श्री संतोषी माता की आरती:(Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) आपके जीवन में संतोष और सुख लाने का अचूक उपाय!

Soma
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श्री संतोषी माता की आरती:(Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) आपके जीवन में संतोष और सुख लाने का अचूक उपाय!

श्री संतोषी माता की आरती: (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti)आपके जीवन में संतोष और सुख लाने का अचूक उपाय!

श्री संतोषी माता की महिमा

श्री संतोषी माता हिंदू धर्म में एक प्रसिद्ध देवी हैं, जिन्हें सुख, समृद्धि, और संतोष की देवी माना जाता है। उनका पूजन खासतौर पर उन लोगों के लिए किया जाता है, जो जीवन में संतुष्ट नहीं हैं और सुख-शांति की तलाश में हैं। संतोषी माता के दर्शन और पूजा से व्यक्ति के मन में शांति और संतोष का भाव उत्पन्न होता है।

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संतोषी माता का स्वरूप अत्यंत सरल और मां के रूप में है, जो हर दुख-संघर्ष से लड़कर हमें शांति का मार्ग दिखाती हैं। उनकी पूजा विशेष रूप से शुक्रवार के दिन की जाती है, क्योंकि इस दिन उनकी कृपा विशेष रूप से बरसती है।

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) का महत्व

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) का विशेष महत्व है, क्योंकि यह आरती उन भक्तों के दिलों में माता की भक्ति और आशीर्वाद की भावना को जागृत करती है। यह आरती सुनने से या गाने से मन में शांति और संतोष का वास होता है। इसके माध्यम से माता का आशीर्वाद प्राप्त कर जीवन की सभी परेशानियों को हल किया जा सकता है।

इस आरती के माध्यम से मां संतोषी की कृपा से सभी संकटों का नाश होता है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। यह आरती विशेष रूप से उन भक्तों के लिए प्रभावी होती है जो मेहनत करने के बावजूद अपने जीवन में संतुष्ट नहीं होते।

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti)

श्री संतोषी माता की आरती
(Shree Santoshi MataJi Ki Aarti)


जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता ।
अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता ॥


जय सुंदर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो ।
हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो ॥


जय गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे ।
मंद हँसत करूणामयी, त्रिभुवन जन मोहे ॥


जय स्वर्ण सिंहासन बैठी, चंवर ढुरे प्यारे ।
धूप, दीप, मधुमेवा, भोग धरें न्यारे ॥


जय गुड़ अरु चना परमप्रिय, तामे संतोष कियो।
संतोषी कहलाई, भक्तन वैभव दियो ॥


जय शुक्रवार प्रिय मानत, आज दिवस सोही ।
भक्त मण्डली छाई, कथा सुनत मोही ॥


जय मंदिर जगमग ज्योति, मंगल ध्वनि छाई ।
विनय करें हम बालक, चरनन सिर नाई ॥


जय भक्ति भावमय पूजा, अंगीकृत कीजै ।
जो मन बसे हमारे, इच्छा फल दीजै ॥


जय दुखी, दरिद्री, रोगी, संकटमुक्त किए ।
बहु धनधान्य भरे घर, सुख सौभाग्य दिए ॥


जय ध्यान धर्यो जिस जन ने, मनवांछित फल पायो ।
पूजा कथा श्रवण कर, घर आनंद आयो ॥


जय शरण गहे की लज्जा, राखियो जगदंबे ।
संकट तू ही निवारे, दयामयी अंबे ॥


जय संतोषी मां की आरती, जो कोई नर गावे ।
ॠद्धिसिद्धि सुख संपत्ति, जी भरकर पावे ॥

श्री संतोषी माता की आरती:(Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) आपके जीवन में संतोष और सुख लाने का अचूक उपाय!
श्री संतोषी माता की आरती:(Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) आपके जीवन में संतोष और सुख लाने का अचूक उपाय!

