नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम और उनके रहस्य! जानें हर नाम का गूढ़ अर्थ

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नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम और उनके रहस्य! जानें हर नाम का गूढ़ अर्थ


नवरात्रि में देवी के 108 नाम और उनके रहस्य! जानें हर नाम का गूढ़ अर्थ

नवरात्रि का पर्व भारत में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह नौ दिनों का उत्सव देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए समर्पित है। इन नौ दिनों में भक्तजन व्रत रखते हैं, विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और देवी के विभिन्न नामों का स्मरण करते हैं। देवी (Goddess) दुर्गा के 108 नाम विशेष रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं, क्योंकि प्रत्येक नाम उनके किसी विशेष गुण, शक्ति या स्वरूप को दर्शाता है। इस लेख में हम देवी के इन 108 नामों और उनके अर्थों का सरल हिंदी में विवरण प्रस्तुत करेंगे, जिससे भक्तजन नवरात्रि के दौरान इन नामों का सही अर्थ समझ सकें और उनकी महिमा का अनुभव कर सकें।

Contents
नवरात्रि में देवी के 108 नाम और उनके रहस्य! जानें हर नाम का गूढ़ अर्थमां दुर्गा के 108 नाम और उनके अर्थ:नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम FAQs:1. नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम क्यों महत्वपूर्ण हैं?2. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप नवरात्रि में करना अनिवार्य है?3. क्या नवरात्रि के दौरान सभी 108 नामों का जाप किया जाता है?4. देवी (Goddess) के 108 नामों में सबसे अधिक शक्तिशाली नाम कौन-सा है?5. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप किसी भी समय किया जा सकता है?6. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने से विशेष फल मिलता है?7. नवरात्रि में किस दिन कौन-से नामों का जाप करना चाहिए?8. क्या 108 नामों को संस्कृत में जपना आवश्यक है?9. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने के लिए कोई विशेष नियम हैं?10. क्या केवल महिलाएँ देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप कर सकती हैं?11. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने से मनोकामनाएँ पूरी होती हैं?12. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों को जपने के लिए कोई विशेष संख्या होती है?13. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने के लिए किसी विशेष आसन पर बैठना चाहिए?14. क्या 108 नामों का जाप नवरात्रि के अलावा भी किया जा सकता है?15. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों के जाप से बुरी शक्तियाँ दूर होती हैं?

    मां दुर्गा के 108 नाम और उनके अर्थ:


