“शनि देव की आरती: (Shani Dev Ki Aarti) शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में लाएं समृद्धि और शांति”

Soma
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"शनि देव की आरती: (Shani Dev Ki Aarti) शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में लाएं समृद्धि और शांति"

“शनि देव की आरती: (Shani Dev Ki Aarti) शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में लाएं समृद्धि और शांति”

शनि देव का महत्व

शनि देव हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं, जिन्हें न्यायाधीश और कर्मों के फल देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। शनि देव का शासन न्याय और शांति पर आधारित है। शनि को कर्मों का फल देने वाला देवता माना जाता है, इसलिए वे किसी भी व्यक्ति के अच्छे या बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं। शनि ग्रह का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकता है, और इसलिए उनकी पूजा और आरती बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

Contents

शनि देव की पूजा करने से दुःख, संकट, और कष्ट दूर होते हैं, और जीवन में समृद्धि और शांति आती है। शनि देव की आरती विशेष रूप से शनिवार के दिन की जाती है, जो शनि देव का दिन माना जाता है। यह दिन शनि के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सबसे उपयुक्त होता है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti)

शनि देव की आरती
(Shani Dev Ki Aarti)

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ।
सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥
॥ जय जय श्री शनिदेव..॥


श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी ।
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ॥
॥ जय जय श्री शनिदेव..॥

क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी ।
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ॥
॥ जय जय श्री शनिदेव..॥

मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी ।
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी ॥
॥ जय जय श्री शनिदेव..॥

देव दनुज ऋषि मुनि सुमरिन नर नारी ।
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी ॥
॥ जय जय श्री शनिदेव..॥

"शनि देव की आरती: (Shani Dev Ki Aarti) शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में लाएं समृद्धि और शांति"
शनि देव की आरती: (Shani Dev Ki Aarti) शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में लाएं समृद्धि और शांति!

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) क्या है?

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) एक विशेष प्रकार की पूजा है जिसमें शनि देव के गुणों और उनकी शक्तियों का गुणगान किया जाता है। यह आरती शनि के आशीर्वाद के लिए गाई जाती है ताकि वे व्यक्ति की कष्टों को दूर करें और उसे सफलता और समृद्धि प्रदान करें।

इस आरती में शनि देव के विभिन्न रूपों का स्मरण किया जाता है, जैसे उनके काले रंग, तेज स्वरूप, और उनके कठोर दृष्टिकोण। शनि देव की आरती गाने से व्यक्ति को शनि की कृपा प्राप्त होती है और उसके जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का महत्व

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का महत्व बहुत अधिक है क्योंकि शनि देव का प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन में पड़ता है। किसी भी प्रकार के दुःख, कष्ट, या मुलायम ग्रह का प्रकोप शनि देव के दर्शन और पूजा से शांत किया जा सकता है। शनि की पूजा से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और सभी संकट दूर होते हैं।

आरती का उद्देश्य शनि देव से आशीर्वाद प्राप्त करना है ताकि जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिल सके। यदि किसी व्यक्ति पर शनि का प्रकोप हो, तो आरती से उन्हें राहत मिल सकती है। इसके अलावा, शनि देव की आरती से नकारात्मक प्रभाव कम हो जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के लाभ

  1. कष्टों का निवारण: शनि देव की आरती से दुःख और संकट दूर होते हैं। जो लोग शनि की साढ़े साती या ढैया से परेशान होते हैं, उन्हें आरती से शांति मिलती है।
  2. समृद्धि की प्राप्ति: आरती से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है, जिससे धन और संपत्ति में वृद्धि हो सकती है।
  3. स्वास्थ्य लाभ: शनि देव की आरती से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  4. कर्मों का फल सुधारना: शनि देव की आरती करने से व्यक्ति के कर्मों का फल सकारात्मक हो सकता है और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का सही तरीका

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का सही तरीका जानना बहुत जरूरी है ताकि आरती को सही तरीके से और पूरे श्रद्धा भाव से किया जा सके।

  1. स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
  2. एक स्वच्छ स्थान पर दीपक और अगरबत्तियाँ लगाएं।
  3. शनि देव की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें।
  4. शनि देव के नाम का जाप करें और फिर आरती गाना शुरू करें।
  5. ध्यान और मनन के साथ आरती गाने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के बोल

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के बोल बहुत पवित्र और शक्तिशाली होते हैं। यह आरती शनि देव के गुणों का गुणगान करती है और उनके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करती है। आरती के बोल इस प्रकार होते हैं:

ॐ शं शनैश्चराय नमः।
नमः शनि देवाय धर्मराजाय शान्ताय।
कृपालु कृपानिधानं सर्व संकट निवारिणम्।
ॐ शं शनैश्चराय नमः॥

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के पाठ से जुड़ी विशेष बातें

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के पाठ से जुड़ी कुछ विशेष बातें भी हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए। आरती के समय मन में ध्यान और निरंतर श्रद्धा रखना चाहिए। साथ ही, समान रूप से आरती करना और एकाग्रता बनाए रखना आवश्यक है।

