लक्ष्मी जी की कृपा चाहिए? जानिए वो 11 शुभ फूल (Auspicious Flowers) जो देवी को सबसे प्रिय हैं!
लक्ष्मी को रिझाने वाले शुभ फूल (Auspicious Flowers) – पूजा में क्या चढ़ाएँ?
हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी को धन, समृद्धि और शुभता की देवी माना जाता है। जब भी कोई भक्त लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना चाहता है, तो वह उनकी पूजा में विशेष वस्तुओं का प्रयोग करता है। शुभ फूल (Auspicious Flowers) इन वस्तुओं में फूलों का विशेष स्थान होता है। देवी लक्ष्मी को सुगंधित और सुंदर फूल अत्यंत प्रिय होते हैं। यदि सही फूलों से पूजा की जाए, तो देवी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
देवी लक्ष्मी को फूल क्यों प्रिय हैं?
फूल पवित्रता और प्रेम के प्रतीक होते हैं। देवी लक्ष्मी की पूजा में जब सुंदर और ताजे फूल चढ़ाए जाते हैं, तो यह भक्त की श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है। स्कंद पुराण और लक्ष्मी तंत्र में उल्लेख है कि देवी लक्ष्मी उन घरों में वास करती हैं जहाँ साफ-सफाई के साथ सुगंधित फूलों से पूजा की जाती है।
इसलिए, सही फूलों का चयन करके आप लक्ष्मी कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में धन, वैभव और शांति ला सकते हैं।
1. कमल का फूल – लक्ष्मी का प्रियतम पुष्प
कमल को देवी लक्ष्मी का अभिन्न प्रतीक माना जाता है। वे स्वयं कमल पर विराजमान रहती हैं, इसलिए इस फूल का महत्व सर्वोपरि है।
विशेषताएँ:
- गुलाबी और सफेद कमल दोनों ही चढ़ाए जा सकते हैं
- यह सौभाग्य, शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक है
- कमल चढ़ाने से घर में स्थायी लक्ष्मी वास होता है
टिप: शुक्रवार को कमल के फूल से देवी लक्ष्मी की आरती करें।
2. गुलाब का फूल – प्रेम और भक्ति का प्रतीक
गुलाब का फूल अपने सुगंध और रूप के कारण लक्ष्मी जी को प्रिय है। विशेषकर लाल गुलाब से पूजा करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है।
विशेष उपयोग:
- शुक्रवार को 5 लाल गुलाब चढ़ाएं
- गुलाब जल से भी लक्ष्मी का अभिषेक करें
- इसे धन प्राप्ति के बीज मंत्र जप के साथ चढ़ाना शुभ होता है
3. चंपा का फूल – देवी लक्ष्मी का आकर्षण
चंपा का फूल पीले या सफेद रंग में होता है और इसकी मधुर सुगंध लक्ष्मी जी को अत्यंत प्रिय है।
लाभ:
- इसे चढ़ाने से पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है
- शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन इसका प्रयोग विशेष फलदायी होता है
- चंपा का इत्र भी देवी को समर्पित किया जा सकता है
4. चमेली का फूल – शांति और समर्पण का संकेत
चमेली के फूल देवी लक्ष्मी को मन की शांति प्रदान करते हैं। इन फूलों की खुशबू वातावरण को पवित्र और सौम्य बनाती है।
उपयोग विधि:
- चमेली के फूलों की माला बनाकर चढ़ाएं
- इनसे आरती की थाली सजाएं
- रोज़ चमेली के फूल चढ़ाने से धनागमन बना रहता है
5. अपराजिता – न कभी हारने वाली भक्ति
अपराजिता का फूल नीले रंग का होता है और यह देवी को विजय और धन दोनों प्रदान करता है।
महत्वपूर्ण तथ्य:
- इस फूल का नाम ही बताता है कि इससे कभी हार नहीं होती
