लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को सबसे प्रिय भोग कौन सा है? यह भोग चढ़ाने से होगी धन वर्षा!

Soma
11 Min Read
लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को सबसे प्रिय भोग कौन सा है? यह भोग चढ़ाने से होगी धन वर्षा!

लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को सबसे प्रिय भोग कौन सा है? यह भोग चढ़ाने से होगी धन वर्षा!


लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को कौन सा भोग अति प्रिय है?

माँ लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की देवी माना जाता है। हिन्दू धर्म में यह मान्यता है कि यदि माँ लक्ष्मी को प्रसन्न कर लिया जाए तो घर में धन, सुख-समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है। लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ, मंत्र-जाप और भोग अर्पित किए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि माँ लक्ष्मी को कुछ खास भोग अति प्रिय होते हैं? यदि सही विधि से उनका भोग लगाया जाए, तो व्यक्ति को धन-धान्य और सफलता की प्राप्ति होती है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को कौन सा भोग अधिक प्रिय है और इसे चढ़ाने से क्या लाभ होते हैं।


1. लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को प्रिय भोग कौन-कौन से हैं?

लक्ष्मी माता को कई प्रकार के मिष्ठान (मीठे पदार्थ) प्रिय हैं, लेकिन कुछ विशेष भोग उन्हें अत्यंत प्रिय माने जाते हैं। इनमें प्रमुख हैं:

  1. खीर – दूध, चावल और चीनी से बनी खीर माँ लक्ष्मी को बेहद पसंद है।
  2. मालपुआ – यह एक पारंपरिक मिठाई है जिसे खासतौर पर लक्ष्मी पूजन में चढ़ाया जाता है।
  3. नारियल और नारियल से बने लड्डू – नारियल समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक है, इसलिए यह लक्ष्मी माता को प्रिय है।
  4. मीठा पान – इसे माँ लक्ष्मी को प्रसाद के रूप में चढ़ाने से विशेष कृपा प्राप्त होती है।
  5. बेसन और मोतीचूर के लड्डू – इसे प्रसाद में चढ़ाने से माँ लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हैं।

यदि कोई व्यक्ति लक्ष्मी जी को प्रिय भोग अर्पित करता है, तो उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती।


2. खीर – माँ लक्ष्मी का सबसे प्रिय भोग

खीर को माँ लक्ष्मी का सबसे प्रिय भोग माना जाता है। यह शुद्ध दूध, चावल और चीनी से तैयार की जाती है, जो सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है। हिन्दू धर्म में हर शुभ अवसर पर खीर बनाना अत्यंत शुभ माना जाता है।

खीर चढ़ाने के लाभ:

  • इसे चढ़ाने से धन की वृद्धि होती है।
  • परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
  • यदि किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति खराब चल रही हो, तो शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को खीर का भोग चढ़ाने से समस्याएं दूर हो सकती हैं।

खीर चढ़ाने की विधि:

  • शुक्रवार को स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें
  • माँ लक्ष्मी की प्रतिमा को गंगाजल से शुद्ध करें
  • खीर बनाकर उसमें थोड़ा केसर डालें और माँ लक्ष्मी को भोग लगाएं
  • पूजा के बाद घर के सदस्यों में प्रसाद के रूप में वितरित करें।

3. मालपुआ – माँ लक्ष्मी को प्रिय मिठाई

मालपुआ, एक पारंपरिक मिठाई है जिसे गुड़, आटा और दूध से बनाया जाता है। यह माँ लक्ष्मी को अति प्रिय माना जाता है, खासकर दीपावली और शुक्रवार के दिन इसे चढ़ाने का विशेष महत्व है।

मालपुआ चढ़ाने के लाभ:

  • व्यापार में तेजी और सफलता मिलती है।
  • घर में धन का आगमन बना रहता है
  • यदि कोई व्यक्ति लक्ष्मी कृपा पाना चाहता है, तो उसे मालपुआ बनाकर भोग अवश्य चढ़ाना चाहिए।

मालपुआ चढ़ाने की विधि:

  • मालपुआ बनाने के लिए आटा, गुड़ और दूध का प्रयोग करें
  • इसे घी में तलकर तुलसी पत्ते के साथ माँ लक्ष्मी को अर्पित करें
  • पूजा के बाद इसे घर के सदस्यों को प्रसाद के रूप में बांटें।

4. नारियल और नारियल के लड्डू – धन-समृद्धि के प्रतीक

नारियल, हिन्दू धर्म में पवित्र फल माना जाता है और इसे माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय माना जाता है। विशेष रूप से नारियल के लड्डू अर्पित करने से देवी लक्ष्मी की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।

नारियल और लड्डू चढ़ाने के लाभ:

  • जीवन में समृद्धि और उन्नति आती है।
  • घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
  • व्यापार में आकस्मिक धन लाभ हो सकता है।

लड्डू चढ़ाने की विधि:

  • नारियल के लड्डू गुड़, घी और सूखे मेवों के साथ तैयार करें।
  • पूजा के दौरान इसे सफेद कपड़े पर रखकर माँ लक्ष्मी को अर्पित करें
  • प्रसाद के रूप में परिवार में वितरित करें।

5. मीठा पान – विशेष पूजन में अनिवार्य भोग

मीठा पान माँ लक्ष्मी को विशेष रूप से प्रिय माना जाता है। इसे पूजा में अर्पित करने से धन और वैभव की प्राप्ति होती है।

मीठा पान चढ़ाने के लाभ:

  • घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती।
  • नौकरी और व्यापार में सफलता प्राप्त होती है।
  • यदि किसी की आर्थिक स्थिति खराब हो, तो शुक्रवार को लक्ष्मी जी को मीठा पान अर्पित करने से लाभ होता है।