सभी कष्टों से मुक्ति पाने के लिए शनि देव की आरती को प्रत्येक शनिवार को ध्यान और भक्ति भाव से करना चाहिए। इसके अलावा, शनि देव के पूजन मंत्र का जाप भी आरती के साथ किया जा सकता है, जिससे प्रभाव और भी बढ़ जाता है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) और सकारात्मक ऊर्जा

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जब हम शनि देव की आरती गाते हैं, तो हम उनके गुणों और शक्तियों को अपने जीवन में आकर्षित करते हैं। शनि देव की पूजा से जीवन की नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में नया मार्ग मिलता है।

**आरती के दौरान मन की अच्छी भावना से शनि देव से जुड़ा आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। शनि देव की कृपा से व्यक्ति को जीवन में धैर्य, संयम और संतुलन की शिक्षा मिलती है।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) एक बहुत प्रभावशाली पूजा है, जो शनि देव से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए की जाती है। शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में समृद्धि, शांति और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। सर्वशक्तिमान शनि के कर्मों का फल देने वाले स्वभाव के कारण उनकी पूजा से व्यक्ति को कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) को नियमित रूप से गाने से व्यक्ति के जीवन में नए अवसर और समृद्धि आ सकती है। प्रभु शनि के आशीर्वाद से व्यक्ति अपने कष्टों से उबर सकता है और अपने जीवन को सुखमय बना सकता है।

FAQs: शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti)

1. शनि देव कौन हैं?

शनि देव हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण देवता हैं, जिन्हें न्याय के देवता और कर्मों का फल देने वाला माना जाता है। वे शनि ग्रह के स्वामी हैं और अपने आशीर्वाद से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डालते हैं।

2. शनि देव की पूजा क्यों करनी चाहिए?

शनि देव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में कष्ट, दुःख और संकट दूर होते हैं। वे कर्मों का फल देने वाले देवता हैं, और उनकी पूजा से जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

3. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) किस दिन करनी चाहिए?

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) विशेष रूप से शनिवार के दिन करनी चाहिए, क्योंकि यह दिन शनि देव का दिन माना जाता है। शनिवार को शनि देव की पूजा से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

4. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के लाभ क्या हैं?

शनि देव की आरती से कष्टों का निवारण, समृद्धि की प्राप्ति, स्वास्थ्य में सुधार और सकारात्मक बदलाव आते हैं। यह व्यक्ति को सफलता और शांति भी प्रदान करती है।

5. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के बोल क्या हैं?

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के बोल इस प्रकार हैं:

“ॐ शं शनैश्चराय नमः।
नमः शनि देवाय धर्मराजाय शान्ताय।
कृपालु कृपानिधानं सर्व संकट निवारिणम्।
ॐ शं शनैश्चराय नमः॥”

6. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) के लिए क्या सामग्री चाहिए?

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) करने के लिए दीपक, अगरबत्तियाँ, शनि देव की मूर्ति या चित्र, चंदन, पंखा, और पानी की आवश्यकता होती है।

7. क्या शनि देव की पूजा से धन लाभ होता है?

हां, शनि देव की पूजा से धन और संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। यदि व्यक्ति ने अच्छे कर्म किए हैं, तो शनि देव की कृपा से वह धन और समृद्धि प्राप्त कर सकता है।

8. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) किस प्रकार से करनी चाहिए?

आरती करने से पहले स्नान करके स्वच्छ स्थान पर बैठें, शनि देव की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक लगाकर शांति से आरती गाएं। ध्यान और मनन के साथ आरती करने से अधिक लाभ मिलता है।

9. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का समय क्या है?

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का समय मुख्य रूप से शनिवार को सूर्योदय से पूर्व या सूर्यास्त के बाद होता है। इस समय आरती का प्रभाव अधिक होता है।

10. क्या शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) से शनि की साढ़े साती कम हो सकती है?

हां,शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) से शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम किया जा सकता है। आरती करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में शांति आती है।

11. क्या शनि देव की पूजा से मानसिक शांति मिलती है?

हां, शनि देव की पूजा और आरती से मानसिक शांति प्राप्त होती है। शनि देव के आशीर्वाद से धैर्य, संयम और संतुलन मिलता है।

12. क्या शनि देव की पूजा से स्वास्थ्य लाभ होता है?

शनि देव की पूजा से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, विशेष रूप से यदि किसी को शारीरिक या मानसिक कष्ट हो। शनि देव की कृपा से व्यक्ति के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

13. शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) का सही तरीका क्या है?

आरती का सही तरीका यह है कि पहले स्नान करके स्वच्छ स्थान पर बैठें, दीपक और अगरबत्तियाँ लगाकर ध्यानपूर्वक आरती गाएं। साथ ही ध्यान और मनन रखें।

14. क्या शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) किसी विशेष अवसर पर करनी चाहिए?

शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti) शनिवार को विशेष रूप से करनी चाहिए। इसके अलावा, सालगिरह, नए साल, और किसी विशेष समस्या के समय भी आरती की जा सकती है।

15. क्या शनि देव की पूजा से जीवन में सफलता मिलती है?

हां, शनि देव की पूजा और आरती से कर्मों का फल सकारात्मक होता है, जिससे सफलता मिलती है। शनि देव की कृपा से जीवन में सकारात्मक बदलाव और प्रगति आती है।

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