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) का पाठ विधि

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) का पाठ बड़े श्रद्धा भाव से करना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले एक साफ स्थान पर दीपक जलाकर, एक पूजा थाली में सिंदूर, तिल, और फूल रखें। फिर भगवान गणेश की पूजा करें, और उसके बाद संतोषी माता की आरती का पाठ करें। आरती के दौरान “जय संतोषी माता” का उच्चारण करते हुए प्रत्येक पद को श्रद्धा से गाना चाहिए।

आरती का पाठ विशेष रूप से शुक्रवार के दिन करना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन माता का व्रत और पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है।

श्री संतोषी माता आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) के बोल

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) के बोल सरल और प्रभावशाली होते हैं, जो भक्तों को मानसिक शांति और संतोष प्रदान करते हैं। इस आरती में माता की महिमा का गान किया गया है, जो उनके भक्तों के लिए एक आशीर्वाद के रूप में काम करता है।

आरती के शब्द निम्नलिखित होते हैं:

“जय संतोषी माता, जय संतोषी माता, दीन दयालु की भक्तवत्सला।”

इस तरह के श्लोकों से आरती की शुरुआत होती है। पूरा आरती पाठ भक्तों को शांति और सुख का अहसास कराता है।

श्री संतोषी माता की पूजा में क्या विशेष ध्यान रखें?

श्री संतोषी माता की पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

  1. सच्चे दिल से पूजा करें: पूजा करते समय मन में किसी भी प्रकार का द्वार या शंका न रखें।
  2. स्वच्छता का ध्यान रखें: पूजा स्थल को स्वच्छ और पवित्र रखें।
  3. आरती को नियमित रूप से करें: सप्ताह में कम से कम एक बार आरती का पाठ करना शुभ माना जाता है।

इन साधारण उपायों से माता की कृपा प्राप्त की जा सकती है और जीवन में संतोष की प्राप्ति हो सकती है।

संतोषी माता के उपासक और उनकी साधना

जो लोग जीवन में संतोष और सुख की तलाश में रहते हैं, वे संतोषी माता के उपासक बनते हैं। इन भक्तों को विशेष रूप से शुक्रवार के दिन उपवास और पूजा करनी चाहिए। इस दिन उनकी पूजा से उनका जीवन सुखमय और संतुष्ट होता है।

संतोषी माता की साधना के दौरान अपने मन और तन को शुद्ध रखें। इसके अलावा, किसी भी प्रकार की गलत आदतों से बचने की कोशिश करें और अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाएं।

श्री संतोषी माता के वरदान

संतोषी माता अपने भक्तों को अनेक प्रकार के वरदान देती हैं। माता का आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति का अनुभव होता है। इसके अलावा, यह पूजा घर की सुख-शांति और समृद्धि में भी योगदान करती है।

अगर किसी को कोई आर्थिक समस्या है, तो संतोषी माता की पूजा से धन और समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही अगर कोई मानसिक तनाव या चिंता का शिकार है, तो यह पूजा उसे मानसिक शांति प्रदान करती है।

संतोषी माता के व्रत का महत्व

संतोषी माता का व्रत विशेष रूप से शुक्रवार के दिन रखा जाता है। इस दिन उपवास रखने से माता की कृपा विशेष रूप से मिलती है। व्रत के दौरान पूरे दिन केवल फलाहार या पानी का सेवन करें, और दिनभर संतोषी माता की आराधना करें।

यह व्रत कठिन तो नहीं है, लेकिन इसमें श्रद्धा और विश्वास होना आवश्यक है। यदि इस व्रत को सच्चे मन से किया जाए, तो माता का आशीर्वाद मिलना निश्चित होता है।

श्री संतोषी माता की पूजा से होने वाले लाभ

संतोषी माता की पूजा से होने वाले प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:

  1. संतोष की प्राप्ति: यह पूजा व्यक्ति के जीवन में संतोष लाती है।
  2. समृद्धि का आगमन: संतोषी माता के आशीर्वाद से घर में समृद्धि आती है।
  3. तनावमुक्त जीवन: पूजा से मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति मिलती है।
  4. दुखों का नाश: यह पूजा जीवन के सभी दुखों और समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) और पूजा से जीवन में संतोष, सुख, और शांति का वास होता है। अगर आप जीवन में किसी भी प्रकार के संकट का सामना कर रहे हैं या संतुष्ट नहीं हैं, तो इस पूजा को करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। श्री संतोषी माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उन्हें नियमित रूप से पूजें और उनका नाम लें।

FAQs: श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti)

1. श्री संतोषी माता कौन हैं?

