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ग्रहण (Eclipse) के दौरान लक्ष्मी मंत्र जप करें और धन-संपत्ति बढ़ाएँ! जानें इसके अद्भुत लाभ!

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ग्रहण (Eclipse) के दौरान लक्ष्मी मंत्र जप करें और धन-संपत्ति बढ़ाएँ! जानें इसके अद्भुत लाभ!


ग्रहण (Eclipse) के समय लक्ष्मी मंत्र का जप करने के लाभ

ग्रहण (Eclipse) का ज्योतिषीय महत्व

ग्रहण (Eclipse) एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है, जिसे शुभ और अशुभ प्रभावों से जोड़ा जाता है। हिन्दू धर्म में, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को विशेष महत्व दिया जाता है। यह समय ऊर्जा परिवर्तन का होता है, जब सकारात्मक और नकारात्मक शक्तियाँ सक्रिय हो जाती हैं। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि इस समय मंत्र जप, ध्यान और पूजा करने से कई गुना अधिक फल मिलता है। विशेष रूप से, लक्ष्मी मंत्र का जप करने से आर्थिक समृद्धि, सुख-समृद्धि और जीवन में शांति आती है।

Contents

लक्ष्मी मंत्र जप का महत्व

माता लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की देवी माना जाता है। यदि ग्रहण के दौरान लक्ष्मी मंत्र का जप किया जाए, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर धन-धान्य की वृद्धि करता है। यह समय बहुत शक्तिशाली माना जाता है क्योंकि ब्रह्मांड की ऊर्जा विशेष रूप से सक्रिय होती है। इस समय जप किया गया मंत्र, सामान्य दिनों की तुलना में 1000 गुना अधिक प्रभावशाली होता है।

ग्रहण (Eclipse) के दौरान मंत्र जप के लाभ

  1. धन की वृद्धि – लक्ष्मी मंत्र जप से आर्थिक समृद्धि आती है और व्यापार में उन्नति होती है।
  2. नकारात्मक ऊर्जा से बचाव – ग्रहण के दौरान उत्पन्न नकारात्मक शक्तियों को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने में मदद मिलती है।
  3. कर्ज से मुक्ति – इस समय जप करने से ऋण और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
  4. भाग्य वृद्धि – लक्ष्मी मंत्र का जप भाग्य चमकाने और नए अवसरों को आकर्षित करने में सहायक होता है।
  5. मन की शांति – यह जप तनाव, चिंता और मानसिक अशांति को दूर करता है।

ग्रहण (Eclipse) के दौरान कौन-सा लक्ष्मी मंत्र जपें?

ग्रहण (Eclipse) के समय कुछ विशेष लक्ष्मी मंत्र जपने से अद्भुत लाभ मिलते हैं। इन मंत्रों में शक्ति होती है जो आपकी आर्थिक स्थिति को सुधार सकती है।

  1. “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
  2. “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
  3. “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौः”
  4. “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री महालक्ष्म्यै नमः”
  5. “ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”

इनमें से कोई भी मंत्र ग्रहण काल में जप सकते हैं।

ग्रहण (Eclipse) के दौरान मंत्र जप करने की सही विधि

  1. ग्रहण (Eclipse) से पहले स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
  2. एक शांत स्थान पर बैठकर माता लक्ष्मी का ध्यान करें
  3. हाथ में रुद्राक्ष की माला लें और मंत्र जप करें।
  4. कम से कम 108 बार मंत्र का जप करें।
  5. जप के बाद धूप, दीप जलाकर माता लक्ष्मी को अर्पित करें
  6. ग्रहण समाप्त होने के बाद फिर से स्नान करें और दान-पुण्य करें।

ग्रहण (Eclipse) काल में लक्ष्मी मंत्र जप के चमत्कारी प्रभाव

ग्रहण (Eclipse) के समय किए गए लक्ष्मी मंत्र जप से जीवन में अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है। कई लोगों का मानना है कि इस समय किया गया जप व्यापार में उन्नति और रुके हुए धन की प्राप्ति में मदद करता है। यह कर्ज से मुक्ति, नौकरी में प्रमोशन, और नवीन अवसर प्राप्त करने के लिए भी बहुत प्रभावी होता है।

ग्रहण (Eclipse) के दौरान लक्ष्मी मंत्र जप करें और धन-संपत्ति बढ़ाएँ! जानें इसके अद्भुत लाभ!

ग्रहण (Eclipse) के दौरान क्या न करें?

  1. भोजन या जल ग्रहण न करें – ग्रहण काल में भोजन करने से नकारात्मक ऊर्जा शरीर में प्रवेश कर सकती है।
  2. ब्रह्मचर्य का पालन करें – मानसिक और शारीरिक शुद्धता बनाए रखें।
  3. मंदिर के अंदर प्रवेश न करें – ग्रहण काल में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं।
  4. नकारात्मक विचारों से बचें – इस दौरान सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना आवश्यक है।

ग्रहण (Eclipse) के बाद क्या करें?