- लक्ष्मी पूजन में अपराजिता चढ़ाने से अचल लक्ष्मी का वास होता है
- यह गुरुवार और शुक्रवार के दिन चढ़ाना श्रेष्ठ होता है
6. कृष्ण कमल – दुर्लभ पर प्रभावशाली
कृष्ण कमल एक दुर्लभ फूल है, जो दिखने में अत्यंत आकर्षक होता है। इसे राधा-कृष्ण का प्रतीक माना जाता है, लेकिन लक्ष्मी पूजा में भी इसका उपयोग विशेष फलदायी है।
लाभ:
- लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है
- सपनों में लक्ष्मी के संकेत मिलने की संभावना बढ़ती है
- इस फूल को शुक्रवार को चढ़ाएं
7. केवड़ा – सुगंध से लक्ष्मी आकर्षण
केवड़ा एक सुगंधित पुष्प है, जिसका उपयोग लक्ष्मी पूजा में बहुत शुभ माना जाता है। इसका इत्र भी प्रयोग किया जाता है।
विधि:
- केवड़े के फूल को लक्ष्मी प्रतिमा के चरणों में रखें
- इसे धूप और दीप के साथ चढ़ाएं
- इससे व्यवसाय में लाभ और घर में बरकत होती है
8. मोगरा – शुद्धता और श्रद्धा का प्रतीक
मोगरा का फूल छोटा, सफेद और अत्यंत सुगंधित होता है। यह लक्ष्मी जी को मन और आत्मा की पवित्रता दर्शाने के लिए चढ़ाया जाता है।
लाभ:
- पूजा में मोगरा चढ़ाने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है
- इसकी माला बनाकर लक्ष्मी को अर्पण करें
- रात्रि में दीपदान के समय इसका प्रयोग करें
9. हरसिंगार – पारिजात के नाम से प्रसिद्ध
हरसिंगार को पारिजात भी कहा जाता है और यह अत्यंत शुभ पुष्प है। इसे विशेषतः भोर के समय चढ़ाना उचित माना गया है।
महत्व:
- धार्मिक ग्रंथों में इसे स्वर्गिक फूल कहा गया है
- लक्ष्मी पूजन में इसका उपयोग करने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है
- यह मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए उत्तम है
10. बेला – दिव्य सुगंध से लक्ष्मी वास
बेला का फूल सफेद रंग का होता है और इसकी मंद-मंद खुशबू लक्ष्मी जी को आकर्षित करती है।
विधि:
- इसे देवी की मूर्ति के गले में माला के रूप में पहनाएं
- शुक्रवार को इसे चढ़ाने से धन में स्थिरता आती है
- मंत्र जाप के साथ इसे समर्पित करें
11. कनेर – पीला और लाल दोनों शुभ
कनेर के फूल पीले, सफेद और लाल रंग में पाए जाते हैं। यह फूल साधारण दिखता है लेकिन इसका धार्मिक महत्त्व बहुत अधिक है।
महत्व:
- कनेर का फूल लक्ष्मी और विष्णु दोनों को प्रिय है
- इसे पूजा में चढ़ाने से वैवाहिक सुख और धन-लाभ होता है
- नवमी, पूर्णिमा और शुक्रवार के दिन इसका प्रयोग लाभकारी है
फूल चढ़ाने की सही विधि
देवी लक्ष्मी को फूल चढ़ाते समय कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है:
- फूल ताजे और साफ होने चाहिए
- कभी भी मुरझाए या सूखे फूल न चढ़ाएं
- फूल दाएं हाथ से चढ़ाएं
- देवी को प्रेम, श्रद्धा और भक्ति भाव से अर्पित करें
फूलों से जुड़े कुछ विशेष टोटके
- शुक्रवार को कमल का फूल तिजोरी में रखें – धन की वृद्धि होगी
- गुलाब की पंखुड़ियों से देवी की आरती करें – मनोकामना पूर्ति होगी
- सफेद मोगरा या चमेली चढ़ाने से शांति और सुख मिलेगा
- पूजा के बाद फूलों को नदी या तुलसी के पास विसर्जित करें
लक्ष्मी को रिझाने वाले शुभ फूल (Auspicious Flowers) – पूजा में क्या चढ़ाएँ?