श्री संतोषी माता को संतोष और सुख की देवी माना जाता है। उन्हें जीवन में संतुष्टि, समृद्धि और शांति प्रदान करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है।

2. श्री संतोषी माता की पूजा का महत्व क्या है?

श्री संतोषी माता की पूजा से जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और संतोष की प्राप्ति होती है। यह पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो मानसिक शांति की तलाश में रहते हैं।

3. श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) कैसे गाई जाती है?

श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) को श्रद्धा से गाना चाहिए। इसके बोल बहुत सरल होते हैं, और इसे विशेष रूप से शुक्रवार के दिन गाना बहुत शुभ माना जाता है।

4. श्री संतोषी माता की आरती (Shree Santoshi MataJi Ki Aarti) के बोल क्या हैं?

आरती के बोल कुछ इस प्रकार होते हैं:
“जय संतोषी माता, जय संतोषी माता,
दीन दयालु की भक्तवत्सला।”

5. श्री संतोषी माता की पूजा करने का सही तरीका क्या है?

श्री संतोषी माता की पूजा करते समय सबसे पहले एक साफ स्थान पर दीपक जलाकर, पूजा सामग्री रखें। फिर मन और श्रद्धा से पूजा करें और आरती का पाठ करें।

6. श्री संतोषी माता की पूजा कब करनी चाहिए?

श्री संतोषी माता की पूजा विशेष रूप से शुक्रवार के दिन करना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन माता की कृपा विशेष रूप से बरसती है।

7. क्या श्री संतोषी माता का व्रत रखना आवश्यक है?

अगर आप माता से आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो शुक्रवार को व्रत रखना बहुत लाभकारी है। इस दिन उपवास करके पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है।

8. क्या श्री संतोषी माता के व्रत में कोई विशेष नियम हैं?

श्री संतोषी माता के व्रत में विशेष रूप से फलाहार या पानी का सेवन किया जाता है। इस दिन संतान सुख, समृद्धि और शांति के लिए पूजा करनी चाहिए।

9. संतोषी माता की आरती का प्रभाव क्या होता है?

श्री संतोषी माता की आरती गाने से मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है। यह पूजा मानसिक तनाव को दूर करती है और जीवन में सुख-समृद्धि लाती है।

10. क्या संतोषी माता की पूजा से धन की प्राप्ति हो सकती है?

जी हां, संतोषी माता की पूजा से धन और समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है, विशेष रूप से जब किसी को आर्थिक समस्या का सामना हो।

11. संतोषी माता की पूजा किसे करनी चाहिए?

जो लोग जीवन में संतुष्ट नहीं होते या किसी मानसिक या भौतिक समस्या से जूझ रहे होते हैं, उन्हें संतोषी माता की पूजा करनी चाहिए।

12. श्री संतोषी माता के वरदान क्या होते हैं?

श्री संतोषी माता अपने भक्तों को सुख, समृद्धि, मानसिक शांति और संकटों से मुक्ति का वरदान देती हैं।

13. श्री संतोषी माता की पूजा से जीवन में क्या बदलाव आता है?

इस पूजा से जीवन में संतोष और सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही, किसी भी प्रकार के तनाव, चिंता और समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

14. श्री संतोषी माता के आशीर्वाद से क्या लाभ होता है?

श्री संतोषी माता के आशीर्वाद से घर में सुख-शांति का वातावरण बनता है, और हर प्रकार की परेशानी का समाधान मिलता है।

15. क्या श्री संतोषी माता के व्रत से परिवार में सुख-शांति आती है?

हां, श्री संतोषी माता का व्रत परिवार में सुख-शांति और समृद्धि लाने के लिए बहुत प्रभावी होता है। यह व्रत घर में शांति और खुशहाली बनाए रखता है।

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