देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) की कृपा चाहिए? ये 5 चीज़ें तुरंत घर में रखें!
देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को प्रिय 5 वस्तुएँ – जो घर में रखें
भारतीय संस्कृति में देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को धन, वैभव और सुख-समृद्धि की देवी माना गया है। हर कोई चाहता है कि उनके घर में लक्ष्मी का स्थायी वास हो। शास्त्रों और पुराणों में कुछ ऐसी विशेष वस्तुओं का उल्लेख मिलता है जो मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय हैं। यदि ये वस्तुएँ विधिपूर्वक और श्रद्धा से घर में रखी जाएँ तो देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है।
इस लेख में हम जानेंगे वे 5 प्रमुख वस्तुएँ जो देवी लक्ष्मी को प्रिय हैं और जिन्हें घर में रखना अत्यंत शुभ माना गया है।
1. श्री यंत्र – माँ लक्ष्मी का प्रतीक
श्री यंत्र को लक्ष्मी का साक्षात स्वरूप माना गया है। यह एक ज्योमेट्रिक यंत्र होता है जिसमें त्रिकोण और वृत्तों का विशेष संयोजन होता है।
यह यंत्र धनवृद्धि, सुख-समृद्धि और व्यापार में सफलता दिलाने वाला माना जाता है।
🔷 कैसे रखें:
- श्री यंत्र को शुक्रवार के दिन गंगा जल से शुद्ध करके लाल कपड़े पर स्थापित करें।
- इसके सामने गुलाब या कमल के फूल चढ़ाएँ और दीप जलाएँ।
🔷 लाभ:
- आर्थिक संकट दूर होते हैं।
- व्यापार में वृद्धि होती है।
- मानसिक शांति प्राप्त होती है।
👉 श्री यंत्र को घर के पूजन स्थान या तिजोरी में रखें।
2. कमल का फूल – शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक
कमल का फूल देवी लक्ष्मी का सबसे प्रिय फूल है। देवी लक्ष्मी को कमल पर विराजमान दिखाया जाता है। यह फूल पवित्रता, आध्यात्मिकता और सौंदर्य का प्रतीक है।
🔷 कैसे करें उपयोग:
- पूजा में ताजा कमल का फूल चढ़ाएँ।
- यदि ताजा फूल न मिलें तो सूखे कमल गट्टे (कमल बीज) या कृत्रिम कमल भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
🔷 लाभ:
- घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
- देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
👉 इसे पूजा घर, मंदिर या मनी एरिया में रखें।
3. कौड़ियाँ – समुद्र मंथन की देन
कौड़ी एक प्रकार का समुद्री शंख होता है जो समुद्र मंथन के दौरान प्राप्त हुआ था। इसे मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है।
🔷 विशेष कौड़ियाँ:
- पीली कौड़ी विशेष शुभ मानी जाती है।
- यह धन को आकर्षित करती है।
🔷 कैसे रखें:
- शुक्रवार को पीली कौड़ियाँ हल्दी और गंगाजल से शुद्ध करके लाल कपड़े में बांधें।
- इसे अपनी तिजोरी, कैश बॉक्स या पूजा घर में रखें।
🔷 लाभ:
- आकस्मिक धन लाभ।
- रुका हुआ पैसा वापस आता है।
- निवेश और व्यापार में सफलता मिलती है।
👉 11 या 21 कौड़ियाँ रखना शुभ माना जाता है।
4. चांदी की लक्ष्मी मुद्रा या सिक्का
चांदी की लक्ष्मी मुद्रा या सिक्का को धन की स्थिरता और बढ़ोत्तरी का प्रतीक माना गया है। विशेष रूप से दीपावली पर लोग इसे घर लाकर पूजन करते हैं।
🔷 कैसे रखें:
- चांदी की मुद्रा पर लक्ष्मी, गणेश और सरस्वती अंकित हों तो और भी शुभ होता है।
- इसे पूजा घर या धन रखने के स्थान पर रखें।
- दीपावली पर इसे लक्ष्मी पूजन में शामिल करें।
🔷 लाभ:
- आर्थिक मजबूती।
- खर्चों पर नियंत्रण।
