप से ध्यान दें कि तुलसी, प्याज-लहसुन, बासी फूल, गंदे बर्तन, चमड़े की वस्तुएं और कांटेदार पौधे न चढ़ाए जाएं। पूजा में सात्त्विकता, शुद्धता और सही विधि का पालन करना चाहिए ताकि मां दुर्गा की कृपा प्राप्त हो सके।

नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) को कौन-कौन सी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए? ( जरूरी सवाल-जवाब)

1. क्या मां दुर्गा (Maa Durga) को तुलसी के पत्ते चढ़ाना शुभ होता है?

नहीं, तुलसी के पत्ते भगवान विष्णु को प्रिय होते हैं, लेकिन मां दुर्गा की पूजा में इन्हें चढ़ाना निषिद्ध माना जाता है।

2. क्या नवरात्रि में बासी या मुरझाए हुए फूल चढ़ा सकते हैं?

नहीं, मां दुर्गा को ताजे, सुगंधित और स्वच्छ फूल चढ़ाने चाहिए। बासी और मुरझाए फूल अशुभ माने जाते हैं

3. क्या नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) को प्याज और लहसुन वाला भोग चढ़ा सकते हैं?

नहीं, प्याज और लहसुन तामसिक भोजन के अंतर्गत आते हैं। मां दुर्गा को सिर्फ सात्त्विक भोग चढ़ाना चाहिए।

4. क्या देवी को नारियल का पानी अर्पित कर सकते हैं?

नहीं, मां दुर्गा को नारियल चढ़ाया जाता है, लेकिन उसका पानी नहीं। इसके बजाय गंगाजल या पंचामृत अर्पित करें।

5. क्या मां दुर्गा (Maa Durga) की पूजा में शंख का उपयोग किया जा सकता है?

नहीं, शंख भगवान विष्णु का प्रतीक है और मां दुर्गा की पूजा में शंख से जल चढ़ाना वर्जित है

6. क्या कांटेदार फूल और पौधे देवी को चढ़ाने चाहिए?

नहीं, कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस, बबूल और नागफनी को देवी पूजा में अशुभ माना जाता है।

7. क्या देवी दुर्गा को चमड़े की चीजें चढ़ाई जा सकती हैं?

नहीं, चमड़ा अहिंसा के विपरीत है और इसे मां दुर्गा की पूजा में निषिद्ध माना गया है।

8. क्या टूटे-फूटे बर्तन या वस्त्र देवी को चढ़ाए जा सकते हैं?

नहीं, पूजा में स्वच्छ, नए और पूर्ण वस्त्र एवं बर्तन का उपयोग करना चाहिए।

9. क्या देवी को स्टील या लोहे के बर्तनों में प्रसाद चढ़ा सकते हैं?

नहीं, नवरात्रि पूजा में तांबे, पीतल या चांदी के बर्तन शुभ माने जाते हैं।

10. क्या नवरात्रि में पूजा के दौरान काले रंग के वस्त्र पहन सकते हैं?

नहीं, नवरात्रि में लाल, पीले, गुलाबी और सफेद रंग शुभ माने जाते हैं। काले रंग से बचना चाहिए

11. क्या नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) को नमक या मिर्च वाला भोग चढ़ाया जा सकता है?

नहीं, मां दुर्गा को मीठे और सात्त्विक भोग जैसे खीर, हलवा, फल और मेवे चढ़ाने चाहिए।

12. अगर गलती से कोई निषिद्ध वस्तु चढ़ जाए तो क्या करें?

मां दुर्गा से क्षमा याचना करें और शुद्ध जल से पुनः पूजा करें।

13. क्या देवी को बेलपत्र चढ़ाया जा सकता है?

हाँ, बेलपत्र मां दुर्गा को प्रिय है, लेकिन यह शिवजी को ज्यादा अर्पित किया जाता है।

14. क्या गंदे स्थान पर पूजा करने से कोई दोष लगता है?

हाँ, शुद्धता बहुत जरूरी है। गंदे स्थान पर पूजा करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

15. क्या मां दुर्गा (Maa Durga) को शराब या मांसाहार का भोग लगाया जा सकता है?

नहीं, नवरात्रि में मांसाहार और शराब निषिद्ध होती है। मां दुर्गा को शुद्ध और सात्त्विक भोजन अर्पित करें।

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