  1. गंगा जल से स्नान करें या स्नान के पानी में गंगाजल मिलाएं।
  2. घर में गाय के गोबर से शुद्धिकरण करें
  3. गरीबों को दान और भोजन दें, इससे ग्रहण के अशुभ प्रभाव दूर होंगे।
  4. तुलसी का सेवन करें, यह पाचन तंत्र को शुद्ध करता है।

क्या विज्ञान भी ग्रहण के दौरान मंत्र जप का समर्थन करता है?

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो ग्रहण के दौरान ग्रहों की ऊर्जा में परिवर्तन होता है। इस समय विद्युत चुम्बकीय तरंगों का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे मानसिक और शारीरिक संतुलन प्रभावित हो सकता है। जब हम मंत्र जप करते हैं, तो हमारी ध्वनि तरंगें सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं जो मन को शांत और संतुलित रखती हैं।

ग्रहण काल में लक्ष्मी मंत्र का जप करना अत्यंत लाभकारी होता है। यह न केवल आर्थिक समृद्धि लाता है, बल्कि मानसिक शांति, नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा, और भाग्य वृद्धि में भी मदद करता है। ग्रहण के दौरान की गई साधना और जप हजारों गुना अधिक फलदायी मानी जाती है। यदि आप अपने जीवन में धन, वैभव और समृद्धि लाना चाहते हैं, तो अगली बार ग्रहण के समय माता लक्ष्मी के मंत्रों का जप अवश्य करें!

ग्रहण (Eclipse) के समय लक्ष्मी मंत्र जप से जुड़े महत्वपूर्ण FAQs

1. ग्रहण (Eclipse) के दौरान लक्ष्मी मंत्र जप क्यों करना चाहिए?

ग्रहण काल में जप किए गए मंत्रों की शक्ति हजारों गुना बढ़ जाती है। लक्ष्मी मंत्र जप से धन, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

2. कौन से लक्ष्मी मंत्र ग्रहण के समय जपने चाहिए?

  • “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
  • “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
  • “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री महालक्ष्म्यै नमः”
  • “ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”

3. क्या ग्रहण (Eclipse) के दौरान मंत्र जप करने से सच में धन लाभ होता है?

हां, शास्त्रों में बताया गया है कि ग्रहण के दौरान मंत्र जप करने से आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और धन प्राप्ति के योग बनते हैं

4. ग्रहण (Eclipse) के समय कितनी बार मंत्र जप करना चाहिए?

कम से कम 108 बार मंत्र जप करना चाहिए। अगर संभव हो तो 1,008 बार जप करें, इससे विशेष लाभ मिलता है।

5. क्या ग्रहण (Eclipse) के समय अन्य मंत्र भी जप सकते हैं?

हां, इस समय महामृत्युंजय मंत्र, विष्णु मंत्र और गायत्री मंत्र का जप भी शुभ होता है।

6. क्या ग्रहण के दौरान सिर्फ लक्ष्मी मंत्र ही जपना चाहिए?

नहीं, लेकिन धन, समृद्धि और सौभाग्य बढ़ाने के लिए लक्ष्मी मंत्र सबसे उत्तम माना जाता है

7. क्या ग्रहण के समय मंदिर में जाकर मंत्र जप सकते हैं?

नहीं, ग्रहण काल में मंदिर के कपाट बंद रहते हैं। इसलिए घर पर ही शुद्ध स्थान पर बैठकर मंत्र जप करें।

8. ग्रहण के बाद क्या करना चाहिए?

  • गंगा जल से स्नान करें।
  • घर और पूजा स्थान की शुद्धि करें।
  • गरीबों को दान दें।

9. क्या ग्रहण के दौरान सोना चाहिए?

नहीं, ग्रहण काल में सोने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है। इस समय मंत्र जप करना अधिक लाभकारी होता है।

10. ग्रहण के समय क्या खाना-पीना चाहिए?

ग्रहण से पहले भोजन कर लें और ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके शुद्ध भोजन ग्रहण करें

11. क्या गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान मंत्र जप करना चाहिए?

हां, गर्भवती महिलाएं गायत्री मंत्र, विष्णु मंत्र और लक्ष्मी मंत्र जप सकती हैं, इससे शिशु को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है

12. क्या ग्रहण काल में कोई विशेष दिशा में बैठकर मंत्र जप करना चाहिए?

हां, उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके मंत्र जप करना सबसे शुभ माना जाता है

13. ग्रहण के दौरान रुद्राक्ष माला से मंत्र जप करना चाहिए या तुलसी माला से?

लक्ष्मी मंत्र जप के लिए कमलगट्टे की माला या तुलसी माला सबसे उत्तम मानी जाती है।

14. क्या ग्रहण समाप्त होने के बाद भी मंत्र जप कर सकते हैं?

हां, लेकिन ग्रहण काल में किए गए मंत्र जप का प्रभाव कई गुना अधिक होता है

15. क्या ग्रहण के बाद लक्ष्मी पूजन करना चाहिए?

हां, ग्रहण के बाद स्नान करके माता लक्ष्मी का पूजन और दीपदान करना शुभ माना जाता है।

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Published by
Soma

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