- निवेश में लाभ।
👉 इस मुद्रा को कभी भी अपवित्र स्थान पर न रखें।
5. अनाज (सात धान्य) – स्थायी समृद्धि का प्रतीक
धान्य, विशेष रूप से चावल, गेहूं, मूंग, उड़द, चना, तिल, और जौ को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। यह समृद्धि, अन्नपूर्णा और पोषण का प्रतीक होता है।
🔷 कैसे रखें:
- पूजा घर में एक छोटी थाली में सात प्रकार के अनाज रखें।
- इन्हें प्रत्येक शुक्रवार को नये रूप में बदलें।
🔷 लाभ:
- घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
- पारिवारिक सुख बढ़ता है।
- स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
👉 सात धान्य रखना लक्ष्मी-अन्नपूर्णा साधना का हिस्सा भी होता है।
अन्य पूरक वस्तुएँ – जो लक्ष्मी को रिझाती हैं
इन मुख्य 5 वस्तुओं के अलावा कुछ और सहायक वस्तुएँ भी हैं जो घर में रखें तो लक्ष्मी का वास बना रहता है:
- लक्ष्मी चरण पदुका – दरवाज़े पर रखें, समृद्धि का प्रवेश होता है।
- गंगाजल – वातावरण को शुद्ध करता है।
- गोमती चक्र – सकारात्मक ऊर्जा के लिए।
- हल्दी की गांठ – धनवृद्धि और विजय का प्रतीक।
- धातु की दीपक – लक्ष्मी पूजन का प्रमुख अंग।
कब और कैसे रखें ये वस्तुएँ?
इन वस्तुओं को शुक्रवार, पूर्णिमा या दीपावली, अक्षय तृतीया जैसे शुभ दिनों पर घर लाना और स्थापित करना अत्यंत लाभकारी होता है।
🔶 विधि:
- पहले गंगाजल से शुद्ध करें।
- लाल कपड़ा बिछाकर स्थान दें।
- माँ लक्ष्मी के मंत्रों से पूजन करें।
👉 “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
इन वस्तुओं के पीछे सिर्फ धार्मिक महत्व नहीं, बल्कि वैज्ञानिक कारण भी हैं:
- कमल और कौड़ी से वातावरण में नमी संतुलित होती है।
- श्री यंत्र से मानसिक एकाग्रता बढ़ती है।
- अनाज से घर में सकारात्मक कंपन बनती हैं।
परिणाम: क्या सच में होता है असर?
हां, जब ये वस्तुएँ सच्ची श्रद्धा और नियम से रखी जाएँ, तो परिणाम अवश्य मिलते हैं। यह ध्यान, विश्वास और संकल्प पर आधारित एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है।
इन वस्तुओं को सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, बल्कि सच्चे भाव से पूजना आवश्यक है।
देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सिर्फ पूजा करना पर्याप्त नहीं होता। उनके प्रतीक रूपों और प्रिय वस्तुओं को घर में ससम्मान स्थापित करना अत्यंत फलदायी होता है।
इन 5 प्रमुख वस्तुओं – श्री यंत्र, कमल, कौड़ियाँ, चांदी की मुद्रा, और सात धान्य – को घर में रखने से धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य का वास बना रहता है।
हर शुक्रवार को इन वस्तुओं के समक्ष दीप जलाकर, कमल या गुलाब फूल अर्पित करें, और “श्रीं” बीज मंत्र का जप करें। ऐसा करने से आपका घर लक्ष्मीमय हो जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को कौन-कौन सी वस्तुएँ प्रिय हैं?
श्री यंत्र, कमल, कौड़ी, चांदी की मुद्रा और सात धान्य उन्हें प्रिय हैं।
क्या ये वस्तुएँ केवल दीपावली पर रख सकते हैं?
नहीं, इन्हें शुक्रवार या किसी भी शुभ दिन रखा जा सकता है।
कौड़ियाँ कितनी रखें?
11 या 21 पीली कौड़ियाँ रखना श्रेष्ठ माना गया है।
क्या कृत्रिम कमल फूल भी मान्य होता है?
हां, यदि ताजा फूल उपलब्ध न हो तो कृत्रिम कमल का उपयोग किया जा सकता है।
श्री यंत्र कहां रखना चाहिए?
इसे पूजा स्थान या तिजोरी में रखा जा सकता है।
देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को प्रिय 5 वस्तुएँ – जो घर में रखें (FAQS)
1. देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को कौन-कौन सी वस्तुएँ सबसे अधिक प्रिय हैं?
उत्तर: देवी लक्ष्मी को श्री यंत्र, कमल का फूल, कौड़ियाँ, चांदी की मुद्रा और सात धान्य (जैसे चना, गेहूं, तिल) अत्यंत प्रिय माने जाते हैं।
2. क्या श्री यंत्र को घर में रखना शुभ होता है?
उत्तर: हां, श्री यंत्र को घर में रखना अत्यंत शुभ होता है। यह लक्ष्मी का प्रतीक है और धन, ऐश्वर्य और समृद्धि का वास करता है।
3. श्री यंत्र को कैसे और कहां रखें?
उत्तर: शुक्रवार को श्री यंत्र को गंगाजल से शुद्ध करके, लाल कपड़े पर पूजा स्थल या तिजोरी में स्थापित करें और नियमित रूप से पूजा करें।
4. क्या सूखे या कृत्रिम कमल फूल का उपयोग किया जा सकता है?
उत्तर: हां, अगर ताजे कमल के फूल उपलब्ध न हों, तो सूखे या कृत्रिम कमल का प्रयोग भी किया जा सकता है।
5. पीली कौड़ी क्यों शुभ मानी जाती है?
उत्तर: पीली कौड़ी समुद्र मंथन की देन है और इसे लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। यह धन को आकर्षित करने और नकारात्मक ऊर्जा हटाने में सहायक होती है।
6. पीली कौड़ियाँ कितनी संख्या में रखनी चाहिए?
उत्तर: सामान्यतः 11 या 21 कौड़ियाँ रखना शुभ होता है। इन्हें शुक्रवार को गंगाजल और हल्दी से शुद्ध करके पूजा घर या तिजोरी में रखें।
7. चांदी की लक्ष्मी मुद्रा कब घर लानी चाहिए?
उत्तर: दीपावली, अक्षय तृतीया, शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन चांदी की मुद्रा को घर लाना उत्तम होता है।
8. चांदी की लक्ष्मी मुद्रा को कहां रखें?
उत्तर: इसे पूजा स्थल, तिजोरी या कैश बॉक्स में रखें और नियमित रूप से पूजा करें।
9. सात धान्य क्या होते हैं और इन्हें क्यों रखा जाता है?
उत्तर: सात धान्य – चना, गेहूं, उड़द, मूंग, तिल, जौ, चावल। इन्हें रखने से अन्नपूर्णा और लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में अन्न की कमी नहीं होती।
10. क्या ये वस्तुएँ केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही लाभदायक हैं?
उत्तर: नहीं, ये वस्तुएँ धार्मिक के साथ-साथ मानसिक, भावनात्मक और ऊर्जा संतुलन के लिए भी लाभकारी मानी जाती हैं।
11. क्या इन वस्तुओं को किसी विशेष दिशा में रखना चाहिए?
उत्तर: हां, इन वस्तुओं को पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना अधिक शुभ माना गया है।
12. क्या देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) के मंत्र का जाप इन वस्तुओं के साथ करना जरूरी है?
उत्तर: हां, “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करते हुए इन्हें स्थापित करना अधिक प्रभावी माना जाता है।
13. इन वस्तुओं को अपवित्र होने से कैसे बचाएँ?
उत्तर: इन्हें स्वच्छ स्थान पर रखें, समय-समय पर गंगाजल से शुद्ध करें और आसपास दीपक या अगरबत्ती जलाकर वातावरण को पवित्र बनाएँ।
14. क्या एक ही घर में सभी पांच वस्तुएँ रखी जा सकती हैं?
उत्तर: हां, आप सभी पांच वस्तुएँ साथ में रख सकते हैं, बशर्ते उन्हें श्रद्धा, नियम और विधिपूर्वक रखा जाए।
15. क्या इन वस्तुओं को बदलना चाहिए?
उत्तर: हां, कमल फूल, धान्य, कौड़ी आदि को समय-समय पर शुद्ध करके बदलना चाहिए, विशेषकर अगर वे सूख या पुराने हो जाएं।