    1. सती- अग्नि में जल कर भी जीवित होने वाली 
    2. साध्वी- आशावादी 
    3. भवप्रीता- भगवान शिव पर प्रीति रखने वाली 
    4. भवानी- ब्रह्मांड में निवास करने वाली 
    5. भवमोचनी- संसारिक बंधनों से मुक्त करने वाली 
    6. आर्या- देवी 
    7. दुर्गा- अपराजेय 
    8. जया- विजयी 
    9. आद्य- शुरुआत की वास्तविकता
    10. त्रिनेत्र- तीन आंखों वाली
    11. शूलधारिणी- शूल धारण करने वाली 
    12. पिनाकधारिणी- शिव का त्रिशूल धारण करने वाली 
    13. चित्रा- सुरम्य, सुंदर 
    14. चण्डघण्टा- प्रचण्ड स्वर से घण्टा नाद करने वाली, घंटे की आवाज निकालने वाली 
    15. सुधा- अमृत की देवी 
    16. मन- मनन-शक्ति 
    17. बुद्धि- सर्वज्ञाता 
    18. अहंकारा- अभिमान करने वाली
    19. चित्तरूपा- वह जो सोच की अवस्था में है 
    20. चिता- मृत्युशय्या 
    21. चिति- चेतना 
    22. सर्वमन्त्रमयी- सभी मंत्रों का ज्ञान रखने वाली 
    23. सत्ता- सत-स्वरूपा, जो सब से ऊपर है 
    24. सत्यानंद स्वरूपिणी- अनन्त आनंद का रूप 
    25. अनन्ता- जिनके स्वरूप का कहीं अंत नहीं 
    26. भाविनी- सबको उत्पन्न करने वाली, खूबसूरत औरत 
    27. भाव्या- भावना एवं ध्यान करने योग्य
    28. भव्या- कल्याणरूपा, भव्यता के साथ 
    29. अभव्या- जिससे बढ़कर भव्य कुछ नहीं 
    30. सदागति- हमेशा गति में, मोक्ष दान 
    31. शाम्भवी- शिवप्रिया, शंभू की पत्नी 
    32. देवमाता- देवगण की माता 
    33. चिन्ता- चिन्ता 
    34. रत्नप्रिया- गहने से प्यार करने वाली 
    35. सर्वविद्या- ज्ञान का निवास 
    36. दक्षकन्या- दक्ष की बेटी
    37. दक्षयज्ञविनाशिनी- दक्ष के यज्ञ को रोकने वाली 
    38. अपर्णा- तपस्या के समय पत्ते को भी न खाने वाली 
    39. अनेकवर्णा- अनेक रंगों वाली 
    40. पाटला- लाल रंग वाली 
    41. पाटलावती- गुलाब के फूल 
    42. पट्टाम्बरपरीधाना- रेशमी वस्त्र पहनने वाली 
    43. कलामंजीरारंजिनी- पायल को धारण करके प्रसन्न रहने वाली 
    44. अमेय- जिसकी कोई सीमा नहीं 
    45. विक्रमा- असीम पराक्रमी
    46. क्रूरा- दैत्यों के प्रति कठोर 
    47. सुन्दरी- सुंदर रूप वाली 
    48. सुरसुन्दरी- अत्यंत सुंदर 
    49. वनदुर्गा- जंगलों की देवी 
    50. मातंगी- मतंगा की देवी 
    51. मातंगमुनिपूजिता- बाबा मतंगा द्वारा पूजनीय 
    52. ब्राह्मी- भगवान ब्रह्मा की शक्ति 
    53. माहेश्वरी- प्रभु शिव की शक्ति 
    54. इंद्री- इंद्र की शक्ति
    55. कौमारी- किशोरी 
    56. वैष्णवी- अजेय 
    57. चामुण्डा- चंड और मुंड का नाश करने वाली 
    58. वाराही- वराह पर सवार होने वाली 
    59. लक्ष्मी- सौभाग्य की देवी 
    60. पुरुषाकृति- वह जो पुरुष धारण कर ले 
    61. विमिलौत्त्कार्शिनी- आनन्द प्रदान करने वाली 
    62. ज्ञाना- ज्ञान से भरी हुई 
    63. क्रिया- हर कार्य में होने वाली
    64. नित्या- अनन्त 
    65. बुद्धिदा- ज्ञान देने वाली 
    66. बहुला- विभिन्न रूपों वाली 
    67. बहुलप्रेमा- सर्व प्रिय 
    68. सर्ववाहनवाहना- सभी वाहन पर विराजमान होने वाली 
    69. निशुम्भशुम्भहननी- शुम्भ, निशुम्भ का वध करने वाली 
    70. महिषासुरमर्दिनि- महिषासुर का वध करने वाली 
    71. मसुकैटभहंत्री- मधु व कैटभ का नाश करने वाली 
    72. चण्डमुण्ड विनाशिनि- चंड और मुंड का नाश करने वाली
    73. सर्वासुरविनाशा- सभी राक्षसों का नाश करने वाली 
    74. सर्वदानवघातिनी- संहार के लिए शक्ति रखने वाली 
    75. सर्वशास्त्रमयी- सभी सिद्धांतों में निपुण 
    76. सत्या- सच्चाई 
    77. सर्वास्त्रधारिणी- सभी हथियारों धारण करने वाली 
    78. अनेकशस्त्रहस्ता- कई हथियार धारण करने वाली 
    79. अनेकास्त्रधारिणी- अनेक हथियारों को धारण करने वाली 
    80. कुमारी- सुंदर किशोरी 
    81. एककन्या- कन्या
    82. कैशोरी- जवान लड़की 
    83. युवती- नारी 
    84. यति- तपस्वी 
    85. अप्रौढा- जो कभी पुराना ना हो
    86. प्रौढा- जो पुराना है 
    87. वृद्धमाता- शिथिल 
    88. बलप्रदा- शक्ति देने वाली 
    89. महोदरी- ब्रह्मांड को संभालने वाली 
    90. मुक्तकेशी- खुले बाल वाली
    91. घोररूपा- एक भयंकर दृष्टिकोण वाली
    92. महाबला- अपार शक्ति वाली 
    93. अग्निज्वाला- मार्मिक आग की तरह 
    94. रौद्रमुखी- विध्वंसक रुद्र की तरह भयंकर चेहरा 
    95. कालरात्रि- काले रंग वाली 
    96. तपस्विनी- तपस्या में लगे हुए 
    97. नारायणी- भगवान नारायण की विनाशकारी रूप 
    98. भद्रकाली- काली का भयंकर रूप
    99. विष्णुमाया- भगवान विष्णु का जादू
    100. जलोदरी- ब्रह्मांड में निवास करने वाली
    101. शिवदूती- भगवान शिव की राजदूत
    102. करली- हिंसक
    103. अनन्ता- विनाश रहित 
    104. परमेश्वरी- प्रथम देवी
    105. कात्यायनी- ऋषि कात्यायन द्वारा पूजनीय
    106. सावित्री- सूर्य की बेटी 
    107. प्रत्यक्षा- वास्तविक 
    108. ब्रह्मवादिनी- वर्तमान में हर जगह वास करने वाली
     

    नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम और उनके रहस्य! जानें हर नाम का गूढ़ अर्थ
    नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम और उनके रहस्य! जानें हर नाम का गूढ़ अर्थ!

    नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम FAQs:

    1. नवरात्रि में देवी (Goddess) के 108 नाम क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    देवी के 108 नाम उनके विभिन्न स्वरूपों, शक्तियों और गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन्हें जपने से भक्तों को आशीर्वाद, शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

    2. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप नवरात्रि में करना अनिवार्य है?

    नहीं, यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन इनका जाप करने से आध्यात्मिक लाभ मिलता है और देवी की कृपा प्राप्त होती है।

    3. क्या नवरात्रि के दौरान सभी 108 नामों का जाप किया जाता है?

    सभी नामों का जाप करने की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार चुन सकते हैं।

    4. देवी (Goddess) के 108 नामों में सबसे अधिक शक्तिशाली नाम कौन-सा है?

    “दुर्गा”, “कात्यायनी”, “महिषासुरमर्दिनी” और “भवानी” सबसे शक्तिशाली नामों में से माने जाते हैं।

    5. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप किसी भी समय किया जा सकता है?

    हाँ, लेकिन ब्राह्म मुहूर्त (सुबह 4-6 बजे) और पूजा के समय इनका जाप करना अधिक प्रभावशाली होता है।

    6. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने से विशेष फल मिलता है?

    हाँ, इन नामों का जाप करने से धन, स्वास्थ्य, सौभाग्य, शक्ति और सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।

    7. नवरात्रि में किस दिन कौन-से नामों का जाप करना चाहिए?

    हर दिन देवी के एक विशेष स्वरूप की पूजा होती है, और उसी स्वरूप से जुड़े नामों का जाप किया जाता है।

    8. क्या 108 नामों को संस्कृत में जपना आवश्यक है?

    संस्कृत में जाप करने से अधिक लाभ होता है, लेकिन कोई भी इन्हें हिंदी या अपनी भाषा में उच्चारित कर सकता है।

    9. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने के लिए कोई विशेष नियम हैं?

    हाँ, शुद्ध मन, श्रद्धा, स्वच्छता और एकाग्रता के साथ जाप करना चाहिए।

    10. क्या केवल महिलाएँ देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप कर सकती हैं?

    नहीं, पुरुष, महिलाएँ और बच्चे सभी इन नामों का जाप कर सकते हैं।

    11. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने से मनोकामनाएँ पूरी होती हैं?

    हाँ, विशेष रूप से “महालक्ष्मी”, “सिद्धिदात्री” और “अन्नपूर्णा” नामों के जाप से मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

    12. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों को जपने के लिए कोई विशेष संख्या होती है?

    इन्हें 108 बार, 51 बार या 11 बार जपना शुभ माना जाता है।

    13. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों का जाप करने के लिए किसी विशेष आसन पर बैठना चाहिए?

    हाँ, कुश, ऊन या रेशम के आसन पर बैठकर जाप करना श्रेष्ठ माना जाता है।

    14. क्या 108 नामों का जाप नवरात्रि के अलावा भी किया जा सकता है?

    हाँ, इन नामों का जाप प्रतिदिन या विशेष अवसरों पर किया जा सकता है।

    15. क्या देवी (Goddess) के 108 नामों के जाप से बुरी शक्तियाँ दूर होती हैं?

    हाँ, इन नामों के जाप से नकारात्मक ऊर्जा, बुरी शक्तियाँ और बाधाएँ दूर होती हैं।

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