1. लक्ष्मी जी को कौन-कौन से फूल सबसे प्रिय हैं?
उत्तर: लक्ष्मी जी को कमल, गुलाब, चमेली, चंपा, मोगरा, अपराजिता, हरसिंगार, बेला और केवड़ा जैसे सुगंधित व पवित्र फूल प्रिय हैं।
2. क्या मुरझाए हुए फूल देवी लक्ष्मी को चढ़ा सकते हैं?
उत्तर: नहीं, मुरझाए या सूखे फूल लक्ष्मी जी को कभी नहीं चढ़ाने चाहिए। इससे पूजा का फल कम हो सकता है।
3. क्या कमल का फूल हर दिन चढ़ाना चाहिए?
उत्तर: यदि संभव हो तो प्रत्येक शुक्रवार या पूर्णिमा पर कमल का फूल चढ़ाना शुभ होता है। यह देवी लक्ष्मी का प्रमुख प्रिय फूल है।
4. गुलाब के फूल किस दिन चढ़ाना सबसे अच्छा माना जाता है?
उत्तर: शुक्रवार को लाल गुलाब देवी लक्ष्मी को चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
5. चमेली और मोगरा का प्रयोग कैसे करें?
उत्तर: इन फूलों की माला बनाकर देवी को अर्पित करें या इन्हें पूजा की थाली में रखें। इनकी सुगंध से लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
6. क्या हरसिंगार (पारिजात) का प्रयोग लक्ष्मी पूजा में कर सकते हैं?
उत्तर: हाँ, हरसिंगार एक पवित्र और स्वर्गिक पुष्प है, जिसे लक्ष्मी पूजन में प्रयोग करना शुभ माना गया है।
7. अपराजिता फूल का धार्मिक महत्व क्या है?
उत्तर: अपराजिता विजय और स्थायी लक्ष्मी की प्रतीक है। इसे शुक्रवार और गुरुवार को चढ़ाने से धन लाभ होता है।
8. क्या पूजा में सिर्फ सफेद फूल चढ़ाना उचित है?
उत्तर: नहीं, लक्ष्मी जी को सुगंधित और रंग-बिरंगे फूल अधिक प्रिय होते हैं, जैसे गुलाबी कमल, लाल गुलाब, आदि।
9. फूल किस हाथ से चढ़ाने चाहिए?
उत्तर: देवी लक्ष्मी को फूल दाएं हाथ से श्रद्धा पूर्वक चढ़ाने चाहिए।
10. पूजा के बाद फूलों का क्या करें?
उत्तर: पूजा के बाद फूलों को तुलसी के पास, पौधे में या बहते जल में विसर्जित करना उचित होता है।
11. क्या फूलों से आरती भी की जा सकती है?
उत्तर: हाँ, फूलों से आरती की थाली सजाकर देवी लक्ष्मी की आरती की जा सकती है। यह पूजन को और पवित्र बनाता है।
12. क्या सूखे फूलों से बनी माला चल सकती है?
उत्तर: नहीं, लक्ष्मी पूजन में केवल ताजे और सुगंधित फूलों की माला ही प्रयोग करें।
13. कौन-से फूल व्यापार या दुकान में लक्ष्मी प्राप्ति के लिए उपयोगी हैं?
उत्तर: केवड़ा, गुलाब और कमल विशेष रूप से व्यापार वृद्धि और आर्थिक लाभ के लिए उपयोगी हैं।
14. फूल चढ़ाने का श्रेष्ठ समय क्या होता है?
उत्तर: सुबह स्नान के बाद या शाम के दीपदान समय फूल चढ़ाना शुभ होता है, विशेषकर शुक्रवार को।
15. क्या फूलों से जुड़ा कोई टोटका भी है लक्ष्मी प्राप्ति के लिए?
उत्तर: हाँ, शुक्रवार को कमल का फूल तिजोरी में रखने से धन में बढ़ोतरी होती है और लाल गुलाब से आरती करने से मनोकामना पूरी होती है।