पान चढ़ाने की विधि:

  • पूजा में सुपारी, गुलकंद और इलायची डालकर मीठा पान तैयार करें।
  • इसे लाल कपड़े में रखकर माँ लक्ष्मी को अर्पित करें।
  • पूजा के बाद इसे किसी ब्राह्मण को दान कर दें।

6. बेसन और मोतीचूर के लड्डू – धन प्राप्ति के लिए सर्वश्रेष्ठ भोग

बेसन और मोतीचूर के लड्डू, माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय माने जाते हैं। इसे विशेष रूप से शुक्रवार और दीपावली की पूजा में चढ़ाने का विशेष महत्व है।

लड्डू चढ़ाने के लाभ:

  • अचानक धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
  • व्यवसाय और नौकरी में उन्नति होती है।
  • पारिवारिक जीवन में शांति बनी रहती है।
लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को सबसे प्रिय भोग कौन सा है? यह भोग चढ़ाने से होगी धन वर्षा!
लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को सबसे प्रिय भोग कौन सा है? यह भोग चढ़ाने से होगी धन वर्षा!

लड्डू चढ़ाने की विधि:

  • बेसन के लड्डू बनाने के लिए बेसन, घी और चीनी का प्रयोग करें।
  • पूजा के दौरान इसे लक्ष्मी माता के चरणों में अर्पित करें।
  • इसे प्रसाद के रूप में घर के सदस्यों को वितरित करें।

यदि कोई व्यक्ति माँ लक्ष्मी को प्रिय भोग अर्पित करता है और पूरी श्रद्धा से उनकी पूजा करता है, तो उसे धन, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। खीर, मालपुआ, नारियल, मीठा पान और लड्डू जैसे भोग माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय हैं। इन भोगों को सही विधि से चढ़ाने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक स्थिरता आती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को प्रिय भोग से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल-जवाब

1. लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को सबसे प्रिय भोग कौन सा है?

माँ लक्ष्मी को खीर सबसे अधिक प्रिय मानी जाती है। इसे शुक्रवार और दीपावली पर अर्पित करने से विशेष फल मिलता है।

2. क्या माँ लक्ष्मी को केवल मीठे भोग पसंद हैं?

हाँ, लक्ष्मी जी को मीठे भोग विशेष रूप से पसंद हैं, जैसे खीर, मालपुआ, नारियल लड्डू, मोतीचूर लड्डू और मीठा पान।

3. माँ लक्ष्मी को खीर चढ़ाने का सही तरीका क्या है?

शुक्रवार को स्नान कर माँ लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने खीर रखें, तुलसी पत्ता डालें और भोग अर्पित करें।

4. क्या नारियल माँ लक्ष्मी को प्रिय है?

हाँ, नारियल और नारियल से बने लड्डू माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय माने जाते हैं।

5. लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को मालपुआ क्यों चढ़ाया जाता है?

मालपुआ शुद्ध घी और गुड़ से बनता है, जो समृद्धि और धन वृद्धि का प्रतीक है।

6. क्या मीठा पान माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करता है?

हाँ, मीठा पान शुक्रवार को अर्पित करने से लक्ष्मी कृपा बनी रहती है और धन की कमी नहीं होती।

7. क्या लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को नमकयुक्त भोजन चढ़ाया जा सकता है?

नहीं, माँ लक्ष्मी को केवल मीठे और सात्विक भोग ही अर्पित करने चाहिए।

8. क्या लक्ष्मी पूजन में सूखे मेवे का भोग चढ़ा सकते हैं?

हाँ, सूखे मेवे धन और समृद्धि के प्रतीक हैं, इसलिए इन्हें चढ़ाना शुभ होता है।

9. क्या शुक्रवार के अलावा किसी और दिन लक्ष्मी जी को भोग चढ़ा सकते हैं?

शुक्रवार सबसे उत्तम है, लेकिन अक्षय तृतीया, दीपावली और पूर्णिमा को भी भोग चढ़ाया जा सकता है।

10. लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को कौन-सा अनाज प्रिय है?

माँ लक्ष्मी को चावल अत्यंत प्रिय है, इसलिए खीर या चावल का भोग विशेष रूप से अर्पित किया जाता है।

11. क्या माँ लक्ष्मी को फल अर्पित किए जा सकते हैं?

हाँ, केला, सेब, अनार और नारियल माँ लक्ष्मी को प्रिय हैं।

12. क्या मोतीचूर के लड्डू माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करते हैं?

हाँ, मोतीचूर के लड्डू लक्ष्मी जी को अति प्रिय हैं और इनका भोग धन लाभ के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

13. क्या माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर में भोग बना सकते हैं?

हाँ, स्वयं के हाथों से बने भोग को अधिक शुभ माना जाता है।

14. लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को किस रंग की मिठाई पसंद है?

माँ लक्ष्मी को सफेद और केसरिया रंग की मिठाइयाँ विशेष रूप से प्रिय होती हैं।

15. लक्ष्मी जी (Lakshmi Ji) को भोग अर्पित करने के बाद क्या करना चाहिए?

भोग को परिवार के सदस्यों और जरूरतमंदों में प्रसाद रूप में बांटना चाहिए।

Share This Article
Follow:
Somais a versatile content creator with a unique expertise spanning the divine, the cosmic, and the fortuitous. For over five years, she has been a guiding voice for readers, offering insightful dailyRashifal (Vedic Horoscopes)and deep dives into the rich mythology and teachings ofHindu Gods. Simultaneously, she has established herself as a reliable and accurate source for millions by reporting the winning numbers for major IndianLottery Results, includingLottery Sambad, Kerala State Lottery, and Punjab State Lottery. Soma's unique blend of spiritual wisdom and practical information makes her a trusted and multifaceted authority in her field.
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *