नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का सही तरीका – ये नियम नहीं माने तो होगी बड़ी भूल!

Soma
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नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का सही तरीका – ये नियम नहीं माने तो होगी बड़ी भूल!

नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का सही तरीका – ये नियम नहीं माने तो होगी बड़ी भूल!


नवरात्रि में कैसे करें अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) का पूजन?

अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) का पूजन नवरात्रि के दौरान बेहद शुभ माना जाता है। यह देवी माँ की कृपा प्राप्त करने का एक प्रमुख साधन है। इस दीपक को बिना बुझाए पूरे नवरात्रि तक जलाना होता है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और देवी माँ का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Contents

इस लेख में हम आपको बताएंगे अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने की सही विधि, इसके नियम, सावधानियाँ और इससे मिलने वाले लाभ। यदि आप नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने की योजना बना रहे हैं, तो इस लेख को ध्यान से पढ़ें।


अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का महत्व

अखंड ज्योति का अर्थ है “बिना बुझी हुई ज्योति”। यह ज्योति माँ दुर्गा को समर्पित होती है और इसे जलाने से देवी माँ का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

महत्वपूर्ण कारण:

  1. सकारात्मक ऊर्जा: यह घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा लाती है।
  2. कृपा प्राप्ति: देवी माँ का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में शांति बनी रहती है।
  3. संकट निवारण: परिवार के सभी दुःख-दर्द और कष्टों का नाश होता है।
  4. वास्तु दोष निवारण: यदि घर में कोई वास्तु दोष हो, तो अखंड ज्योति जलाने से उसका प्रभाव कम हो जाता है।

नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से घर में अशुभ शक्तियाँ प्रवेश नहीं कर पातीं और वातावरण शुद्ध बना रहता है।


अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने की सही विधि

अखंड ज्योति जलाने से पहले कुछ खास तैयारियाँ करनी होती हैं, जिससे पूजा सफल हो और देवी माँ की कृपा प्राप्त हो।

1. दीपक का चयन

  • अखंड ज्योति के लिए मिट्टी या पीतल का दीपक सबसे शुभ माना जाता है।
  • दीपक का आकार बड़ा होना चाहिए, ताकि तेल या घी ज्यादा समय तक चल सके।

2. तेल या घी का प्रयोग

  • शुद्ध देशी घी का दीपक जलाना सबसे उत्तम माना जाता है।
  • यदि घी संभव न हो तो सरसों का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • दीपक में तेल या घी समय-समय पर डालते रहें, ताकि ज्योति अखंड बनी रहे।

3. बाती तैयार करना

  • कपास की बाती बनाकर उसे दीपक में रखें।
  • लंबी बाती का उपयोग करें, ताकि वह जल्दी खत्म न हो।
  • दोहरी बाती रखने से ज्योति अधिक समय तक जलती है।

4. दीपक का स्थान

  • अखंड ज्योति को घर के मंदिर या पूजा स्थान में रखना चाहिए।
  • इसे ऐसी जगह रखें जहाँ हवा का झोंका न लगे।
  • दीपक के पास जल पात्र जरूर रखें, ताकि आग लगने का खतरा न हो।

नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने के नियम

अखंड ज्योति जलाने के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते हैं, जिनका पालन करना जरूरी है।

1. दीपक को कभी अकेला न छोड़ें

  • अखंड ज्योति को कभी भी बिना निगरानी के नहीं छोड़ना चाहिए
  • अगर घर में कोई नहीं है, तो किसी को जिम्मेदारी सौंपकर जाएँ।

2. साफ-सफाई का ध्यान रखें

  • पूजा स्थल और दीपक के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें।
  • दीपक में जली हुई बाती को समय-समय पर हटाएँ।

3. व्रत का पालन करें

  • जो व्यक्ति अखंड ज्योति जला रहा है, उसे शुद्धता और सात्विकता का पालन करना चाहिए।
  • मांस-मदिरा का सेवन न करें और अशुद्ध कार्यों से बचें।

4. घर में कलह न करें

  • नवरात्रि के दौरान गुस्सा, झगड़ा और नकारात्मक सोच से बचना चाहिए।
  • शांति और प्रेम बनाए रखें, जिससे देवी माँ की कृपा बनी रहे।

5. दीपक में तेल/घी समय-समय पर डालें

  • दीपक को बुझने न दें और हमेशा ध्यान रखें कि उसमें पर्याप्त घी या तेल हो।

अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने के लाभ

नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से कई आध्यात्मिक और मानसिक लाभ होते हैं।

1. देवी माँ की कृपा प्राप्त होती है

  • यह पूजा माँ दुर्गा को समर्पित होती है, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है।
  • जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

2. घर में सुख-शांति बनी रहती है

  • अखंड ज्योति जलाने से घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
  • परिवार के सभी सदस्य मानसिक रूप से शांत और खुश रहते हैं।

3. बुरी शक्तियों से रक्षा होती है

  • यह दीपक नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को दूर रखता है।
  • यदि किसी को बुरी नजर लगी हो, तो यह पूजा उसे दूर कर सकती है।

4. धन-समृद्धि में वृद्धि होती है

  • माँ लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और घर में आर्थिक समृद्धि बढ़ती है।
  • व्यापार और नौकरी में उन्नति होती है।
नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का सही तरीका – ये नियम नहीं माने तो होगी बड़ी भूल!
नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का सही तरीका – ये नियम नहीं माने तो होगी बड़ी भूल!

5. मन की शांति मिलती है

  • इस पूजा से तनाव और चिंता दूर होती है और मन को आध्यात्मिक शक्ति मिलती है।

अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने में सावधानियाँ

अखंड ज्योति जलाने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।

  1. दीपक को ऐसी जगह रखें जहाँ हवा का तेज झोंका न लगे।
  2. बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखें, ताकि कोई दुर्घटना न हो।
  3. दीपक के पास जल का पात्र रखें, ताकि आग लगने का खतरा न हो।
  4. पूजा स्थल को हमेशा साफ रखें और दीपक में जली हुई बाती समय-समय पर बदलें।
  5. यदि किसी कारणवश दीपक बुझ जाए, तो तुरंत नया दीपक जलाएँ और माँ से क्षमा माँगें।

नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से देवी माँ की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह न केवल सकारात्मक ऊर्जा लाता है, बल्कि भय, चिंता और नकारात्मकता को भी दूर करता है। सही विधि और नियमों का पालन करके अखंड ज्योति जलाएँ और माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करें।

नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल और जवाब


1. अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) क्या होती है?

अखंड ज्योति का मतलब होता है बिना बुझी हुई दिव्य ज्योति। यह नवरात्रि के दौरान देवी माँ को प्रसन्न करने के लिए जलाई जाती है।

2. नवरात्रि में अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने का क्या महत्व है?

अखंड ज्योति जलाने से माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है, घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

3. अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) जलाने के लिए किस दीपक का उपयोग करना चाहिए?

मिट्टी या पीतल का दीपक सबसे शुभ माना जाता है। यह लंबे समय तक जलने में सक्षम होता है।

4. अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) में कौन सा तेल या घी उपयोग करना चाहिए?

शुद्ध देशी घी सबसे उत्तम होता है, लेकिन सरसों के तेल का भी प्रयोग किया जा सकता है।

5. अखंड ज्योति (Akhanda Jyoti) को कहां रखना चाहिए?

इसे घर के मंदिर या पूजा स्थान में पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखना शुभ माना जाता है।

6. अगर अखंड ज्योति बुझ जाए तो क्या करें?

अगर दीपक गलती से बुझ जाए तो तुरंत माँ से क्षमा माँगकर नया दीपक जलाएँ और पूजा जारी रखें।

7. क्या अखंड ज्योति जलाने वाले को विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है?

हाँ, दीपक जलाने वाला व्यक्ति सात्विक भोजन करें, शुद्धता बनाए रखें और नकारात्मक गतिविधियों से दूर रहें

8. अखंड ज्योति जलाने के दौरान किन चीजों से बचना चाहिए?

गुस्सा, झगड़ा, अपशब्द, नशा, मांसाहार और अन्य नकारात्मक चीजों से दूर रहना चाहिए।

9. क्या घर में अकेले अखंड ज्योति जलाई जा सकती है?

हाँ, लेकिन ज्योति की देखभाल जरूरी है। इसे अकेला छोड़ना खतरनाक हो सकता है।

10. अखंड ज्योति बुझने से क्या अशुभ होता है?

यह अशुभ संकेत माना जाता है, लेकिन यदि ऐसा हो जाए तो घबराएँ नहीं। तुरंत नया दीपक जलाएँ और माँ से क्षमा माँगें।

11. अखंड ज्योति में कितनी बाती डालनी चाहिए?

सामान्यतः एक या दो बाती का उपयोग किया जाता है। दोहरी बाती से ज्योति अधिक समय तक जलती है।

12. क्या अखंड ज्योति जलाने से वास्तु दोष समाप्त होता है?

हाँ, यह घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करती है और वास्तु दोषों को कम करने में सहायक होती है।

13. क्या अखंड ज्योति जलाने से धन-समृद्धि बढ़ती है?

हाँ, माँ लक्ष्मी की कृपा से घर में आर्थिक समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है।

14. क्या अखंड ज्योति जलाने के लिए कोई विशेष पूजा करनी पड़ती है?

विशेष पूजा की जरूरत नहीं, लेकिन रोजाना मंत्र जाप, आरती और माँ की भक्ति जरूरी है।

15. नवरात्रि के बाद अखंड ज्योति को कैसे बुझाना चाहिए?

नवरात्रि समाप्त होने पर ज्योति को शांत भाव से हाथ जोड़कर बुझाएँ, दीपक का तेल/घी तुलसी या पीपल के पेड़ में चढ़ा दें।


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